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इक्विटी फंड्स क्या हैं?

इक्विटी फंड्स क्या हैं?
Equity Funds Kya Hain? । Types Of Equity Funds In India

थीमैटिक म्यूचुअल फंड क्या होते हैं? किसे करना चाहिए इसमें निवेश?

Thematic इक्विटी फंड्स क्या हैं? Mutual Funds: थीमैटिक म्यूचुअल फंड हाई रिस्क म्यूचुअल फंड की कैटेगरी में आते हैं। शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव का इसमें सीधा असर पड़ता है। आइए जानते हैं थीमैटिक म्यूचुअल फंड क्या होते हैं। किसे इसे फंड में करना चाहिए निवेश। वहीं किसे इस फंड से रहना चाहिए दूर।

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Thematic Mutual Funds: थीमैटिक म्यूचुअल फंड ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होते हैं जिसमें आप कभी भी निवेश कर सकते हैं और कभी भी पैसा निकाल सकते हैं। यह म्यूचुअल फंड पहले से डिसाइड थीम के अनुसार ही निवेश करते हैं। थीमैटिक म्यूचुअल फंड उन सेक्टरों में ही निवेश करते हैं जो एक स्पेसिफिक थीम का पालन करते हैं।

सेबी (SABI) के नियम के अनुसार जिस भी थीम का म्यूचुअल फंड होगा उसमें उसे उसी पर्टिकुलर थीम शेयरों में पूरे पैसे का 80% पैसा लगाना होता है। इससे म्यूचुअल फंड हाउस के पास ऑप्सन कम हो जाते हैं जिससे थीमैटिक म्यूचुअल फंड हाई रिस्क म्यूचुअल की कैटेगरी में आ जाता है। इस कारण से जैसे ही उस थीम के शेयर में तेजी आती है तो ये म्यूचुअल फंड तेजी से अच्छा रिटर्न देते हैं। वहीं अगर गिरावट आती है तो थीमैटिक म्यूचुअल फंड अन्य म्यूचुअल फंड के हिसाब से तेजी से रिटर्न कम होता है।


कुछ थीमैटिक म्यूचुअल फंड के नाम

थीमैटिक म्यूचुअल के नाम से ही समझ में आ जाता है कि यह किस थीम में निवेश कर रहे हैं। जैसे इंटरनेशनल एक्सपोजर,रूरल इंडिया, एक्सपोर्ट ओरिएंटेड,मल्टी-सेक्टर और ESG फंड शामिल हैं। ये म्यूचुअल फंड लार्ज कैप इक्विटी फंड और डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड की तुलना में ज्यादा रिस्की होते हैं।


किसे करना चाहिए इसमें निवेश?

थीमैटिक म्यूचुअल फंड हाई रिस्क म्यूचुअल फंड कैटेगरी में आता है। इसमे उसे ही निवेश करना चाहिए जो अपने निवेश पर ज्यादा रिस्क लेना चाहते हैं। इसके साथ ही अगर आप कम समय के लिए निवेश करने वाले हैं तो इस म्यूचुअल फंड को चूज बिल्कुल भी न करे। आप इसमें जब ही निवेश करे जब आप कम से कम 5साल इस फंड में निवेश करने वाले हैं।

वहीं अगर आप गिरावट से डरते हैं तो थीमैटिक म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको कई बार विचार कर लेना चाहिए क्योंकि ये फंड तेजी से उपर जाते हैं तो तेजी से इनमें गिरावट भी होती है। हालांकि लंबे समय में थीमैटिक म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिलता है।

इक्विटी फंड्स क्या है। Types Of Equity Funds In India

जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है Equity Funds, वे फंड्स होते हैं, जो अपनी कुल पूंजी का एक बड़ा हिस्सा इक्विटी उपकरणों यानी कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। यह हिस्सा उनके कुल पोर्टफोलियो का कम से कम 65% होता है। इक्विटी फंड म्यूचुअल फंड के अन्य फंड्स की तुलना में अधिक रिटर्न प्रदान करते हैं। हालांकि इक्विटी फंड्स द्वारा प्रदान रिटर्न्स बाजार जोखिमों पर निर्भर होते हैं और शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर इक्विटी फंड्स पर मिलने वाले रिटर्न भी कम ज्यादा होते रहते हैं।

Types Of Equity Funds In India

इक्विटी फंडों को बाजार पूंजीकरण के आधार पर निम्न वर्गों में बांटा जा सकता है।

Equity Funds Kya Hain? । Types Of Equity Funds In India

Equity Funds Kya Hain? । Types Of Equity Funds In India

1 . स्मॉल कैप फंड ( SMALL CAP EQUITY FUNDS )

स्मॉल कैप फंड वे इक्विटी फंड्स हैं जो छोटी बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5000 करोड़ से कम होता है। इसके अलावा सेबी द्वारा परिभाषित वे कंपनियां जो बाजार पूंजीकरण के आधार पर 251वें स्थान से लेकर ऊपर की सभी कंपनियां है, वे सभी स्माल कैप कंपनियों के अंतर्गत आती हैं।

2 . मिड कैप फंड ( MID CAP EQUITY FUNDS )

मिड कैप फंड्स वे फण्ड होते हैं जो मध्यम बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। सेबी यानी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के द्वारा परिभाषित यह कंपनियां बाजार पूंजीकरण के आधार पर 101वें से 250 वे स्थान के अंतर्गत आती है या फिर मध्यम आकार की वे कंपनियां जो 5000 करोड़ से 20000 करोड का बाजार पूंजीकरण रखती है वे कंपनियां मिडकैप कंपनियां कहलाती है।

3 . लार्ज कैप फंड्स ( LARGE CAP EQUITY FUNDS )

लार्ज कैप फंडस वे इक्विटी फंड्स है, जो बड़ी बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों में निवेश करते हैं। सेबी लार्ज कैप कंपनियों को परिभाषित करता है। सेबी की परिभाषा के आधार पर जो कंपनियां बाजार पूंजीकरण में 1 से लेकर 100 वी रैंक पर है वे सभी लार्ज कैप कंपनियां हैं। इसके अलावा जिन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 20 हजार करोड़ से ऊपर है वे सभी लार्जकैप कंपनियां।

4 . मल्टी कैप फंड्स ( MULTI CAP EQUITY FUNDS )

मल्टी इक्विटी फंड्स क्या हैं? कैप फंड वे इक्विटी फंड होते हैं जो बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखकर व अधिकतम रिटर्न हासिल करने के लिए निवेश का कुछ हिस्सा स्माल कैप फंड्स में, कुछ हिस्सा मिड कैप फंड्स में तथा कुछ हिस्सा लार्ज कैप फंड्स में निवेश करते हैं।

5 . सेक्टर या थीमेटिक फंड्स ( SECTORAL OR THEMATIC EQUITY FUNDS )

वे इक्विटी फंड्स जो किसी विशेष सेक्टर जैसे कि बैंकिंग, आईटी, फार्मा, एफएमसीजी इक्विटी फंड्स क्या हैं? कंपनियों में निवेश करते हैं सेक्टर आधारित फंड्स कहलाते हैं। इसके अलावा वे फंड्स जो किसी विशेष थीम आधारित कंपनियों जैसे ट्रैवलिंग, हॉस्पिटैलिटी आदि में निवेश करते हैं, थीमेटिक फंड्स कहलाते है।

6 . इंडेक्स फंड्स ( INDEX EQUITY FUNDS )

इंडेक्स फंड्स एक प्रकार का इक्विटी फंड्स ही है, इक्विटी फंड्स क्या हैं? जो बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी जैसे लोकप्रिय शेयर बाजार सूचकांक के प्रदर्शन पर नजर रखता है और उनका अनुकरण करता है। यह फंड किसी विशेष सेक्टर पर भी आधारित हो सकते हैं जैसे फार्मा, आईटी, एफएमसीजी या ऑटो सेक्टर सूचकांक आदि।

7 . ईएलएसएस फंड्स ( ELSS EQUITY FUNDS )

ईएलएसएस फंड्स भी एक प्रकार का इक्विटी फंड ही है, जो इक्विटी यानी स्टॉक में निवेश करता है। लेकिन यह एक क्लोज एंडेड फण्ड है यानी इसमें आप जब चाहे तब पैसा नहीं निकाल सकते हैं। इसमें 3 साल का लॉकिंग पीरियड होता है। बाकी इक्विटी फंड्स की बजाय ईएलएसएस फंड्स भारतीय आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 सी के तहत निवेशकों को अपने कुल निवेश के 1.5 लाख रुपए तक की राशि पर कर छूट का लाभ भी प्रदान करता है।

8. डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड्स ( Diversified Equity Funds )

डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड्स, वे इक्विटी फंड्स होते हैं जो मल्टीकैप फंड्स की तरह ही सभी प्रकार के बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश करते हैं। हालांकि यह आमतौर पर अपनी कुल संपत्ति का 40 से 60% लार्ज कैप कंपनियों के स्टॉक्स में, 20 से 35% मिड कैप कंपनियों के स्टॉक्स में तथा 10 से 15 परसेंट स्मॉल कैप कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश करते हैं।

हर तरह की बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश करने के कारण डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड्स मीडियम रिस्क, मीडियम गेन फंड्स माने जाते हैं।

9. डिविडेंड यील्ड इक्विटी इक्विटी फंड्स क्या हैं? फंड्स ( Dividend Yield Equity Funds )

डिविडेंड यील्ड फंड, ऐसे इक्विटी फंड्स होते हैं जो अपनी कुल संपत्ति का ज्यादा से ज्यादा प्रतिशत उन स्टॉक्स में निवेश करते हैं जो हाई डिविडेंड यील्ड स्टॉक्स होते हैं। यह फंड्स उन इन्वेस्टर्स के द्वारा ज्यादा पसंद किए जाते हैं जो पूंजीगत लाभ के साथ-साथ एक नियमित आय के लक्ष्य के साथ निवेश करते हैं।

यह फंड्स डिविडेंड यील्ड स्ट्रेटजी को अपनाकर अपनी कुल संपत्ति का न्यूनतम 65 प्रतिशत उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो उच्च और नियमित लाभांश प्रदान करती हैं।

10. वैल्यू इक्विटी फंड्स ( Value Equity Funds )

ये वे इक्विटी फंड्स होते हैं जो वैल्यू इन्वेस्टिंग कंपनीज में निवेश करते हैं। स्टॉक मार्केट में बहुत सारी ऐसी कंपनियां हैं जिन्होंने किसी कारण से लोगों का भरोसा खो दिया है, लेकिन फिर भी वह अपने सिद्धांतों को बनाए रखे हुए हैं। जिसके कारण इन कंपनियों के स्टॉक की कीमत अंडरवैल्यूड हो जाती है। वारेन बुफेट भी इसी वैल्यू इन्वेस्टिंग सिद्धांत को अपनाकर निवेश करते हैं।

11. कॉण्ट्रा इक्विटी फंड्स ( Contra Equity Funds )

यह फंड्स अपनी इक्विटी का न्यूनतम 65 प्रतिशत ऐसे अंडर परफॉर्मिंग स्टॉक्स में निवेश करते हैं जो सस्ते वैल्यूएशन के कारण लॉन्ग टर्म में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इनका मकसद फंडामेंटल प्राइस से कम कीमत पर ऐसे स्टॉक्स खरीदने का होता है जो लंबे समय में अच्छा प्रदर्शन करें और निवेशकों को अच्छे रिटर्न कमा कर दें। यह फंड्स इस विश्वास के साथ इन अंडर परफॉर्मिंग स्टॉक्स में निवेश करते हैं कि दीर्घकाल में स्टॉक्स स्थिर हो जाएंगे और अपने वास्तविक मूल्य पर आ जाएंगे।

12. फोकस्ड इक्विटी फंड्स ( Focused Equity Funds )

फोकस्ड फंड इक्विटी फंड्स कमीशन होते हैं जो लार्ज कैप, मिड कैप, स्माल कैप और मल्टीकैप फंड्स में निवेश करते हैं। सेबी की गाइडलाइंस के अनुसार फोकस्ड फंड्स केवल 30 स्टॉक्स में ही निवेश कर सकते हैं। फोकस्ड फंड कुल संपत्ति का न्यूनतम 65 प्रतिशत इक्विटी में निवेश कर सकते हैं।

Equity Funds Kya Hain? । Types Of Equity Funds In India

Equity Funds Kya Hain? । Types Of Equity Funds In India

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बिज़नेस न्यूज डेस्क - बच्चों को पढ़ाना बहुत महंगा हो गया है। लगातार बढ़ती महंगाई के बीच बच्चों को विदेशों में पढ़ाना एक बड़ी चुनौती है क्योंकि इसके लिए काफी पैसे की जरूरत होती है। इस सपने को पूरा करने के लिए ज्यादातर माता-पिता एजुकेशन लोन लेते हैं। वहीं, कई माता-पिता कर्ज लेने से बचते हैं और म्यूचुअल फंड का रास्ता अपनाते हैं।14 नवंबर यानी आज बाल दिवस है। इस बाल दिवस पर आप म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कर अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा का तोहफा दे सकते हैं. इस लंबी अवधि के लक्ष्य को पूरा करने के लिए म्युचुअल फंड में अधिक रिटर्न के लिए बुद्धिमानी से निवेश करना होगा। बच्चों की शिक्षा एक दीर्घकालिक लक्ष्य है। इसे पूरा करने के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश के कई विकल्प हैं। लेकिन, फंड्स को जोखिम लेने की क्षमता और लक्ष्य सीमा के अनुसार चुना जाना चाहिए।

डायवर्सिफाइड ब्लूचिप इक्विटी फंड: ये दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए एक आदर्श निवेश विकल्प हो सकते हैं। इसमें सेक्टर की दिग्गज कंपनियों के शेयरों में पैसा लगाया जाता है। जोखिम कम होता है। आप लंबी अवधि के निवेश पर 12% वार्षिक रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। फ्लेक्सीकैप इक्विटी फंड्स: इसके जरिए अपने सेक्टर की बेहतरीन लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश किया जाता है। इन फंड्स के तहत मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से पैसा लगाया जाता है। लंबी अवधि में 9% प्रति वर्ष और अधिक अर्जित किया जा सकता है। बैलेंस्ड एडवांटेज फंड: ये हाइब्रिड म्यूचुअल फंड इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करते हैं। अगर आप कम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो हाइब्रिड फंड में निवेश करना बेहतर विकल्प है। इसमें आपको निवेश पर 8-12% रिटर्न मिल सकता है।

कितने तरह इक्विटी फंड्स क्या हैं? के होते हैं इक्विटी Mutual Fund? निवेश के लिए क्यों हैं बेहतर विकल्प?

इक्विटी फंड म्यूच्यूअल फंड की वो स्कीम है, जो खासकर इक्विटी फंड्स क्या हैं? शेयर्स/कंपनी के स्टॉक्स में निवेश करती है. इन्हें Growth Fund (वृद्धि फंड) भी कहते हैं.

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - August 2, 2021 / 06:28 PM IST

कितने तरह के होते हैं इक्विटी Mutual Fund? निवेश के लिए क्यों हैं बेहतर विकल्प?

Mutual Funds को हम 3 प्रकार से बाँट सकते है debt, hybrid और तीसरा Equity. इक्विटी फंड म्यूच्यूअल फंड की वो स्कीम है, जो खासकर शेयर्स/कंपनी के स्टॉक्स में निवेश करती है. इन्हें Growth Fund (वृद्धि फंड) भी कहते हैं. इक्विटी म्यूचुअल इक्विटी फंड्स क्या हैं? फंड का फंड मैनेजर यह तय करता है कि निवेशकों का पैसा किन-किन कंपनियों के शेयरों में लगाना है. तो आइये जानते हैं की आखिर ये इक्विटी फंड के बारे में.

मार्केट कैप के हिसाब से इक्विटी Mutual Fund को 5 कैटेगरी में बांटा जा सकता है:

लार्जकैप इक्विटी फंड

लार्ज कैप इक्विटी फंड्स को ज्यादातर बड़ी कंपनियों में ही निवेश किया जाता हैं. ये कंपनियाँ अपने क्षेत्र में अच्छी तरह से स्थापित होती है. इसी वजह से लार्ज कैप वाली कंपनियों को निवेश के लिए सुरक्षित माना जाता है. ये फंड अपने कॉर्पस का 80 फीसदी हिस्सा लार्जकैप कंपनियों में निवेश करता है,

मल्टीकैप इक्विटी फंड

जैसा कि नाम से ही साफ हो रहा है, मल्टीकैप इक्विटी फंड वो स्कीम है जो सभी तरह के सेक्टर में निवेश करती है. इसमें लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप और तमाम तरह के सेक्टर शामिल होते हैं. इससे फंड मैनेजर वास्तव में निवेशकों के लिए ज्यादा रिटर्न कमाने में सफल होता है.

मिड कैप इक्विटी फंड

शेयर बाजार में लिस्टेड उन कंपनियों में यह फंड निवेश करता है जिसमें वास्तव में लार्ज कैप बनने की संभावनाएं हैं. इसका मतलब यह है कि इक्विटी फंड्स क्या हैं? माध्यम आकार की वे कंपनियां जिनका बैलेंस शीट ठीक है, मुनाफा बढ़िया है और जिनके पास काफी ऑर्डर हैं. ये फंड्स अपनी एसेट यानि संपत्ति का 65 फीसदी मिडकैप स्टॉक्स में निवेश करते हैं.

स्मॉल कैप इक्विटी फंड

इस में सिर्फ छोटी कम्पनियों के शेयर/स्टॉक्स में ही ज्यादातर पैसा निवेश किया जाता हैं जो की काफी ज्यादा जोखिम भरे होते है लेकिन स्माल कैप इक्विटी फण्ड से मिलने वाला मुनाफा भी इक्विटी फंड्स क्या हैं? लार्ज या मिड कैप स्कीम की तुलना में कई गुना तक ज्यादा हो सकता है. ये फंड अपने नाम की तरह अपनी संपत्ति या एसेट का 65 फीसदी हिस्सा स्मॉलकैप कंपनियों में निवेश करती हैं.
माइक्रो कैप इक्विटी फंड

बाजार पूंजीकरण के हिसाब से बहुत ही छोटी कंपनियों में निवेश करने वाला MF माइक्रो कैप इक्विटी फंड कहा जाता है. इन MF स्कीम के फंड मैनेजर अपने फंड का ज्‍यादातर इक्विटी फंड्स क्या हैं? हिस्‍सा उभरती हुई बहुत छोटी कंपनियों में लगाते हैं.

sebi के अनुसार ये भी इक्विटी फंड है

डिविडेंड यील्ड फंड

इस तरह के फंड्स को अपने एसेट का 65 फीसदी डिविडेंड यील्ड स्टॉक में निवेश करना जरूरी होता है.

वैल्यू इक्विटी फंड

ये फंड स्कीम अपने एसेट का 65 फीसदी हिस्सा ऐसे स्टॉक में निवेश करते हैं जो वैल्यू निवेश के सिद्धांतों पर आधारित होते हैं.

कॉन्ट्रा इक्विटी फंड

इस तरह के फंड्स विपरीत इक्विटी फंड्स क्या हैं? निवेश की रणनीति का पालन करते हैं और अपने एसेट का 65 फीसदी हिस्सा उसी रणनीति के आधार पर निवेश करते हैं.

फोक्स्ड इक्विटी फंड

ये फंड ज्यादा से ज्यादा 30 स्टॉक के पोर्टफोलियो में निवेश करते हैं. ज्यादातर फोक्स्ड फंड मल्टीकैप रणनीति का पालन करते हैं.

सेक्टोरल और थीमैटिक फंड

इस तरह के फंड अपने एसेट या संपत्ति का 80 फीसदी हिस्सा किसी विशेष सेक्टर और थीम में निवेश करते हैं.

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