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जमा करने की विधि

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Image Source : UPSSSC.GOV.IN UPSSSC कम्बाइंड जूनियर असिस्टेंट मेंस 2022 पंजीकरण 21 नवंबर से शुरू

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जमा करने अंतिम तिथि से एक दिन पहले तक मिलेगा प्रश्नपत्र

कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कालेजों में पीजी की सेमेस्टर परीक्षाओं की समय-सारणी भी जारी कर दी गई है। इस बार प्रश्न पत्र डाउनलोड करने को लेकर विशेष सुविधा दी जा रही है। विश्वविद्यालय से जारी परीक्षा कार्यक्रम में कहा गया है कि उत्तरपुस्तिका (भरा हुआ पर्चा) जमा करने की अंतिम तिथि से एक दिन पहले भी परीक्षार्थी अपने विषय के प्रश्नपत्र निकाल सकेंगे। इस

जमा करने अंतिम तिथि से एक दिन पहले तक मिलेगा प्रश्नपत्र

कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कालेजों में पीजी की सेमेस्टर परीक्षाओं की समय-सारणी भी जारी कर दी गई है। इस बार प्रश्न पत्र डाउनलोड करने को लेकर विशेष सुविधा दी जा रही है। विश्वविद्यालय से जारी परीक्षा कार्यक्रम में कहा गया है कि उत्तरपुस्तिका (भरा हुआ पर्चा) जमा करने की अंतिम तिथि से एक दिन पहले भी परीक्षार्थी अपने विषय के प्रश्नपत्र निकाल सकेंगे। इस तिथि तक वेबसाइट में उन्हें उपलब्ध रखा जाएगा। परीक्षाएं 13 जून से शुरू होंगी।

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर से संबद्ध कालेजों की पीजी (स्नातकोत्तर) सेमेस्टर परीक्षा-2021 का कार्यक्रम तय कर दिया है। इन कक्षाओं के नियमित, भूतपूर्व और एटीकेटी छात्र-छात्राओं के लिए आनलाइन, ब्लैंडेड मोड पर यानि घर से शामिल होने की सहूलियत दी गई है। परीक्षार्थी 13 जून से विश्वविद्यालय की वेबसाइट से या पोर्टल से प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकेंगे। प्रवेश पत्र डाउनलोड करने पर किसी प्रकार की तकनीकी समस्या हो तो छात्र विश्वविद्यालय के हेल्पलाइन नंबर पर या संकाय प्रभारियों के नंबर पर काल कर संपर्क कर समाधान प्राप्त कर सकेंगे। सभी कक्षाओं में प्रश्नपत्र निर्धारित तिथि के अनुसार वेबसाइट का होम पेज ओपन कर बांयी ओर दिए लिंक पर क्लिक कर समय-सारणी में दी गई तिथि के अनुसार अपना प्रश्नपत्र डाउनलोड किया जा सकेगा। इसमें भी किसी प्रकार की समस्या पर हेल्पलाइन में काल कर मदद ली जा सकेगी। परीक्षा के लिए जारी की गई समय-सारणी के बीच यानि जमा करने की विधि परीक्षा कार्यक्रम की अवधि में कोरोना संक्रमित आने वाले परीक्षार्थियों को कोरोना पाजिटिव होने आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट समेत कालेज में प्रस्तुत करने पर उनके संबंध में प्रकरण पर विचार किया जाएगा। इस संबंध में पृथक से दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।

अधिकतम 32 पेज में उत्तर, भेजने की तिथि बाद में

परीक्षार्थियों के परीक्षा आवेदन पत्रों की जांच अभी जारी है। अगर कोई छात्र इन कक्षाओं की परीक्षा के लिए पात्र नहीं पाया जाता है तो ऐसी स्थिति में उनके परीक्षा परिणाम निरस्त कर दिए जाएंगे। लिखित उत्तरपुस्तिकाएं संबंधित कालेजों में जमा करने तिथि एवं दिशा-निर्देश अलग से जारी किए जाएंगे। परीक्षार्थी अपने प्रवेश पत्र से विषय व प्रश्नपत्र का मिलान कर उन्हें हल करेंगे। उत्तरपुस्तिका के कवर पेज को वेबसाइट का होम पेज ओपन कर डाउनलोड व प्रिंट कर उत्तरपुस्तिका के मुख्य पृष्ठ में कालेज कोड अंकित करना अनिवार्य होगा। 32 पेज से अधिक उत्तरपुस्तिका मान्य नहीं होगी।

गुड मार्निंग कोरबा. एक बार फिर हम हाजिर हैं आपके सामने आज के कार्यक्रमों को लेकर।

विधि में विधिज्ञ परिषद से निर्देश का इंतजार

उत्तरपुस्तिका के लिए सामान्य ए-4 आकार का वेज उपयोग कर सकेंगे। विधि की समय-सारणी भारतीय विधिज्ञ परिषद के दिशा-निर्देशों के मिलने के बाद अलग से घोषित किया जाएगा। इसलिए विधि संकाय के परीक्षार्थियों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट का सतत अवलोकन करते रहने कहा गया है। यह परीक्षाएं आनलाइन, ब्लैंडेड मोड पर आयोजित होंगी, इसलिए परीक्षा परिणाम पर परीक्षार्थियों को पुनर्मूल्यांकन या पुनर्गणना की पात्रता नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही सूचना का अधिकार अधिनियम अंतर्गत इन परीक्षाओं के उत्तरपुस्तिकाएं भी प्रदान नहीं किए जाएंगे।

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पोएट्री व विधिक साहित्य से शुरू होगी परीक्षाएं

एमए अंग्रेजी, हिंदी व एमए संस्कृत प्रथम सेमेस्टर से पीजी की सेमेस्टर परीक्षाओं की शुरूआत 15 जून से होगी। सबसे पहले दिन पोएट्री, हिंदी साहित्य का इतिहास व विधिक साहित्य पर पहला प्रश्नपत्र वेबसाइट पर जारी किया जाएगा। इसके बाद ड्रामा, प्राचीन कवि और व्याकरण एवं पाली जैसे विषयों में दूसरा प्रश्नपत्र 16 जून को जारी होगा। विभिन्ना विषय एवं संकाय के लिए प्रश्नपत्र 21 जून तक अपलोड किए जाएंगे, जिसके बाद परीक्षार्थियों को उत्तरपुस्तिकाएं हल कर जमा करने तैयार रहना होगा। कई विषयों के प्रश्नपत्र रविवार की छुट्टी के दिन भी अपलोड किए जाएंगे।

अयोध्या के इस अनोखे बैंक में रुपए नहीं होते हैं जमा, पर पूंजी हो रही है दोगुनी

अयोध्या के इस अनोखे बैंक में रुपए नहीं होते हैं जमा, पर पूंजी हो रही है दोगुनी

अयोध्या. अयोध्या का नाम सुन इस वक्त सिर्फ रामलला मंदिर निर्माण का ख्याल आता है। पर अयोध्या की पावन भूमि में एक ऐसा अनोखा बैंक है जो बेहद चर्चित है, जहां रुपया-पैसा जमा नहीं होता है। पर बैंक की पूंजी लगातार बढ़ती जा रही है। यहां सिर्फ राम नाम लिखी कापियां जमा होती हैं। जिसे सीता राम के दीवाने भक्त श्रद्धाभाव से लिखते हैं। ग्रन्थों में यह वर्णित है कि, 84 लाख रामनाम लिखने पर चौरासी लाख योनियों से मानव को मुक्ति मिल जाती है। तो भक्तों की कोशिश है कि 84 लाख रामनाम लिख मोक्ष प्राप्त करें। इस बैंक का नाम भी बेहद अद्भुत है सीताराम बैंक। ताज्जुब होगा यह जानकर कि इसकी शाखाएं देश में हीं नहीं विदेशों में भी हैं। सीताराम बैंक की कुल 124 शाखाएं हैं। इस बैंक में किसी भी भाषा का बंधन नहीं है, किसी भी भाषा में रामनामी कापियां लिख कर इसमेंं जमा करा सकते हैं।

वर्ष 1970 में हुआ सीताराम बैंक की स्थापना :- अयोध्या में श्री सीताराम नाम अंतरराष्ट्रीय बैंक की स्थापना कार्तिक कृष्णपक्ष की एकादशी तिथि को वर्ष 1970 में किया गया था। रामजन्म भूमि न्यास अध्यक्ष के महंत नृत्य गोपालदास ने इस बैंक की स्थापना की थी। सीता राम बैंक के अध्यक्ष पुनीतरामदास हैं। यह बैंक मणिरामदास जी की छावनी में है, जहां श्वेत-संगमरमरी दीवारों पर वाल्मीकि रामायण के सभी 24 हजार श्लोक उत्कीर्ण किए गए हैं। पांच दशक में बैंक में 15 हजार करोड़ सीताराम नाम जमा हो चुके हैं। इस बैंक के 30 हजार स्थायी और एक लाख से ज्यादा अस्थायी सदस्य हैं।

पांच लाख बार नाम लेखन पर स्थायी सदस्यता :- पुनीतरामदास बताते हैं कि, सीता राम बैंक की ओर से नाम लेखन की कॉपी उपलब्ध कराई जाती है, यह 64 पेज की होती है और इसमें सीताराम लेखन के लिए 21 हजार तीन सौ खाने होते हैं। यानी किसी ने एक कॉपी लिखी, तो उसने 21 हजार तीन सौ बार सीताराम का नाम लिखा है। बैंक का सदस्य उन्हें ही बनाया जाता है, जिन्होंने कम से कम पांच लाख बार नाम लेखन किया हो। उससे कम लिखने वाले को अस्थायी सदस्य माना जाता है।

तीन श्रद्धालुओं को सालाना सम्मान :- इस बैंक के 30 हजार स्थायी सदस्य देश-विदेश में नाम बैंक कॉपियां देने के साथ लिखीं कापियां जमा कराने में मदद करते हैं। बैंक, सदस्यों को पास बुक भी देता है। इसमें व्यक्ति का नाम-पता, लिखित आराध्य नाम लेखन की संख्या तिथिवार दर्ज होती है। पुनीतरामदास और उनके दो सहयोगी इस अनूठे बैंक की व्यवस्था को बनाते हैं। मणिराम छावनी सेवा ट्रस्ट की ओर से सर्वाधिक नाम लेखन जमा करने वाले तीन श्रद्धालुओं को सालाना सम्मानित भी किया जाता रहा।

बैंक की कुल 124 शाखाएं :- पुनीत रामदास ने बताया कि, बैंक की कुल 124 शाखाएं हैं। कनाडा, फिजी के साथ एक शाखा नेपाल और शेष सभी शाखाएं भारत के विभिन्न प्रांतों में हैं। अमेरिका, ब्रिटेन और अरब देश के प्रवासी भारतीय लोग भी सीताराम नाम बैंक से जुड़कर कॉपियां लिख कर भेजते हैं। हिंदी, उर्दू, अन्य भारतीय भाषाओं के साथ जर्मनी, रोमन, अंग्रेजी जमा करने की विधि भाषा में भी लोग सीताराम लिखकर कापियां यहां भेजते हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अचानक कापियां लिखने की रफ्तार बढ़ गई है। बैंक में कॉपियों की बड़ी संख्या होने पर प्रत्येक वर्ष सावन के उत्तरार्द्ध में पुण्यसलिला का प्रवाह जब शिखर पर होता है, तब नाम लिखित कापियां सरयू की गोद में अर्पित की जाती हैं।

UPSSSC कम्बाइंड जूनियर असिस्टेंट मेंस 2022 को लेकर आई बड़ी जमा करने की विधि अपडेट, जानें कब से शुरू हो रहे रजिस्ट्रेशन

UPSSSC ने कम्बाइंड जूनियर असिस्टेंट मेन्स परीक्षा को लेकर एक बड़ा अपडेट जारी किया है।उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर है।

Shailendra Tiwari

Edited जमा करने की विधि By: Shailendra Tiwari @@Shailendra_jour
Published on: November 18, 2022 23:36 IST

UPSSSC कम्बाइंड जूनियर असिस्टेंट मेंस 2022 पंजीकरण 21 नवंबर से शुरू- India TV Hindi News

Image Source : UPSSSC.GOV.IN UPSSSC कम्बाइंड जूनियर असिस्टेंट मेंस 2022 पंजीकरण जमा करने की विधि 21 नवंबर से शुरू

UPSSSC ने कम्बाइंड जूनियर असिस्टेंट मेन्स परीक्षा को लेकर एक बड़ा अपडेट जारी किया है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) 21 नवंबर को संयुक्त कनिष्ठ सहायक मेन्स 2022 परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करेगा। उम्मीदवार मुख्य परीक्षा के लिए upsssc.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर है

UPSSC Junior Assistant recruitment 2022 के लिए वैकेंसी डिटेल-

यह भर्ती अभियान 1262 रिक्तियों को भरने के लिए आयोजित किया जा रहा है, जिनमें से 1148 पद स्वास्थ्य और परिवार कल्याण में कनिष्ठ सहायक के लिए हैं और 114 पद उद्योग और उद्यम में कनिष्ठ सहायक के लिए हैं।

UPSSC Junior Assistant recruitment 2022 के लिए आयु सीमा-
उम्मीदवारों की आयु 18 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

UPSSC Junior Assistant recruitment 2022 के लिए आवेदन शुल्क-

आवेदन शुल्क सभी श्रेणियों के लिए 25 रुपये है।

ऐसे करें आवेदन

1- सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर जाएं।
2- फिर होमपेज पर नोटिफिकेशन/एडवर्टाइजिंग टैब पर क्लिक करें।
3- इसके बाद आवेदन पत्र भरें
4- सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें
5- शुल्क का भुगतान करें और फॉर्म जमा करें
6- भविष्य के संदर्भ के लिए प्रिंट आउट ले लें।

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अब मुकेश अंबानी की होगी अनिल अंबानी की यह कंपनी, NCLT ने दी जमा करने की विधि मंजूरी

अब मुकेश अंबानी की होगी अनिल अंबानी की यह कंपनी, NCLT ने दी मंजूरी

Jio ने नवंबर 2019 में Reliance Infratel की टावर और फाइबर संपत्तियां हासिल करने के लिए 3,720 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी.

राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने रिलायंस इन्फ्राटेल (Reliance Infratel Ltd) के अधिग्रहण के लिए रिलायंस जियो (Reliance Jio) को मंजूरी दे दी है. रिलायंस इन्फ्राटेल, अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस (Reliance Communications) के टॉवर और फाइबर एसेट्स के लिए होल्डिंग कंपनी है. रिलायंस इन्फ्राटेल के लिए सफल समाधान आवेदक, Reliance Project & Property Management Services Limited ने अधिग्रहण प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जमा करने की विधि NCLT मुंबई में एक नया आवेदन दिया था. एनसीएलटी ने साल 2020 में रिलायंस इन्फ्राटेल की समाधान योजना को मंजूरी दी थी.

NCLT (National Company Law Tribunal) ने जियो को आरकॉम (Reliance Communications) के टावर और फाइबर संपत्तियों के अधिग्रहण को पूरा करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) के एस्क्रो खाते में 3,720 करोड़ रुपये जमा करने के लिए कहा है. जियो ने रिलायंस इन्फ्राटेल के अधिग्रहण को पूरा करने के लिए 6 नवंबर को एक एस्क्रो खाते में 3,720 करोड़ रुपये जमा करने का प्रस्ताव दिया था. रिलायंस इन्फ्राटेल दरअसल दिवाला समाधान प्रक्रिया का सामना कर रही है.

Jio ने 2019 में लगाई थी बोली

उद्योगपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली जियो ने नवंबर 2019 में अपने छोटे भाई अनिल अंबानी के प्रबंधन वाली कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस की कर्ज में डूबी अनुषंगी की टावर और फाइबर संपत्तियां हासिल करने के लिए 3,720 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) ने जियो की समाधान योजना को 4 मार्च, 2020 को शत प्रतिशत मत के साथ मंजूरी दे दी थी. RITL के पास देश भर में लगभग 1.78 लाख रूट किलोमीटर की फाइबर संपत्ति और 43,540 मोबाइल टावर है.

समाधान योजना के कार्यान्वयन में क्यों देरी

जियो की सहायक कंपनी रिलायंस प्रोजेक्ट्स एंड प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सर्विसेज द्वारा दायर आवेदन के अनुसार, राशि के वितरण और 'कोई बकाया नहीं' प्रमाण पत्र जारी करने की कार्यवाही लंबित होने के कारण समाधान योजना के कार्यान्वयन में देरी हो रही है. समाधान निधियों के वितरण पर अंतर-ऋणदाता विवाद के सुलझने के बाद धन को ऋणदाताओं के बीच वितरित कर दिया जाएगा. दोहा बैंक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक और एमिरेट्स बैंक सहित एसबीआई और कुछ अन्य बैंक धन के वितरण को लेकर कानूनी लड़ाई में लगे हुए हैं. मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित है. दोहा बैंक ने समाधान पेशेवर द्वारा आरआईटीएल के अप्रत्यक्ष लेनदारों के दावों के वित्तीय लेनदारों के रूप में वर्गीकरण को चुनौती दी थी. आरकॉम ने जिस समय दिवाला आवेदन किया था, उस वक्त तक उसपर कुल 46,000 करोड़ रुपये का कर्ज था.

Nykaa के 335 करोड़ रुपये के शेयर बेचेगी Lighthouse India, ब्लॉक डील के जरिए हो सकती है बिक्री

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