आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी

बुल मार्केट की क्षमता की पुष्टि करने में मदद के लिए ट्रेडर और निवेशक तकनीकी विश्लेषण का उपयोग कर सकते हैं .
शेयर बाजार
सेबी से पंजीकृत भारतीय रिसर्च एनालिस्ट महेश कौशिक से हिन्दी में सीखिये शेयर बाजार के गुर व हर सप्ताह पाईये फ्री शेयर टिप लोंग टर्म निवेश के लिये सेबी पंजीकरण क्रमांक:-INH 100000908 Registered under SEBI(RESEARCH ANALYSTS) REGULATIONS, 2014
नये पाठक जिन्होने पिछले साल से सीमा के पोर्टफोलियो की कहानी नहीं पढी वो शुरू से पढना चाहें तो इस लिंक से प्रारंभ करेंः-
How Seema Start Stock Market Portfolio
सीमा के पोर्टफोलियो पर आगे बढ़ने से पहले में शेयर बाजार की वर्तमान हालत पर कबीरदास जी की शैली में एक प्रेरणास्पद कविता सुनाना चाहता हूं पहले उसको इरशाद फरमाईयेः-
बस अब सीमा मेरे साथ रहती है मेरी पत्नी है तो स्वभाविक है उसको तो मैं ये कविता दिन में दो बार सुनाता हूं।
इसलिये सीमा मार्केट की गिरावट से कोई डरी नहीं उसकी खरीददारी मेरी पुस्तक के शेयरों के क्रमानुसार लगातार जारी रही 23 Aug 2018 के बाद उसकी ट्रेड बुक पर नजर फरमायें जराः-
निफ्टी और बैंक निफ्टी कारोबारी इन बातों का रखें ध्यान - शोमेश कुमार
इन स्तरों से पता चलेगा कि बाजार किस करवट बैठेगा। इसके साथ ही बाजार की खास बोलचाल को भी जानना जरूरी है। इनके बारे में आप भी जानना चाहते हैं तो देख सकते हैं यह वीडियो। बाजार विश्लेषक शोमेश कुमार से बातचीत कर रहे हैं निवेश मंथन के संपादक राजीव रंजन झा।
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Bull Market और Bear Market में अंतर क्या है?
What is Bull Market? What is beer market? Bull Market kya hai? What is the difference between Bull Market and Bear Market? कैसे पता चलेगा कि हम bull market में हैं? नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में हम शेयर बाजार के Bull Market और Bear Market के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं.
यदि आप share market में interested है, और share market से जुड़े हुए हैं, तो आपने कभी न कभी Bull Market और Bear Market के बारे में जरूर सुना होगा लेकिन क्या आप इसके बारे में जानते हैं, Bull Market और Bear Market में अंतर क्या है.
अगर आप इसके बारे में नहीं जानते तो, आप इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक पढ़े ताकि, आपको इसके बारे में एक अच्छी जानकारी हो सके, क्योंकि आज की इस पोस्ट में हम यहां आपको Bull Market और Bear Market के बारे में अच्छे से समझाया है.
Bull Market क्या है- what is bull market.
सामान्य तौर पर यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं, मतलब यदि आप किसी शेयर में पैसे लगाते हैं और आपको उस शेयर का price बढ़ने से लाभ होता है तो, यह बुल मार्केट कहलाता है इसे आइए हम एक उदाहरण द्वारा आप को समझाते हैं.
उदाहरण :- समझने के लिए मान लीजिए कि यह abletrick.com एक कंपनी है, जिसकी शेयर का प्राइस ₹1000 है, और कुछ दिन बाद इस कंपनी का शेयर ₹2000 हो जाता है ऐसे में आपको इस कंपनी के हर एक शेयर में ₹1000 का लाभ हो जाता है.
मान लीजिए कि यदि आपको किसी शेयर की बढ़ती कीमतों से, लाभ प्राप्त होता है तो उसे हम bull market kehte hain.
Bear Market क्या है- what is bull market.
Bear Market की बात करें तो, यदि आप किसी कंपनी के गिरते दामों के शेयर से, यदि आपको लाभ होता है तो उसे हम Bear Market कहते हैं. इस Market में यह होता है की, यदि शेयर का प्राइस घटेगा तब जाकर आपको इससे लाभ प्राप्त होगा
उदाहरण :- समझने के लिए मान लीजिए कि jobkaisepaye.com एक कंपनी है जिस कंपनी के 1 शेयर का प्राइस ₹2000 है, और आपको लगता की कुछ समय बाद इस कंपनी का शेयर का Price घट कर ₹1000 हो जायेगा तो आप किसी ब्रोकर से उसका शेयर लेकर sell कर देते हैं, और जब उस शेयर प्राइस ₹1000 हो जाता है तो आप उस कंपनी का शेयर buy कर के उस ब्रोकर को दे देते हैं.
आप इसे कुछ इस प्रकार समझ सकते हैं, जब आप शेयर के घटते कीमतों में लाभ प्राप्त करते हैं तो, उसे हम Bear Market kehte hain.
Bull और Bear Market में क्या अंतर है-what is the difference in a bull and bear market.
दोस्तों bull और bear मार्केट में अंतर बताने से पहले हम लोगों द्वारा सुनी गई एक कहानी बताते हैं जो लोग bull और bear मार्केट के बारे में बताते हैं.
rsi indicator in hindi – RSI से पता करे स्टॉक उपर जायेगा या निचे।
rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai
नमस्ते दोस्तों। आज हम समझने वाले है की rsi indicator in hindi में क्या होता आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी है। और इसका ट्रेडिंग में का महत्त्व है। क्या हम rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग में अच्छे खासे पैसे कमा सकते है। और आखिर rsi इंडिकेटर का इस्तेमाल करते कैसे है। इन सब के बारे में हम आज विस्तार में जानने वाले है।
rsi indicator एक leading indicator है। जो की स्टॉक के ट्रेंड चेंज होने के पहले ही सिग्नल दे देता है। की स्टॉक ऊपर जानेवाला है या फिर निचे। इसीलिए इसे लीडिंग इंडिकेटर भी बोलते है। अगर आपको leading indicators के बारे में नहीं पता तो आप हमारी पिछली पोस्ट पढ़ सकते है। उसमे हमने leading indicators के बारे में विस्तार में बताया है।
rsi indicator in hindi / rsi आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी indicator kya hota hai
rsi indicator in hindi
rsi का full फॉर्म होता है relative strength index .यानि की ये इंडिकेटर स्टॉक की strength यानि की ताकद बताता है। की स्टॉक ऊपर जा सकता है की निचे। अगर interday trading में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इंडिकेटर हे तो वो rsi indicator है।
rsi indicator स्टॉक्स के चार्ट में होने वाले मोमेंटम का ट्रेंड को दर्शाता है। और इसे oscillator भी कहा जाता है। क्युकी ये इंडिकेटर ० ते १०० के बिच में घूमता रहता है। और स्टॉक overbought हे या फिर oversold है। ये दर्शाने का काम rsi indicator करता है।
rsi indicator कैसे काम करता है
rsi indicator ० ते १०० के बिच में ट्रेंड दिखने के कारन ये कभी ० के निचे और १०० के ऊपर नही जाता। इसके में तीन स्तर होते है। जैसे की ३०,५०,और ७० ये इसके महत्वपूर्ण स्तर है। इनका मतलब होता है की। अगर rsi अगर ५० से १०० के बिच है मतलब स्टॉक का मोमेंटम अभी पॉजिटिव यानि की बुलिश है। और अगर rsi का स्तर ० से लेकर ५० आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी के बिच होता है तो इसका मतलब स्टॉक का मोमेंटम नेगेटिव यानि की बेयरिश है।
rsi indicaor १४ दिनों का average निकाल के आपको स्टॉक की strength बताता है। आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी हलाकि हम उसका average चेंज भी कर सकते है। जाइए की हम 20 दिनों का भी average निकल सकते है। या आप अपने हिसाब से इसका average निकल सकते है। लेकिन डिफ़ॉल्ट १४ दिनों का average निकलने ये सही होता है। ये इंडिकेटर ज्यादातर technical analysis में इस्तेमाल किया जाता है।
अगर rsi ५० के ऊपर जा आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी रहा है इसका मतलब शेयर में तेजी आने की संभवना होती है। या स्टॉक की प्राइज भी ऊपर जाने लगाती है। लेकिन अगर rsi ५०के निचे अपना आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी ट्रेंड बना रहा होता है ,यानि की शेयर में बिकवाली होना शुरू हुआ है ,यानि स्टॉक निचे जाने की संभावना होती है।
RSI indicator के फायदे
ये एक मोमेंटम indicator होने के कारन ये आपको स्टॉक के चार्ट का मोमेंटम बताता है। और आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी अगर मार्केटover bought (औसत से ज्यादा खरीद ) हे तो ये आपको outbought का सिग्नल पहले ही दे देता है। इससे आप पहल की स्टॉक का रिवर्सल पता करके आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी के स्टॉक में short selling भी कर सकते है। आपको अच्छ मुनाफा कमाने का मौका ये इंडिकेटर देता है।
और अगर मार्केट over sold यानि की औसत से ज्यादा बिकवाली स्टॉक में है तो ये इंडिकेटर आपको over sold का सिग्नल पहले आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी ही दे देता है। और ऐसा मन जाता है की स्टॉक जब भी over bought होता है। या फिर over sold होता है। तो मार्केट में रिवर्सल जरूर आता है। तो इसी रिवर्सल को पहलेही पहनके आप इसमें अच्छा मुनाफा काम सकते आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार में तेजी है या मंदी है।
निष्कर्ष
rsi indicator एक ऐसा इंडिकेटर हे जो आपको मार्किट की ताकत बुलिश है या फिर बेयरिश है ये दर्शाता है। फिर उसके हिसाब से आप अपना ट्रेड ले सकते है। लेकिन इसे समझने के लिए आपको इसे candle stick chart पर लगाना जरुरी है। उससे ही आपको इसका अंदाजा हो जायेगा की ये काम कैसे करता है।