प्रकार के व्यापारियों

फुटकर विक्रेता का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, महत्व
फुटकर विक्रेता का अर्थ (futkar vikreta kise kahte hai)
futkar vikreta arth paribhasha visheshta mahatva;साधारण शब्दों में फुटकर विक्रेता या फुटकर व्यापार का अर्थ ऐसे विक्रेता से है जो उत्पादक या थोक विक्रेता से माल क्रय (खरीद) करके उपभोक्ताओं को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार थोडी-थोडी मात्रा में बेचता है फुटकर विक्रेता कहलाता है।
फुटकर विक्रेता से आशय वितरणकर्ता से लिया जाता है। जोकि प्रमुख रूप में अन्तिम उपभोक्ताओं के उनके निजी उपयोग के लिए वस्तुएं व सेवाएं बेचता है। ये अन्तिम उपभोक्ता उन वस्तुओं या सेवाओं को पुन: किसी रूप मे बेचने के लिए क्रय नही करते है। फुटकर वितरण करने वाले विक्रेता थोक व्यापारियों से थोडी-थोडी मात्रा में क्रय कर अन्तिम उपभोक्ताओं को उनकी मांग के अनुसार विक्रय (बचते है) करते है।
फुटकर विक्रेता की परिभाषा (futkar vikreta ki paribhasha)
विलियम जे.स्टेण्टन के अनुसार,'' एक फुटकर व्यापारी या फुटकर भण्डार एक ऐसा व्यावसायिक उपक्रम है जो प्राथमिक रूप से अन्तिम उपभोक्ताओं को गैर-व्यावसायिक प्रयोग के लिए विक्रय करता है।''
अमेरिकन मार्केटिंग ऐसोसिएशन के शब्दों में,'' एक फुटकर व्यापारी व्यवसायी है या एक एजेन्ट है, जिसका मुख्य व्यवसाय अन्तिम उपभोक्ताओं को प्रत्यक्ष विक्रय है।''
कण्डिफ एवं स्टिल के शब्दों में,'' फुटकर विक्रेता में वह सभी क्रियाएं सम्मिलित होती है जो अन्तिम उपभोक्ताओं के सीधे बेचने से सम्बद्ध होती है।''
कनवर्स तथा हूाजी के शब्दों में,'' फुटकर विक्रेता को एक मध्यस्थ के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो मुख्यत: अन्तिम उपभोक्ताओं को वस्तुएं बेचता है तथा यह उपभोक्ताओं और उत्पादकों के मध्य सम्बन्ध स्थापित करने में विशेषज्ञ है।''
फुटकर विक्रेता की विशेषताएं (futkar vikreta visheshta)
फुटकर विक्रेता की विशेषताएं इस प्रकार है--
1. फुटकर वितरण के अंतर्गत फुटकर विक्रेता द्वारा स्थानिय स्तर पर कम मात्रा में वस्तुओं व सेवाओं को खरीदा-बेचा जाता है।
2. फुटकर वितरण में सदैव विविधता को प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि विक्रेता को अपने ग्राहकों को संतुष्ट करने के लिए एक वस्तु की विभिन्न प्रकार की किस्म रखनी होती है विशिष्ट दुकानें इस का उपवाद होती है।
3. फुटकर विक्रेता के ग्राहक आखरी उपभोक्ता होते है ये उपभोक्ता अपने निजी एवं अव्यावसायिक उपयोग के लिए माल क्रय करते है।
4. फुटकर विक्रेता गोदामों के स्थान पर दुकान की स्थिति तथा सजावट पर अधिक ध्यान देते है फुटकर विक्रेताओं की दुकान नगर की जनसंख्या के बीच मे या पास में ही होती है।
5. व्यापार संचालन के लिए फुटकर विक्रेताओं को कम पूँजी की आवश्यकता होती है क्योंकि विक्रेता को अधिकतर माल को क्रय उधार तथा विक्रय नकद किया जाता है।
6. फुटकर विक्रेता मध्यस्थों की श्रृंखला के भीतर आखरी कड़ी के रूप में काम करता है इसी कारण यह ग्राहकों की सेवा व संतुष्टि पर ज्यदा जोर देता है उनसें व्यक्तिगत
सर्म्पक बनाये रखता है।
7. फुटकर विक्रेता आखरी ग्राहकों के क्रय एजेण्ट के रूप में कार्य करते है न की निर्माता अथवा थोक विक्रेता के रूप में कार्य करता है।
8. फुटकर व्यापारिक संस्थनों के मध्य नश्वरता दर व्यवसाय एवं उद्योग की अन्य श्रेणीयों की तुलन में अधिक रहती है।
फुटकर विक्रेता का महत्व (futkar vikreta ka mahatva)
फुटकर विक्रेता का महत्व इस प्रकार है--
1. उपभोक्ताओं से सर्म्पक बनाने की आवश्यकता नही
फुटकर व्यापारियों के होने से थोक व्यापारी को उपभोक्तओं से सर्म्पक बनाने की आवश्यकता नही रहती है जो दूर-दूर तक गलियों में वसे हुए है।
2. माल के विक्रय का प्रबन्ध करना
फुटकर विक्रेता थोक व्यापारियों द्वारा संग्रह किये गये माल की बिक्री के लिए समुचित प्रबन्ध करते है।
3. नव-निर्मित माल का प्रचार करना
फुटकर विक्रेता नव-निर्मित माल को अपनी चतुराई से बेचने में सर्मथ होते है।
4. मौसम के अनुकूल माल का संग्रह
ये वे फुटकर व्यापारी होते है जो ग्राहकों को मौसम की अनुकूल माल उपलब्ध कराते है जैसे, कपडे की दुकान एक ही दुकान पर जाड़े के दिनों में गरम कपडे तथा गर्मियों में ठण्डे कपडे विक्रय करती है।
5. सदैव ताजी वस्तुएं प्रदान करना
छोटे फुटकर व्यापारी अपने पास उतना ही माल रखते है जितना की उसी दिन अथवा ज्यादा से ज्यादा अगले दिन तक बिक जाये इस स्थिति में ग्राहकों को सदैव ताजा माल मिलता रहता है जैसे फल ,सब्जी वाला डवल रोटी वाला आदि।
6. नि:शुल्क परामर्श
फुटकर व्यापारी व ग्राहकों में अच्छे सम्बन्ध होते है वह अपने ग्राहको को वस्तुओं के गुण व उपयोगिता से सम्बन्धीत नि:शुल्क परामर्श प्रदान करते है।
7. साख सुविधाएं
फुटकर विक्रेता अपने ग्राहकों को माल उधार भी देता है जिससे की ग्राहको की संख्या में वृद्धि होती है ऐसा करने से ग्राहकों में एक विशेष आकर्षण रहता है।
8. माल छांटने की सुविधा प्रदान करना
फुटकर विक्रेता विभिन्न स्त्रोतों से विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का संग्रह करते है उस में ये अपने सभी ग्राहकों को माल छांटने की सुविधा देते है।
9. ग्राहको के ज्ञान में वृद्धि
फुटकर विक्रेता के द्वारा उपभोक्ता को कुछ ऐसी बातों का ज्ञान हो जाता है जिसके बारे में उन्हे पहले कुछ भी पता नही था इसका सीधा करण यह है कि फुकर व्यापारी विभिन्न वर्गो के उपभोक्ताओं की मांगों का अध्ययन करता है इस प्रकार वह सभी ग्राहकों को समय-समय पर परिवर्तनों से भली-भांती लोगो को परिचित करता रहता है।
व्यापारियों को भी दिया जाए मुआवजा
व्यापारी सुरक्षा फोरम प्रकार के व्यापारियों संस्थान व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गोयल ने कहा कि जिस प्रकार फसल नष्ट होने पर किसान को मुआवजा दिया जाता है उसी प्रकार नुकसान होने पर व्यापारियों को भी मुआवजा दिया जाए। साथ ही संगठन की सरकार से मांग है कि व्यापारियों का निशुल्क बीमा किया जाए और किसी भी प्रकार की हानि होने पर बीमे की रकम उपलब्ध कराई जाए। व्यापारी सुरक्षा फोरम संस्थान व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गोयल रविवार को अंबाला रोड स्थित एक होटल में मंडलीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि व्यापारी समाज की रीढ़ है, जो सदैव परोपकार व राष्ट्र की उन्नति के लिए राष्ट्रहित में कार्य करता है। इसलिए व्यापारी समाज को पूरा सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज सरकार की एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत दी जा रही योजना से व्यापारी व उद्योग जगत फल फूल रहा है।
व्यापारी सुरक्षा फोरम की बैठक को संबोधित करते राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गोयल व्यापारियों से आनलाइन ट्रेडिंग ना करने का आह्वान करते हुए कहा कि दूसरों प्रकार के व्यापारियों को भी इससे प्रेरित करें ताकि बाजारों की रौनक पुन: लौट सके। इस मौके पर उन्होंने आशीष अग्रवाल को जिला उपाध्यक्ष, सागर वर्मा को जिला मंत्री, संदीप धीमान को महानगर उपाध्यक्ष, संजीव धीमान को महानगर मंत्री, मनोनीत किया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में नगर विधायक राजीव गुंबर, महापौर संजीव वालिया, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, पूर्व विधायक लाजकिशन गांधी, पूर्व चेयरमैन हरीश मलिक, महानगर भाजपा अध्यक्ष राकेश जैन, मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष विश्वदीप गोयल, शामली के महामंत्री प्रदीप विश्वकर्मा, मनोज ठाकुर, प्रवीण छाबड़ा, राजकुमार कालड़ा, समेत तीनों जिलों के व्यापारी प्रतिनिधि मौजूद रहे। संचालन मनोज छाबड़ा ने किया।
प्रकार के व्यापारियों
समस्त व्यापारी बंधुओं हेतु ई-मंडी पोर्टल पर नयी सुविधा का प्रारंभ किया जा रहा है जिसमे यदि आप भुगतान पत्र की एंट्री एवं प्रिंट स्वयं करना चाहते है, तो आप अपना पंजीयन दी गयी लिंक के माध्यम से कर,भुगतान पत्र की एंट्री प्रारम्भ कर सकते है|
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मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड
- कृषि उत्पादन के विक्रेता को प्रतिस्पर्धात्मक मूल्य दिलाना, सही तौल के लिये व्यवस्थायें करना एवं उत्पादक को उसी दिन मूल्य का भुगतान कराना।
- मण्डियों की स्थापना के लिये सर्वेक्षण, साईट प्लान्स एवं मास्टर प्लान का सम्पादन।
- मण्डी प्रांगणों एवं उपमण्डी प्रांगणों में सुचारु विपणन के लिये नियोजित तरीके से मूलभूत सुविधायें विकसित करना।
- वित्तीय रुप से कमजोर मण्डी समितियों को ॠण अथवा अनुदान देना।
- कृषि उत्पादन में वृद्वि के लिये कृषि आदानों को मण्डी प्रांगण में उपलब्ध कराना।
- मण्डी अधिनियम तथा उसके अधीन बनाये गये नियमों तथा उपविधियों के उपबंधों को कार्यान्वित करना, सुचारु एवं बेहतर विपणन व्यवस्था स्थापित करने के लिये अधिनियम एवं तदाधीन नियमों में आवश्यक संशोधन के लिये समय समय पर राज्य शासन को सुझाव प्रस्तुत करना।
ई-अनुज्ञा के प्रमुख तथ्य
प्रदेश की मंडी समितियों में कुल अनुज्ञप्ति धारी व्यापारीयों की संख्या
ई-अनुज्ञा में स्वयं के द्वारा पंजीकृत कुल व्यापारीयों की संख्या
कुल भुगतान पत्रक की संख्या
दैनिक आवक / भाव की प्रकार के व्यापारियों जानकारी
रिपोर्ट - भुगतान पत्रक अनुसार
मंडी / फसल अनुसार
फसल अनुसार
मंडी अनुसार
सं.क्र. | मंडी का नाम | कुल आवक (मात्रा क्विंटल में) | न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) | उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) |
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सं.क्र. | मंडी का नाम | कुल आवक (मात्रा क्विंटल में) | न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) | उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) |
सं.क्र. | फसल | कुल आवक(टन में) | न्यूनतम दर | उचत्तम दर | मॉडल दर |
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स.क्र. | फसल समूह | फसल | न्यूनतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) | उच्चतम दर (रूपये प्रति क्विंटल में) | कुल आवक (मात्रा क्विंटल में) |
दिए गए फीडबैक
eMandi
मध्यप्रदेश राज्य कृषि उपज मंडी अधिनियम 1972 के अंतर्गत अधिसूचित कृषि उपज का विक्रय उपरांत मंडी फीस का भुगतान का एकमात्र प्रमाणिक दस्तावेज है और इसी के माध्यम से व्यापारियों द्वारा क्रय अधिसूचित कृषि उपज का प्रदेश के अंदर एवं बाहर परिवहन किया जाता है इस व्यापक कार्य को सरल एवं सुगम बनाने की दृष्टि से कृषि उपज मंडी समितियों में अनुज्ञा पत्र प्रणाली लागू की गई है इस नवीन आधुनिक प्रणाली के उपयोग से जहां एक और अनुज्ञा पत्र का तत्काल सत्यापन होने से इसके दुरुपयोग की संभावना समाप्त होगी वहीं दूसरी ओर कृषि उपज विपणन गतिविधियों में भी तेजी आएगी
आवश्यक लिंक्स
संपर्क करें
म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड, 26, किसान भवन, अरेरा हिल्स, भोपाल (म.प्र.)
पिन: 462011
Phone: 0755 2550495
Email: eanugya[at]gmail[dot]com
एक व्यापारी नकद अग्रिम क्या है और किस प्रकार का व्यवसाय इसका उपयोग करता है?
सवाल पूछते समय, एक व्यापारी नकदी अग्रिम क्या है? आपको यह समझकर शुरू करना चाहिए कि आपके व्यवसाय के लिए कौन से वित्तपोषण विकल्प उपलब्ध हैं। अपने छोटे व्यवसाय को वित्तपोषण करना आपकी परिस्थितियों के अनुरूप एक विकल्प बनाने के लिए सही जानकारी रखने के बारे में है। व्यापारी नकदी अग्रिम उन व्यवसायों के लिए एकदम सही है जो कुछ मानदंडों को पूरा करते हैं। लघु व्यापार रुझान सेगवे फाइनेंशियल से हन्ना कासिस के साथ बात की गई है कि इस वित्तीय उपकरण का उपयोग किसके लिए करना चाहिए और इसे इसके बारे में कैसे जाना चाहिए।
एक व्यापारी नकद अग्रिम क्या है?
तो एक व्यापारी नकदी अग्रिम क्या है और यह आपके व्यापार में कैसे मदद कर सकता है?
कासिस का कहना है, "एक व्यापारी नकदी अग्रिम एक व्यापार में एकमुश्त रूप में एक बार पूंजी निवेश है।" "यह एक निश्चित अवधि के दौरान एक निश्चित रॉयल्टी के बदले में है।"
अन्य वित्त पोषण उत्पादों की तरह, व्यापारी नकदी अग्रिम में सबसे अच्छा मामला परिदृश्य है जहां छोटे व्यवसाय का संबंध है। ये अल्प अवधि के लिए सबसे अच्छे हैं। वे व्यापार के नकदी प्रवाह पर भरोसा करते हैं इसलिए कोई संपार्श्विक आवश्यक नहीं है।
आम तौर पर, फंडिंग राशि बैंक जमा या क्रेडिट कार्ड स्वाइप के एक महीने के औसत पर आधारित होती है। दूसरे शब्दों में, इनमें से किसी एक के लिए आवेदन करने के लिए आपको एक स्थिर और पर्याप्त राजस्व इतिहास होना होगा। छोटे व्यवसाय अक्सर पैसे को एक से तीन दिनों के भीतर जल्दी से प्राप्त कर सकते हैं। आम तौर पर, रकम यूएस $ 60,000 और यूएस $ 70,000 के बीच होती है। हालांकि, आपको अर्हता प्राप्त करने के लिए एक महीने में $ 10,000 का मासिक मासिक राजस्व होना चाहिए।
अधिक व्यापारी नकद अग्रिम जानकारी
यहां कुछ और मर्चेंट नकद अग्रिम जानकारी दी गई है जो आपको उपयोगी मिल सकती हैं।
कासिस यह भी कहते हैं कि छोटे व्यवसायों का एक विशिष्ट समूह है जो एक व्यापारी नकदी अग्रिम से सबसे अधिक लाभान्वित है।
उन्होंने कहा, "यदि आप इस पैसे पर जा रहे हैं तो आपको राजस्व का स्पष्ट मार्ग होना चाहिए," उन्होंने कहा कि व्यापार मालिकों को अपने नकदी प्रवाह में निचोड़ने के लिए तैयार होने की जरूरत है।
"अचानक आप एक्सएनएक्सएक्स को हर डॉलर के 10 प्रतिशत को छोड़ रहे हैं," वे कहते हैं।
कासिस बताते हैं कि इन अग्रिमों में से एक लेने से पहले यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ बक्से हैं कि आप पैसे वापस दे सकते हैं। सूची खरीदना और इसे फ़्लिप करना काम करता है। या, आप धीमे मौसम को कवर करने के लिए एक व्यापारी नकद अग्रिम समय दे सकते हैं जब आप काफी हद तक ऐतिहासिक रूप से बेहतर राजस्व आगे हैं।
एक अच्छा व्यापारी नकद अग्रिम व्यवसाय क्या होगा?
तो एक अच्छा व्यापारी नकद अग्रिम व्यवसाय का एक उदाहरण क्या होगा?
कासिस का कहना है, "यह नए व्यवसायों और उन लोगों के लिए है जो छः महीनों के लिए कारोबार में नहीं हैं और साथ ही 600 के नीचे एक मालिक FICO के साथ व्यवसाय भी कर रहे हैं।" बिना किसी कठोर संपत्ति के दुकान मालिकों के लिए नकद अग्रिम भी एक अच्छा विकल्प है।
रेस्तरां, बार और कई बीएक्सएनएएनएक्ससी कंपनियों जैसे खुदरा और यहां तक कि नाखून सैलून जैसे उद्योगों के लिए यह एक अच्छा विचार है। मानदंडों में से एक ग्राहकों के स्थिर प्रवाह की भविष्यवाणी करने में सक्षम है।
किसी भी मामले में, यह तय करने से पहले कि यह फंडिंग विकल्प आपके लिए सही है, उतना ही मर्चेंट नकद अग्रिम जानकारी प्राप्त करना महत्वपूर्ण है।
मर्चेंट कैश एडवांस लोकप्रिय कब है?
यदि आप अभी भी सुनिश्चित नहीं हैं कि आपकी कंपनी एक अच्छा व्यापारी नकद अग्रिम व्यवसाय होगा, तो इस पर विचार करें।
मर्चेंट कैश अग्रिम उन व्यवसायों के लिए भी एक अच्छा विकल्प है जो चक्रीय राजस्व धारा पर भरोसा कर सकते हैं। कासिस का कहना है कि छुट्टियों के मौसम से पहले मर्चेंट कैश एडवांस की तलाश में कंपनियों में एक स्पाइक है।
यह एक अच्छा विकल्प क्यों है
मान लीजिए कि आप एक नई उत्पाद लाइन लॉन्च कर रहे हैं या आपको एक नया ग्राहक सेट अप करने के लिए कुछ अतिरिक्त पैसे चाहिए। व्यापारी नकद अग्रिम सही विकल्प है क्योंकि आप कुछ मामलों में उसी दिन $ 100,000 से कम प्राप्त कर सकते हैं।
यह एक महान वित्तीय बैंड-एड है यदि आपके रेस्तरां में एक टूटी हुई पानी की पाइप है जिसे जल्दी से ठीक करने की आवश्यकता है। सबसे अच्छा, छोटे व्यवसायों को केवल एक आवेदन भरना होगा और जाने के लिए चार महीने के बैंक स्टेटमेंट की आपूर्ति करना होगा।
तो सवाल पूछते समय, एक व्यापारी नकदी अग्रिम क्या है? अपने छोटे व्यवसाय को जीवित रहने और बढ़ने में मदद करने के लिए इस फंडिंग विकल्प के बारे में स्पष्ट समझ से शुरू करें।
व्यापारियों के संगठन CAIT ने कपड़ा और फुटवियर पर 12 पर्सेंट GST का किया विरोध, राष्ट्रीय आंदोलन की दी चेतावनी
व्यापारियों के संगठन CAIT ने टेक्सटाइल और फुटवियर पर 12 फीसदी के जीएसटी का विरोध किया. उसका कहना है कि जीएसटी काउंसिल ने इसे बेहद जटिल कानून में तब्दील कर दिया है.
CAIT ने कहा की तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा बताये गए जीएसटी ढांचे के विपरीत बना दिया गया है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: शशांक शेखर
Updated on: Nov 26, 2021 | 5:57 PM
उल्टे कर ढांचे ( इनवर्टेड ड्यूटी) को हटाने / ठीक करने के लिए जीएसटी काउंसिल के निर्णय को लागू करते हुए केंद्र सरकार ने एक अधिसूचना संख्या 14/2021 दिनांक 18.11.201 को लागू कर समस्त प्रकार के कपडे एवं फुटवियर पर जीएससटी की दर 5% से बढ़ाकर 12% कर दी है जो बेहद अनुचित एवं तर्कहीन है और सरकार द्वारा परिकल्पित उल्टे शुल्क को हटाने के मूल उद्देश्य को पूरा नहीं करता है. कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने यह कहते हुए अफसोस जाहिर किया की जीएसटी कर ढांचे को सरल और युक्तिसंगत बनाने के बजाय, जीएसटी परिषद ने इसे बेहद जटिल जीएसटी कानून में तब्दील कर दिया है. CAIT ने कहा की तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा बताये गए जीएसटी ढांचे के विपरीत बना दिया है.
CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि सवाल यह है कि क्या उल्टा कर ( इनवर्टेड ड्यूटी ) ढांचा पूरी तरह से सही है? सूती कपड़ा उद्योग में कोई उलटा कर ढांचा नहीं था, फिर कपड़े और अन्य सूती वस्त्र सामान को 12% के दायरे में क्यों लाया गया. यहां तक कि मानव निर्मित कपड़ा उद्योग में भी, वस्त्र, साड़ी और सभी प्रकार के मेड अप के निर्माण के स्तर पर कोई उल्टा कर मुद्दा ही नहीं था. कपड़ा उद्योग के चरणों को समझे बिना इस तरह का कठोर निर्णय एक प्रतिघाटी का कदम होगा. कपड़ा और जूते जैसी बुनियादी वस्तुओं पर जीएसटी की दर को 5% से बढ़ाकर 12% करने की केंद्र सरकार की अधिसूचना का दिल्ली सहित पूरे देश में व्यापारियों द्वारा विरोध हो रहा है और CAIT ने इस तरह की मनमानी के खिलाफ देश भर में एक बड़ा आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है.इस आंदोलन का नेतृत्व CAIT के अंतर्गत व्यापार के दो महत्वपूर्ण व्यापार एसोसिएशन दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल एसोसिएशन (फोस्टा) द्वारा किया जाएगा. इसमें टेक्सटाइल और फुटवियर के अलावा सभी तरह के व्यापार के व्यापारिक संगठन, उनसे जुड़े कर्मचारी, कारीगर भी शामिल होंगे.
इस फैसले को बताया देशहित के खिलाफ
CAIT के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल एवं राष्ट्रीय मंत्री सुमित अग्रवाल ने कहा की रोटी, कपड़ा और मकान जीवन की मूलभूत वस्तुएं है. रोटी पहले ही बहुत महंगी हो गई, मकान खरीदने की स्थिति आम आदमी की है नहीं और कपडा जो सुलभ था उसको भी जीएसटी काउंसिल ने महंगा कर दिया है. आखिर देश के आम आदमी के साथ यह किस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है. इस मामले में केवल केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि राज्य सरकारें भी पूर्ण रूप से दोषी है क्योंकि जीएसटी काउंसिल में यह निर्णय सर्वसम्मति से हुए हैं. उन्होंने मांग की है की कपडा एवं फुटवियर पर जीएसटी के बढ़ी दर को तुरंत वापिस लिए जाये. उन्होंने कहा की कोविड के कारण व्यापार पहले ही तबाह हो चुका है और अब जब इस वर्ष से व्यापार पटरी पर आना शुरू हुआ था, ऐसे में जीएसटी की दर में वृद्धि कर व्यापार के ताबूत में कील ठोकने का काम किया गया है.
गोल्ड जूलरी पर जीएसटी 5 फीसदी करने की सिफारिश
CAIT के राष्ट्रीय मंत्री एवं आल इंडिया जूलरी एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक पंकज अरोरा ने कहा की सूत्रों के अनुसार ज्ञात हुआ है की जीएसटी की फिटमेंट कमेटी ने सोने की जूलरी पर जीएसटी की दर 3 % से बढ़ाकर 5 % करने की सिफारिश की है जिससे देश में गोल्ड जूलरी का व्यापार बुरी तरह प्रभावित होगा और सोने की तस्करी भी बढ़ने की भी संभावना है.
फिटमेंट कमेटी ने वर्तमान दर को इस तरह बढ़ाने का दिया सुझाव
CAIT के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी एवं राष्ट्रीय मंत्री संजय पटवारी ने कहा की फिटमेंट कमेटी ने जीएसटी में वर्तमान कर दर 5 % को 7 %, 12 % को 14 % एवं 18 % को 20 % करने की सिफारिश की है. कर दर में प्रस्तावित यह वृद्धि बेहद तर्कहीन एवं औचित्यहीन है और साफ तौर पर फिटमेंट कमेटी की मनमानी है. कपडा एवं फुटवियर पर वृद्धि के मामले में देश के किसी भी व्यापारी संगठन से कोई सलाह मशवरा नहीं किया गया. जिस तरह से लगातार जीएसटी के स्वरुप को विकृत किया जा रहा है और “एक देश -एक कर” का मजाक उड़ाया जा रहा है वह बेहद निंदनीय है. उन्होंने कहा की इस वृद्धि के खिलाफ देश भर के व्यापारी लामबंद हो गए हैं और एक वृहद आंदोलन की तैयारी के लिए आगामी 28 नवम्बर को CAIT ने देश के सभी राज्यों के कपड़े एवं फुटवियर व्यापारियों एवं सभी राज्यों के प्रमुख व्यापारी नेताओं की एक वीडियो के जरिये मीटिंग बुलाई है जिसमें आंदोलन की रणनीति को तय किया जाएगा.
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का उड़ रहा मजाक
भरतिया एवं खंडेलवाल ने कहा की जीएसटी लागू करने से पूर्व तत्कालीन वित्तमंत्री अरुण जेटली ने अपने आवास पर CAIT को जिस जीएसटी के बारे में बताया था , उस जीएसटी की धज्जियां उड़ा दी गई हैं और उसके स्थान पर एक बेहद जटिल जीएसटी कर प्रणाली को लागू कर दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस तथा एक देश -एक कर की घोषणा का खुल कर मजाक उड़ाया जा रहा है. जीएसटी की वर्तमान कर व्यवस्था ने व्यापारियों को मुंशी बना दिया है. अधिकारी निरंकुश हो गए हैं और या तो जिम्मेदार नेताओं की कमान ढीली हो गई है या फिर वो भी व्यापारियों को प्रताड़ित करने में शामिल है. इस स्थिति को देश भर के व्यापारी अब और अधिक बर्दाश्त नहीं करेंगे.