विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए

इन देशों में दिखा रहे झारखंडी अपना हुनर
Mera Gaon Mera Desh: कोरोना भी नहीं हिला सका माहुरी का अर्थतंत्र, विदेशी मुद्रा से चमक रही गांव की तस्वीर
गिरिडीह [ दिलीप सिन्हा ]। Mahuri village of Giridih गिरिडीह से 50 किमी. दूर बगोदर प्रखंड का माहुरी गांव। आबादी करीब चार हजार। गांव में दिखती तरक्की की तस्वीर। हर घर पक्का। कोरोना भी यहां के मजबूत अर्थतंत्र को नहीं हिला सका। दरअसल यहां के युवा ट्रांसमिशन लाइन बिछाने में दक्ष हैं। अपने बड़ों से सीखा यह हुनर उनको सात समंदर पार ले गया। करीब आठ सौ युवक विदेशों में पसीना बहा रहे हैं। लॉकडाउन में नौकरी छोड़कर कोई युवक वापस नहीं लौटा। आज भी नियमित रूप से घरों में पैसे भेजते हैं। गांव की अर्थव्यवस्था इन्हीं मेहनती युवाओं के कमाए पैसों पर टिकी है।
मैं विदेश से धन कैसे प्राप्त कर सकता हूँ?
अंतर्राष्ट्रीय धन हस्तांतरण सेवा
आप अंतरराष्ट्रीय मनी ट्रांसफर सेवा का उपयोग करके विदेशों से सीधे अपने बैंक खाते में धन प्राप्त कर सकते हैं। आपको अपना बैंक विवरण प्रदान करना होगा ताकि प्रेषक अंतरराष्ट्रीय मनी ट्रांसफर प्रदाता के साथ एक ऑनलाइन खाता स्थापित कर सके और पैसे को आपकी वांछित मुद्रा में बदल सके। फिर सेवा प्रदाता इन निधियों को आपके बैंक खाते में स्थानांतरित कर देगा।
बैंक से बैंक हस्तांतरण
आप एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में साधारण हस्तांतरण के माध्यम से विदेश से धन प्राप्त कर सकते हैं। प्रेषक को आमतौर पर ऑनलाइन या मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से अपने बैंक खाते से स्थानांतरण शुरू करना होगा। आपको बस अपना नाम, खाता संख्या, आवासीय पता, अपने बैंक का नाम और एक स्विफ्ट या बैंक पहचानकर्ता कोड (बीआईसी) सहित कुछ विवरण प्रदान करने होंगे। आप इन्हें अपने बैंक से अनुरोध कर सकते हैं।
बार बार पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या मुझे विदेशों से धन प्राप्त करने के लिए ऑस्ट्रेलिया में बैंक खाते की आवश्यकता है?
विदेशों से धन प्राप्त करने के लिए आपको ऑस्ट्रेलियाई बैंक खाते की आवश्यकता नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय धन हस्तांतरण किसी भी सत्यापित बैंक खाते के विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए साथ काम करता है।
विदेशों से धन प्राप्त करने के लिए किन बैंक विवरणों की आवश्यकता होती है?
आपको यह सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित जानकारी प्रदान करनी होगी कि आपके फंड बिना किसी रोक-टोक के साफ हो जाएं:
- आपके बैंक का नाम
- बीएसबी
- खाता संख्या नाम
- बीआईसी/स्विफ्ट कोड – आपके बैंक की पहचान करने वाला अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग कोड।
गलत इलेक्ट्रॉनिक भुगतान विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए से बचने के लिए आपको दोबारा जांच करनी चाहिए कि आपके द्वारा प्रदान किए गए सभी बैंक विवरण सही हैं; हो विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए सकता है कि कुछ प्रदाता हस्तांतरण करने से पहले यह विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए जांच न करें कि खाते के नाम और संख्याएं मेल खाती हैं, और गलत खाते से अपने पैसे को पुनः प्राप्त करना एक चुनौती हो सकती है।
बैंक से पैसे कैसे कमाए
बैंक क्या है : आपको बता दे की बैंक एक वित्तीय विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए संस्थान है जिसे जमा प्राप्त करने और ऋण प्रदान करने विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए का लाइसेंस प्राप्त है। इसके अलावा, एक बैंक (how to increase money in bank) कई अन्य वित्तीय सेवाएं प्रदान विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए करने के लिए भी जाना जाता है। जैसे - सुरक्षित जमा, मुद्रा विनिमय,धन प्रबंधन आदि।
खुद का बैंक कैसे खोले?
वैसे हर किसी देश में अपनी वित्तीय सस्थान खोलने के अलग-अलग नियम है इसी प्रकार हमारे देश का मुख्य नियम है की जब आपकी कुल सम्पति 500 करोड़ के बराबर हो जाती है तब आप अपना खुद का बैंक खोल (How to open a private bank) सकते है। हालाँकि अपना खुद का बैंक खोलने के और भी कई नियम है, जो इस प्रकार है.
अगर आप बैंक से पैसे कमाने की सोच रहे है तो आपके लिए मिनी बैंक खोलना सबसे अच्छा विकल्प होगा जैसा की आजकल आप देखते हो बाजार में हर कहीं पर लोग बैंक मित्र बने होते है। इस प्रकार मिनी बैंक (bank mitra csc) खोल विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए कर आप दो तरह से कमाई कर सकते हैं।
पहला - जिस बैंक से आप जुड़ेंगे उस बैंक से आपको एक फिक्स सैलरी मिलेगी।
दूसरा - आपके जरिए जो भी बैंकिंग सर्विसेज कस्टमर को दी जाएगी, उस पर भी आपको कमीशन मिलेगा।
आपको बता दे की मिनी बैंक खोलने के लिए आपके पास शहर, छोटे कस्बों और गांवों सभी जगह मौका है। शहर में यह विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए वार्ड के आधार पर खोले जाते हैं। जबकि गांवों में बैंक अपने एरिया के आधार पर बैंक मित्र और कस्टमर सर्विस प्वाइंट सेलेक्ट करते हैं।
आलेख : रुपए की फिसलन थामने के जतन - विवेक कौल
इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत यानी अप्रैल 2018 में एक डॉलर का मूल्य 65 रुपए से थोड़ा अधिक था। लेकिन अब 19 सितंबर को डॉलर का मूल्य 73 रुपए से ऊपर बंद हुआ। सभी जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? इसे समझने के लिए एक उदाहरण तो सब्जियों और फलों के ऊपर-नीचे होते दाम हैं। प्याज कभी 20 रुपए किलो बिकता है और कभी 70-80 रुपये विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए किलो तक भी चढ़ जाता है। प्याज 70-80 रुपए किलो तब बिकता है, जब किन्हीं वजहों से उसकी आपूर्ति घटती है, परंतु मांग बनी रहती है। यही बात अन्य सब्जियों और फलों पर भी लागू होती है।
लगभग यही बात रुपये और डॉलर पर भी लागू होती है। जब कभी डॉलर की मांग बढ़ जाती है, तब रुपये का मूल्य गिर जाता है। विश्व व्यापार प्रणाली डॉलर के बलबूते पर चलती है। देश निर्यात करके डॉलर कमाते हैं और फिर उससे ही आयात करते हैं। भारत निर्यात से ज्यादा आयात करता है। इसकी वजह से हर साल व्यापार घाटा होता है। अप्रैल से अगस्त 2018 के दौरान भारत का व्यापार घाटा 80.5 बिलियन डॉलर रहा। इस वित्तीय वर्ष में 136 बिलियन डॉलर का कुल निर्यात हुआ, पर आयात हुआ 216.5 बिलियन डॉलर का। इसका मतलब यह हुआ कि निर्यात से भारत ने जितने डॉलर कमाए, वे आयात के दाम देने के लिए पर्याप्त नहीं। अब प्रश्न उठेगा कि हमारे पास डॉलर आ कहां से रहे हैं? एक तो विदेशी निवेशक डॉलर लाते हैं। विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा कैसे कमाए यह निवेश या तो प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यानी एफडीआई के रूप में होता है या फिर विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के रूप में। जब विदेशी निवेशक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के रूप में डॉलर लाते हैं, तो उस पैसे से या तो कंपनियां खरीदी जाती हैं या नई कंपनियां बनाई जाती हैं। पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट वाला पैसा शेयर बाजार और ऋण बाजार में लगाया जाता है।