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Bitcoin का उपयोग

Bitcoin का उपयोग

क्या है बिटकॉइन, कैसे काम करती है और कितनी सुरक्षित है, यहां मिलेगा जवाब

बिटकॉइन

दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।

क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।

कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।

इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है.


चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।

क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।

बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।

दुनिया भर में बिटकॉइन का वर्चस्व बढ़ रहा है। अब दुनिया की जानी मानी इलेक्ट्रिक कंपनी टेस्ला ने भी कह दिया है कि वह जल्द ही बिटकॉइन को अपने वाहनों के लिए भुगतान के रूप में स्वीकार करेगी। साथ ही उबर कंपनी भी बिटकॉइन की तरफ बढ रही है।

क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटकॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है। यानी, अब इस करेंसी को भविष्य की करेंसी भी कह सकते हैं।

कैसे होता है लेन-देन
बिटकॉइन के लेन-देन के लिए उपभोक्ता को प्राइवेट की (कुंजी) से जुड़े डिजिटल माध्यमों से भुगतान का संदेश भेजना पड़ता है, जिसे दुनिया भर में फैले विकेंद्रीकृत नेटवर्क के जरिये सत्यापित किया जाता है।

इसके जरिए होने वाला भुगतान डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए होने वाले भुगतान के विपरीत है। बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल केवल ऑनलाइन लेनदेन के लिए किया जाता है। बिटकॉइन के मूल्यों में भारी उतार-चढ़ाव के कारण अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या एक मुद्रा के रूप में कार्य करने में यह सक्षम है.


चूंकि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, इसलिए निजी तौर पर इसका विनिमय होता है। इसे 'माइनिंग' नामक एक प्रक्रिया के जरिये जेनरेट किया जाता है, जिसके लिए एक खास किस्म के सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है। इसके लिए बेहतर प्रोसेसर एवं निर्बाध बिजली आपूर्ति की जरूरत है, जो हमारे देश में मुश्किल है।

क्या बिटकॉइन सुरक्षित है
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी में बिटकॉइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया, और फिर 30,000 डॉलर तक गिर गया, फिर एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था।

बिटकॉइन के लिए आपके पास एक ऐप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटकॉइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने-बेचने पर थी 10 साल की जेल
क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध और आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2019 के ड्राफ्ट में यह प्रस्ताव दिया गया था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री करने वालों को 10 साल की जेल की सजा मिलेगी। ड्राफ्ट के मुताबिक इसकी जद में वे सभी लोग आएंगे जो क्रिप्टोकरेंसी तैयार करेगा, उसे बेचेगा, क्रिप्टोकरेंसी रखेगा, किसी को भेजेगा या क्रिप्टोकरेंसी में किसी प्रकार की डील करेगा। इन सभी मामलों में दोषी पाए जाने वालों को 10 साल तक की जेल की सजा मिलती थी। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने यह प्रतिबंध हटा दिया है।

बिटकॉइन

बिटकॉइन

बिटकॉइन (Bitcoin) एक केंद्रीय बैंक या एकल प्रशासक के बिना एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है (Decentralized digital currency). इसे किसी बिचौलिए के बिना पीयर-टू-पीयर बिटकॉइन नेटवर्क पर भेजा जा सकता है (peer-to-peer bitcoin network). इसके लेन-देन को क्रिप्टोग्राफी के माध्यम से नेटवर्क नोड्स द्वारा सत्यापित किया जाता है और बही खाता में लिखा जाता है जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं. इस क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का आविष्कार 2008 में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा सतोशी नाकामोटो (Satoshi Nakamoto) नाम का उपयोग करके Bitcoin का उपयोग किया गया था. इस मुद्रा का उपयोग ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किए जाने के साथ 2009 में शुरू हुआ था.

बिटकॉइन को माइनिंग (Mining) के जरिए एक इनाम के रूप में बनाया या अर्जित किया जाता है. उसका अन्य मुद्राओं, उत्पादों और सेवाओं के लिए आदान-प्रदान किया जा सकता है. बिटकॉइन अवैध लेनदेन में इसके उपयोग को लेकर विवादों में भी रहा है. आमतौर पर लोग इसे एक निवेश के रूप में इस्तेमाल करते हैं. सितंबर 2021 में, अल सल्वाडोर (Al Salvador) ने आधिकारिक तौर पर बिटकॉइन को कानूनी निविदा (Legal tender) के रूप में अपनाया, ऐसा करने वाला वह पहला देश है.

बिटकॉइन सिस्टम के खाते की इकाई बिटकॉइन है. बिटकॉइन का मुद्रा कोड BTC और XBT हैं. इसका यूनिकोड वर्ण ₿ है. एक बिटकॉइन आठ दशमलव स्थानों के लिए विभाज्य है. हर बिटकॉइन वॉलेट के मालिक के पास एक प्राइवेट की यानी निजी कुंजी होती है (Private Key). अगर निजी कुंजी खो जाती है, तो बिटकॉइन नेटवर्क स्वामित्व के किसी अन्य प्रमाण को नहीं पहचान पाता है, जिससे कॉइन्स अनुपयोगी हो जाते हैं, और प्रभावी रूप से खो जाते हैं. 2013 Bitcoin का उपयोग में एक उपयोगकर्ता ने दावा किया था कि उसने 7,500 बिटकॉइन खो दिए, जिसकी कीमत 7.5 मिलियन डॉलर थी, जब उसने गलती से अपनी निजी कुंजी वाली हार्ड ड्राइव को फेंक दिया था. माना जाता है कि सभी बिटकॉइन का लगभग 20% खो गया है - जुलाई 2018 की कीमतों पर उनका बाजार मूल्य लगभग $20 बिलियन होगा.

बिटकॉइन विकेंद्रीकृत है क्योंकि इसका कोई केंद्रीय अधिकार नहीं है (No Central Authority). बिटकॉइन नेटवर्क पीयर-टू-पीयर है, इसका कोई केंद्रीय सर्वर नहीं है (Without Central Servers). नेटवर्क में कोई केंद्रीय भंडारण भी नहीं है (No Central Storage). इसका खाता बही सार्वजनिक है, कोई भी इसे कंप्यूटर पर स्टोर कर सकता है. इसका कोई एकल प्रशासक नहीं है, बहीखाता का रखरखाव समान रूप से विशेषाधिकार प्राप्त माइनर्स के एक नेटवर्क द्वारा किया जाता है.

डोमेन नाम bitcoin.org 18 अगस्त 2008 को पंजीकृत किया गया था. 31 अक्टूबर 2008 को, बिटकॉइन: ए पीयर-टू-पीयर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम (Bitcoin: A Peer-to-Peer Electronic Cash System) शीर्षक से सतोशी नाकामोटो द्वारा लिखित एक पेपर का लिंक एक क्रिप्टोग्राफी मेलिंग सूची में पोस्ट किया गया था. नाकामोटो ने बिटकॉइन सॉफ्टवेयर को ओपन-सोर्स कोड के रूप में लागू किया और जनवरी 2009 में इसे जारी किया. नाकामोटो की पहचान अज्ञात बनी हुई है. ब्लॉकचेन विश्लेषकों का अनुमान है कि नाकामोटो ने 2010 में गायब होने से पहले लगभग एक मिलियन बिटकॉइन की माइनिंग की थी.

3 जनवरी 2009 को, बिटकॉइन नेटवर्क बनाया गया Bitcoin का उपयोग था जब नाकामोटो ने श्रृंखला के शुरुआती ब्लॉक को माइन किया, जिसे उत्पत्ति ब्लॉक (Genesis Block) के रूप में जाना जाता है. पहले बिटकॉइन लेन-देन को हासिल करने वाले हैल फिनी थे (Hal Finney). फिनी ने अपनी रिलीज़ की तारीख पर बिटकॉइन सॉफ्टवेयर डाउनलोड किया, और 12 जनवरी 2009 को नाकामोटो से दस बिटकॉइन प्राप्त किए. 2010 में, बिटकॉइन का उपयोग करने वाला पहला ज्ञात वाणिज्यिक लेनदेन पापा जॉन के दो पिज्जा खरीदकर किया था.

फोर्ब्स ने बिटकॉइन को 2013 का सर्वश्रेष्ठ निवेश बताया था. 2015 में, बिटकॉइन ब्लूमबर्ग की मुद्रा तालिका में सबसे ऊपर था.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Crypto Trading : क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन कोड का इस्तेमाल करती है. आप अपने क्रिप्टो टोकन या तो सीधे बायर को बेच सकते हैं या फिर ज्यादा सुरक्षित रहते हुए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को Bitcoin का उपयोग माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.

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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

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कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल क्या है?

यह डिजिटल कॉइन उसी तरह का निवेश है, जैसे हम सोने में निवेश करके इसे स्टोर करके रखते हैं. लेकिन अब कुछ कंपनियां भी अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए क्रिप्टो में पेमेंट को समर्थन दे रही हैं. वहीं, कुछ देश तो इसे कानूनी वैधता देने पर विचार कर रहे हैं.

क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक डिजिटल करेंसी (Digital Currency) है जिसे कंप्यूटर नेटवर्क पर एक्सचेंज के माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह मुद्रा किसी केंद्रीय प्राधिकरण या सरकार या बैंक पर निर्भर नहीं है (Not Reliant on any Central Authority). इसका इंडिविजुअल कॉइन ओनरशिप का रिकॉर्ड एक डिजिटल लेज़र में स्टोर किया जाता है, जो एक कम्प्यूटराइज्ड डेटाबेस है. यह लेनदेन के रिकॉर्ड को सुरक्षित करने, अतिरिक्त सिक्कों के निर्माण को नियंत्रित करने और सिक्का स्वामित्व के हस्तांतरण को सत्यापित करने के लिए मजबूत क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करता है (Cryptocurrency Safety). क्रिप्टोकरेंसी को आमतौर पर एक अलग संपत्ति वर्ग के रूप में देखा जाता है. कुछ क्रिप्टो योजनाएं क्रिप्टोकरेंसी को मेंटेन करने के लिए वैलिडेटर्स का उपयोग करती हैं. प्रूफ-ऑफ-स्टेक मॉडल में, मालिक अपने टोकन को मॉर्गेज या संपत्ति के रूप में रखते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी भौतिक रूप में मौजूद नहीं है और आमतौर पर किसी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा जारी नहीं किया जाता है. क्रिप्टोकरेंसी आमतौर पर केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) के उलट डिसेंट्रलाइज्ड कंट्रोल का उपयोग करती है. जब इसे जारी करने वाला क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग करता है, तो इसे आम तौर पर केंद्रीकृत माना जाता है (Cryptocurrency Decentralized Control) .

क्रिप्टोकरेंसी एक व्यापार योग्य डिजिटल संपत्ति या पैसे का डिजिटल रूप है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर बनाया गया है जो केवल ऑनलाइन मौजूद है. क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन को प्रमाणित और संरक्षित करने के लिए एन्क्रिप्शन (Encryption) का उपयोग करती है, इसी आधार पर इसका नाम रखा गया है (Cryptocurrency Naming).

मौजूदा वक्त में दुनिया में एक हजार से अधिक तरह की क्रिप्टोकरेंसी हैं (Types of Cryptocurrency). बिटकॉइन (Bitcoin), पहली बार 2009 में ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था, यह दुनिया का पहला डिसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी है (World’s first Decentralized Cryptocurrency). बिटकॉइन के जारी होने के बाद से, कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी बनाई गई हैं.

क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का उपयोग न्यूज़

WazirX के बैंक खाते कुर्क

ED जांच की आंच, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज WazirX के बैंक खाते कुर्क

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच अब तेज होती जा रही है. ईडी ने कंपनी के एक डायरेक्टर के परिसरों पर तलाशी ली है. वहीं कंपनी से जुड़े बैंक खातों को कुर्क करने का आदेश दिया है.

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