Trading क्या है?

Share market में Intraday trading क्या होता है?
अगर आप शेयर बाजार पर अपने शेयर को buy या sell करते रहते हैं। तो, आप में से बहुत सारे लोगों ने Intraday ट्रेडिंग के बारे में तो जरूर सुना होगा। आपने से बहुत सारे लोग Intraday trading के बारे में जानकारी भी रखते होंगे।
लेकिन, आज का हमारा यह पोस्ट उन सारे लोगों के लिए है जो intraday ट्रेडिंग के बारे में नहीं जानते हैं।या उन्हें शेयर मार्केट के बारे में इतनी अधिक जानकारी नहीं है। वास्तव में Intraday trading का अर्थ शेयर मार्केट में एक ही दिन में शेयर खरीद करके उसे बेचना होता है।
आज के हमारे इस पोस्ट में हम आप लोगों को Intraday trading क्या होती है? इसके कौन-कौन से जोखिम हो सकते हैं? इनके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।
Intraday Trading क्या होता है? – What is Intraday Trading in Hindi
Intraday Trading का अर्थ एक ही दिन के भीतर शेयर या स्टॉक खरीद-फरोख्त करना यानी कि share को खरीद करके बेचना शामिल होता है।
Intraday trading में निवेशक एक ही दिन के भीतर में stock या share खरीदते हैं। उसके बाद Stock Exchange बंद होने से पहले उसे बेचनी होती है। इस तरह की trading को Intraday ट्रेडिंग कहा जाता है।
संक्षेप में समझे तो जिस दिन आपने day trading के लिए stock या शेयर खरीदते हो, तो आपको वह शेयर उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले square off यानी कि बेचना होता है। साधारण दिनों में day trading सुबह 9:15 से शुरू हो करके शाम में 3:30 बजे तक किया जा सकता है।
Intraday trading करने का मुख्य उद्देश्य, किसी भी तरह के स्टॉक किया शेयर में निवेश करना नहीं होता है। बल्कि, डे ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीद करके Stock Exchange के index पर होने वाले तेजी और मंदी से मुनाफा कमाना होता है। क्योंकि शेयर मार्केट दिन भर के अंतराल में कई बार ऊपर और नीचे चढ़ता एवं उतरता है। इसमें आप सुबह शेयर खरीद करके शाम तक उसे बेच सकते हैं। इस तरह से आप Intraday Trading के जरिए मुनाफा कमा सकते हो। हमसे एक उदाहरण के जरिए समझाना चाहते हैं।
मान गया कि कोई कंपनी XYZ के शेयर सुबह 9:15 पर ₹101 प्रति शेयर पर खुलती है। आपने Intraday Trading के जरिए एक ही दिन में शेयर खरीदने एवं बेचने का फैसला किया है। आपने 10 शेयर खरीदे। जिसकी कीमत 10×101 = 1010₹ होती है, लेकिन day trading के दौरान XYZ कंपनी के शेयरों में उछाल आता है। और किसी भी अंतराल पर उस कंपनी के शेयर की कीमत ₹120 तक पहुंच जाते हैं। तो , आप मुनाफे के साथ इसे बेच सकते हैं। इस संदर्भ में आपको 10×120 = 1200₹ मिलते हैं आपका लाभ 1200₹-1010₹=₹190 होता है।
यानी कि 1 दिन में होने वाले share trading के दौरान ही आपको अपने पूरे शेयर जिसे आपने खरीदा है उसे बेचने होते हैं। Stock Exchange 3:30 बजे तक खुला हुआ होता है। आपको स्टॉक एक्सचेंज बंद होने से पहले उसे बेचना होता है। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो यह ऑटोमेटिक closing कीमत पर बिक जाती है। और आपके पैसे आपके अकाउंट पर ट्रांसफर हो जाते हैं।
इसके अलावा भी दूसरे सारे बहुत से विकल्प मौजूद है, जैसे कि मान लिया जिस दिन आपने शेयर खरीदा है। उस दिन शेयर की कीमत लगातार घटती जा रही हो। और आप उससे मुनाफा कमाने के बारे में सोच रहे हैं। आपने जो शेयर खरीदा है वह intraday trading के लिए खरीदा है। ऐसे में बहुत से broker अपने निवेशकों को यह सुविधा देते हैं कि वह अपने शेयर को holdings पर रख सकते हैं। जब उनकी कीमतों पर सुधार हो तब उन्हें दोबारा से बेच सकते हैं।
Intraday Trading करने के लिए किन-किन चीजों की जरूरत होती है?
Intraday Trading करने के लिए आपको शेयर मार्केट की निम्नलिखित चीजों की जरूरत पड़ सकती है। जिसे हमने सूचीबद्ध तरीके से नीचे बताने की कोशिश की है।
- SEBI के दिशा निर्देश अनुसार शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपके पास में Demat account होना जरूरी है। account के साथ-साथ आपके पास में trading account होना भी जरूरी है।
- Trading account लेते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि, आपके ब्रोकर द्वारा intraday trading के दौरान खरीदी के शेयर को होल्डिंग में रखने की सुविधा प्रदान करती हो।
- मुनाफे को अपने बैंक अकाउंट पर ट्रांसफर करने के लिए आपके ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आपका बैंक अकाउंट नंबर जुड़ा हुआ होना चाहिए।
ऐसे तो नियमित शेयर बाजार में निवेश करने के मुकाबले intraday trading ज्यादा जोखिम भरा होता है। क्योंकि इस सौदे में आपको आपके द्वारा खरीदे गए शेयर को एक ही दिन के अंदर में खरीदना और बेचना होता है। चाहे इस सौदे में आपको फायदा हो या नुकसान।आपको डे ट्रेडिंग करने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी Trading क्या है? होना आवश्यक है, नुकसान से बचने के लिए आपको विशेष रूप से इस तरह की ट्रेडिंग की बुनियादी बातों को समझना जरूरी होता है।
Technical analysis – तकनीकी विश्लेषण का उपयोग
अधिकतर लोग जो Intraday trading करते हैं, वे लोग ज्यादातर तकनीकी विश्लेषण का इस्तेमाल करते हैं। यह निर्धारित करने के लिए कि कब मार्केट की स्थिति के Trading क्या है? मुताबिक अपनी पोजीशन लॉन्ग या शॉर्ट (buy and sell) करना है, इसके बारे में शोध एवं तकनीकी विश्लेषण का इस्तेमाल करते हैं।
जब intraday trading पर लाभ कमाने की बात आती है तो आपको बहुत से शोध की आवश्यकता होती है। सूट के लिए आपको कुछ indicator chart का पालन करना होता है। Indicator chart से हमारा मतलब है, की intraday trading ग्राफ चार्ट, जिसमें आप किसी भी शेयर के उतार चढ़ाव यानी कि तेजी और मंदी शेयर के मूल्य में होने वाली गिरावट एवं तेजी की स्थिति को दर्शाता है। हालांकि यह indicator chart पूरी तरह से सही जानकारी उपलब्ध तो नहीं कराता है। लेकिन आप पुराने डाटा का इस्तेमाल करके शेयर की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव का आकलन आसानी से कर सकते हैं।
निष्कर्ष
आज के हमारे इस पोस्ट से आपने यह सीखा कि share market पर Intraday Trading क्या होती है? Intraday Trading पर आपको कौन-कौन से जोखिम उठाने पड़ सकते हैं? इसके अलावा इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कौन-कौन सी चीजों की जरूरत पड़ सकती है।Intraday trading आप किस तरह से कर सकते हैं? इसके बारे में हमने आप सभी को जानकारी दी है। उम्मीद करता हूं कि आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ, रिश्तेदारों के साथ, और कलीग्स के साथ social media पर शेयर भी कर सकते हैं। इससे संबंधित अगर आपकी कुछ सवाल है तो आप ही से कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके पूछ सकते हैं।
Admin Desk हम हिंदी भाषा में यहां सरल शब्दों में आपको ज्ञानवर्धक जानकारियां उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं। ज्यादातर जानकारी है इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा में मौजूद है। हमारा उद्देश्य आपको हिंदी भाषा में बेहतर और अच्छी जानकारी उपलब्ध कराना है।
ट्रेडिंग क्या है ( Trading meaning in Hindi )
Trading in Hindi: अक्सर आप विज्ञापन या लोगो के द्वारा ट्रेडिंग , इन्वेस्टमेंट जैसे शब्द सुनते हैं और इनके माध्यम से पैसे कमाना और अमीर बनना आदि बातों को सुनकर किसी Trading App या Company में ट्रेडिंग करना शुरू कर देते हैं.
अगर आप नहीं जानते हैं की ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाते हैं तो आज आप इस लेख में ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़ी सारी जानकारी पढ़ेंगे जैसे ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे होती , इसमें पैसे लगाए या नहीं आदि।
आसान शब्दों में ट्रेडिंग का Trading क्या है? मीनिंग व्यापर होता है जैसे किसी वस्तु को खरीदकर बेचना और मुनाफा कमाना और इसी तरह से Stock Trading भी है।
What is Trading in Hindi
साधारण भाषा में वस्तुओं की खरीद और बिक्री को ट्रेडिंग यानी व्यापार कहा जाता है। इसी तरह शेयर बाजार में सिक्योरिटी को ख़रीदा अथवा बेचा जाता है जैसे Stock , bonds , currencies and commodities ( Oil , Gold ) .
जैसे हमने किसी कंपनी का स्टॉक ख़रीदा या मुद्रा और गुड्स में निवेश किया और फिर दाम बढ़ने पर इनको बेच दिया , इसी टर्म को ट्रेडिंग कहते हैं। ध्यान रहें ट्रेडिंग में आपको loss/profit दोनों हो सकता है मार्केट के घटने या बढ़ने पर।
Stock Market में ट्रेडिंग करने के लिए आपका Demat Account होना जरूरी है और इसी अकाउंट से आप शेयर खरीद या बेच सकते हैं।
Demat Account हमेशा एक अच्छे Broker से खुलवाएं जिससे आपको hidden charge और extra charge ना देना पड़े। Account verified होने के बाद आप Stock , IPO , ( F&O ) , Mutual Funds में ट्रेड कर सकते हैं.
Types of Trading
Share Market में तीन तरह से ट्रेडिंग की जाती है :
- Intraday Trading
- Positional Trading
- Swing Trading
Intraday Trading: इसे Day Trading भी कहा जाता है क्योंकि इसमें एक ही दिन शेयर को ख़रीदा या बेचा जाता है. भारतीय शेयर बाजार सुबह 9:15 am पर खुलता है और शाम के 3:30 pm पर बंद होता है.
और Intraday Trading में इसी अवधि के बीच शेयर की खरीद बिक्री होती है. इस तरह की ट्रेडिंग कम समय में ज्यादा लाभ कमाने के लिए की जाती है लेकिन कभी कभी इसका उल्टा भी होता है।
Positional Trading: अगर आप कोई शेयर खरीदते हैं और उसको एक ही दिन बेचने के बजाय एक हफ्ते या जब आपका मन हो तब बेचे , इसे Positional Trading कहा जाता है और इसके लिए आपको Share खरीदते वक्त Delivery चुनना पड़ता है.
Swing Trading: इसमें trader शेयर को एक हफ्ते से लेकर चार हफ्ते तक होल्ड करता है और शेयर में होने वाले up का फायदा उठाता है. इसमें entry और exit point को ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करना होता Trading क्या है? है.Trading क्या है?
ट्रेडिंग कैसे शुरू करें How to start Trading in Hindi
आजकल ट्रेडिंग करने के लिए कई सारे App उपलब्ध है जैसे expert option , IQ Option , Olymp Trade , Binomo Trading App etc. लेकिन अगर आपको एक सफल ट्रेडर बनना है तो आपको Share Market में ट्रेडिंग करना चाहिए।
इसके लिए सबसे पहले आपको किसी Broker के माध्यम से Trading क्या है? Demat Account खुलवाना है और उस Demat Account में आपको अपने Bank Account से Money Add करके ट्रेडिंग करनी है.
शेयर बाजार में आप दो तरह से ट्रेडिंग कर सकते हैं पहला Stocks को sell/buy कर सकते है दूसरा आप Future And Options ( F&O ) में ट्रेडिंग कर सकते हैं. Future and Options को Derivative trading कहा जाता हैं।
चूकि F&O में Trade करना High Risk हो सकता हैं इसलिए आपको पहले Stocks में Trading करके बाजार को समझना है। बाजार में निवेश की शुरआत से पहले आपको Market को अच्छे से विश्लेषण करना है ताकि आपका पैसा सुरक्षित रहें।
इसके लिए आपको Moneycontrol , Economictimes आदि से रेगुलर news और update प्राप्त करना है साथ ही बाजार के Movements को समझना है.
Demat Account कैसे ओपन करें
तो यह सब करने के बाद हम आ जाते हैं अपने Demat Account पर। Account Opening के लिए आपको एक अच्छे और low brokerage वाले broker को चुनना है जिसका कोई hidden charge ना हो।
Account Opening के लिए आपके पास Aadhaar Card , Pan Card , 6 Month की Bank Statement होनी चाहिए 10,000 रुपये की क्लोजिंग के साथ ( F&O में Trade के लिए ). नीचे कुछ पॉपुलर Broker के नाम दिए गए हैं जिनसे आप Account खुलवा सकते हैं –
Upstox , Groww , Paytm Money , Zerodha , Kotak Securities , Angel One , Samco Trading , HDFC Securities
लेकिन अगर आप beginner हैं stock market में तो आपको Groww से Demat Account खुलवाना चाहिए क्योंकि इसका Dashboard समझना काफी आसान है और इसमें कोई hidden charge नहीं है और इसके करीब 40 million users हैं.
नीचे Groww Android App का लिंक दिया हुआ है जिस पर क्लिक करके आप डाउनलोड कर सकते हैं. इसके साथ ही यह iOS पर भी उपलब्ध है।
इस लेख को अच्छे से समझने के लिए शेयर बाजार के ऊपर यह जानकारी जरूर करें –
Option Trading in hindi
Option Trading एक ऐसा सिस्टम है शेयर मार्किट में जिससे 1000 से भी 10,000 या उससे ज्यादा भी कमा सकते हैं सिर्फ एक दिन या कुछ ही घंटों में. अगर आप Stop Loss लगाकर ट्रेडिंग करते हैं तो Loss आपका limited ही रहेगा लेकिन Profit की इसमें कोई लिमिट है.
जैसा की हमने ऊपर जाना था Option Trading में High Risk होता है लेकिन फिर भी अगर आप मार्किट की अच्छी समझ रखते हैं और risk management करना जानते हैं इस Stock Market की इस segment में Profit की कोई सीमा नहीं है।
इसमें NSE ( National Stock Exchange ) की Indexes जैसे NIFTY 50 , NIFTY BANK , NIFTY MID CAP आदि में इनकी Price पर पैसा लगता है कि इनके दाम बढ़ेंगे या फिर घटेंगे। अगर लगता है Market Increase होगा तो Call buy करना है और अगर decrease होगा तो Put buy करना है।
इसके अलावा आप डायरेक्ट कम्पनी में भी ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हैं जैसे Reliance , TCS , HDFC Bank etc. आइये अब step by step देखते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे की जाती है.
Option Trading कैसे शुरू करें
सबसे पहले आपको जिस भी Indices या Share में ऑप्शन ट्रेड करना है , उसका Option Chain समझना होगा जैसे किस Date की ऑप्शन खरीदनी या बेचनी है , Strike Price कितना है , LTP कितना है , OI कितना है आदि।
इसके बाद अगर आपको लगता है Market Up होगा तो आपको Call Option Buy करना है या अगर Market Down तो Put Option Buy करना है। Option Weekly और Monthly Expire होता है इसलिए Buy करते वक्त आपको Date चुननी है।
जैसे NIFTY 50 का ऑप्शन खरीदना है तो सबसे पहले ये तय करना आप किस Strike Price पर खरीदना चाहते हैं जैसे 17500 , 17800, 17900 , 18000, 18200 . इसके बाद Call/Put Price देखना है जो Strike Price के बाएं और दाएं लिखी होती है और यह मात्र कुछ पैसो से लेकर हजार से भी ऊपर की हो सकती है.
अगर आपको अच्छे से समझ नहीं आ रहा है तो चिंता मत कीजिये क्योंकि Youtube पर कई ऐसे Stock Trader हैं जिनसे आप Trading और Option Trading दोनों आसानी से सीख सकते हैं।
निष्कर्ष ( Conclusion )
तो साथियों आज का यह लेख Trading meaning in Hindi पर आपकी क्या राय कमेंट करके हमें जरूर बताएं। साथ ही Trading से संबंधित कोई प्रश्न हो तो जरूर पूछे। मैने अपनी तरफ से Trading और Option Trading को समझाने का पूरा प्रयास किया लेकिन फिर भी अगर इस लेख को लिखते हुए हमसे कोई भूल हुई हो तो छमा कीजियेगा।
Online Share Trading in Hindi: ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग क्या है? और ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है?
Online Share Trading in Hindi: अगर आप भी शेयर मार्केट की दुनिया में कूदना चाहते है तो पहले आपको यह समझ लेना चाहिए कि ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग क्या है? (What is Online Stock Trading in Hindi) और ट्रेडिंग सिस्टम कैसे काम करता है? (How does stock trading work?)
Stock Trading in Hindi: आपने उन निवेशकों के बारे में सुना होगा जिन्होंने शेयर मार्केट में छोटी मात्रा में निवेश करके भारी मुनाफा कमाया है। अगर आप अपनी वित्तीय योजना के लक्ष्यों को प्राप्त करने की ओर देख रहे हैं, तो भारतीय शेयर बाजार में निवेश करना इसे प्राप्त करने का एक तरीका है। हालांकि, अपनी निवेश यात्रा को सही तरीके से शुरू करने के लिए, आपको ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ समझना चाहिए। इसलिए आपका यह जानना जरूरी है कि ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग कैसे काम करती है? लेकिन उससे पहले यहां समझिए कि ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग क्या है?
ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग क्या है? | What is Online Stock Trading in Hindi
Online Share Trading in Hindi: एक समय था जब भारतीय शेयर बाजार एक खुली चिल्लाहट प्रणाली पर काम करता था, जहां निवेशकों को फिजिकल सर्टिफिकेट के रूप में रखे गए शेयरों को खरीदने/बेचने के लिए स्टॉक एक्सचेंजों में फिजिकल रूप से प्रेजेंट होना पड़ता था। लेकिन अब तक स्टॉक ट्रेडिंग प्रक्रिया (Stock Trading System) पूरी तरह से डिजिटल है।
ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग निवेशकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन ट्रेडिंग टूल का उपयोग करके किसी भी सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी के शेयरों को खरीदने, बेचने और रखने में सक्षम बनाता है। आप अपने पीसी और लैपटॉप से स्टॉक एक्सचेंज में जाए बिना शेयर खरीद और बेच सकते हैं।
ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Online Stock Trading in Hindi
निवेशक अपनी जगह खोजने और मुनाफा बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग में निवेश करने का प्रयास करते हैं। उनमें से प्रत्येक अपने प्रोसेस, मेथड और उद्देश्य में भिन्न है। इन प्रकारों में शामिल हैं-
डे ट्रेडिंग (Day Trading) - जो ट्रेडर डे ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग में संलग्न होते हैं उन्हें डे ट्रेडर कहा जाता है। ट्रेडिंग के इस रूप में, शेयरों की खरीद और बिक्री एक ही दिन होती है, यानी सभी लेनदेन एक ही दिन में खरीदे और बेचे जाते हैं। इस प्रकार का व्यापार तेज सोच और तत्काल कार्रवाई की मांग करता है और शुरुआती लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है जो शेयर Trading क्या है? बाजार Trading क्या है? में नए हैं।
आर्बिट्रेज (Arbitrage) - यह तकनीक वित्तीय साधनों की कीमतों में मामूली अंतर पर केंद्रित है। जब भी दो बाजारों के बीच किसी वित्तीय साधन की कीमत में अंतर होता है, तो व्यापारी या आर्बिट्रेजर सिक्योरिटीज को कम कीमत पर खरीदेगा और उन्हें उच्च कीमत पर वापस बेच देगा।
पैटर्न ट्रेडिंग (Pattern Trading) - अस्थिरता बाजार की एक विशिष्ट विशेषता है। शेयर बाजार का ग्राफ ऊपर और नीचे जाता है, जिससे विभिन्न पैटर्न बनते हैं जिन्हें चार्ट पैटर्न के रूप में जाना जाता है। पैटर्न ट्रेडिंग लंबे समय में अधिक लाभदायक ट्रेड प्रदान करती है।
स्विंग ट्रेडिंग (Swing Trading) - यह एक ऐसी तकनीक है जो दिन की शुरुआत में स्टॉक की कीमत और उसी दिन स्टॉक के क्लोजिंग प्राइस पर केंद्रित होती है। यह मेथड स्टॉक में प्राइस अंतर और मूवमेंट पर केंद्रित है।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग (Short-term trading) - इस प्रकार का ट्रेडिंग तब होता है जब ट्रेड की शेल्फ लाइफ एक दिन से लेकर कुछ हफ्तों तक होती है। शार्ट ट्रेड वित्तीय साधनों को खरीदने और उन्हें कुछ हफ्तों तक चलने वाली अवधि के लिए रखने से शुरू होता है। व्यापारी इस तकनीक में बिक्री की स्थिति बनाएगा।
मीडियम टर्म ट्रेडिंग (Medium-term trading) - कुछ हफ्तों से कुछ महीनों के भीतर किए गए व्यापार को मीडियम टर्म ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है। मीडियम टर्म ट्रेडिंग से संकेत मिलता है कि स्टॉक में भविष्य में उच्च स्थिति तक पहुंचने की क्षमता है।
लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long-term trading) - इस ट्रेडिंग तकनीक का उपयोग ज्यादातर उन शेयरों के लिए किया जाता है जिनका बाजार में लंबे समय से संबंध है। ये शेयर दिन-ब-दिन लाभदायक बन सकते हैं, इसलिए इन शेयरों की होल्डिंग अवधि कुछ महीनों से लेकर कुछ वर्षों तक होती है।
स्टॉक ट्रेडिंग निवेशकों के लिए कैसे काम करती है? | How does stock trading work?
Online Share Trading in Hindi: वर्तमान में आप स्टॉक में व्यापार करने का एकमात्र तरीका ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से कर सकते हैं। निवेश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आपको एक इंटरनेट कनेक्शन और एक निवेश बजट की आवश्यकता होगी। एक निवेशक के रूप में आप दो प्रकार के शेयर बाजारों में निवेश कर सकते हैं -
1) प्राथमिक बाजार (Primary Market)
प्राथमिक शेयर बाजार एक ऐसी जगह है जहां एक कंपनी पहली बार पैसा जुटाने और पहली बार अपने शेयर जारी करने के लिए राजिटर्ड हो जाती है। प्राइमरी स्टॉक एक्सचेंज में सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध होने का लक्ष्य धन जुटाना और भविष्य की कंपनी के संचालन को फंड देना है। पहली बार धन जुटाने की इस प्रक्रिया को इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) के रूप में जाना जाता है।
2) सेकेंडरी मार्केट (Secondary Market)
एक बार जब किसी कंपनी की नई सिक्योरिटीज को प्राइमरी मार्केट में बेच दिया जाता है, तो उनका सेकेंडरी स्टॉक मार्केट में ट्रेड किया जाता है। सेकेंडरी मार्केट में निवेशक अपने IPO निवेश से बाहर निकल सकते हैं और अपने शेयर बेच सकते हैं। सेकेंडरी मार्केट पर लेनदेन में ज्यादातर ऐसे ट्रेड शामिल होते हैं जहां एक निवेशक मौजूदा बाजार मूल्य पर एक अलग निवेशक से शेयर खरीदना चुनता है।
निवेशक ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग कैसे कर सकते हैं?
चूंकि ट्रेडिंग की प्रक्रिया डिजिटल हो गई है, इसलिए प्रत्येक निवेशक को एक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होगा। आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों को रखने के लिए डीमैट खाते का उपयोग किया जाता है, जबकि ट्रेडिंग खाते का उपयोग ट्रेडिंग लेनदेन करने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम एक व्यापक डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए योग्य स्टॉक ब्रोकर का चयन करना है।
ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग रणनीतियां | Online stock trading strategies
जब लाभ का एक टन काटा जाता है, तो निवेशक बहक जाते Trading क्या है? हैं और सही स्टॉक ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी को लागू करने के लिए कम महत्व देते हैं। हालांकि, शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय बहकावे में आना आपको नुकसान में काफी महंगा पड़ सकता है। घाटे को कम करने और अपने मुनाफे को बढ़ाने के लिए यहां कुछ ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी दी गई हैं -
बेसिक नॉलेज - बुनियादी स्टॉक मार्केट शब्दजाल और स्टॉक की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारकों के बारे में जानना हमेशा बुद्धिमानी है। शेयर बाजार के बारे में जानने के लिए आप कई तरह के ब्लॉग पढ़ सकते हैं। यह आपको निवेश करते समय सूचित निर्णय लेने में सक्षम करेगा।
झुंड की मानसिकता से बचें - जब शेयर बाजार की बात आती है, तो आपको हमेशा अपने सोच-समझकर निर्णय लेने चाहिए और लोगों के दृष्टिकोण के आधार पर निवेश करने से बचना चाहिए। चूंकि हर किसी की वित्तीय स्थिति अलग होती है, बजट, एसेट एलोकेशन, डायवर्सिफिकेशन और जोखिम, उन्हें आपको कभी भी यह नहीं बताना चाहिए कि आपके कारकों का विश्लेषण किए बिना कहां निवेश करना है।
संलग्न न हों - भावनाएं हर बुरे व्यापार के मूल में होती हैं। आपको तर्क और शोध तथ्यों और आंकड़ों पर भरोसा करना चाहिए। हो सकता है कि किसी एक स्टॉक ने आपको पहले अच्छा रिटर्न दिया हो, लेकिन अगर आगे चलकर कंपनी के नंबर खराब हैं, तो भावनात्मक लगाव के आधार पर स्टॉक को पकड़ना कभी भी समझदारी नहीं है।
अपने स्टॉक ब्रोकर से सलाह लें - वित्तीय सलाह देने के लिए सबसे अच्छे लोग आपके स्टॉक ब्रोकर हैं। वित्तीय सलाहकार आपको जानकारी प्रदान करने से पहले सभी वित्तीय कारकों का विश्लेषण करते हैं ताकि आपको शेयर बाजार के निर्णय लेने में मदद मिल सके।
Trading Kya Hai – ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? सम्पूर्ण जानकारी
ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति घर बैठे ट्रेडिंग एप्लीकेशन पर अपने ऑनलाइन डिमैट अकाउंट अथवा ट्रेडर अकाउंट को ओपन कर सकता है और ट्रेडिंग कर सकता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि “ट्रेडिंग क्या है” और “ट्रेडिंग के प्रकार क्या है?”
ट्रेडिंग क्या है? (Trading Kya Hai)
ट्रेडिंग की सरल व्याख्या होती है व्यापार करना। ट्रेडिंग के अंतर्गत किसी सर्विस या फिर प्रोडक्ट का आदान प्रदान करके पैसे कमाए जाते हैं। ट्रेडिंग शब्द स्टॉक मार्केट से जुड़ा हुआ होता है।
स्टॉक मार्केट के अंतर्गत ट्रेडिंग करके लोग किसी कंपनी के शेयर को खरीद के पैसे कमाते हैं या फिर किसी कंपनी के शेयर को खरीद करके फिर से उसे दोबारा बेच करके पैसे कमाते हैं।
सामान्य तौर पर ट्रेडिंग 1 साल की होती है। 1 साल से अधिक हो जाने पर इसे इन्वेस्टमेंट कहा जाता है। ट्रेडिंग ऑनलाइन अधिकतर की जाती है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है?
ऑनलाइन ट्रेडिंग के अंतर्गत वर्चुअल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके शेयर की खरीदी और बिक्री की जाती है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए विभिन्न वित्तीय कंपनी के द्वारा कस्टमर को सुविधा दी जाती है। ऑनलाइन ट्रेडिंग के द्वारा इक्विटी, म्यूचुअल फंड, आईपीओ, कमोडिटी, करेंसी इत्यादि की खरीदी और बिक्री की जा सकती है।
स्विंग ट्रेडिंग क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग ऐसी ट्रेडिंग होती है जो 1 दिन भी जारी रह सकती है या फिर यह लगातार विभिन्न हफ्तों तक चलती रह सकती है।
जिस व्यक्ति के द्वारा इस प्रकार की ट्रेडिंग की जाती है वह ट्रेडिंग स्टार्ट करने से पहले एक पैटर्न आने का वेट करते रहते हैं।
इस प्रकार की ट्रेडिंग करने वाले व्यक्ति पेशेवर ट्रेडर्स नहीं होते हैं, इसकी जगह पर वह उभरते ट्रेंड और ट्रेड की पहचान करने के लिए टेक्निकल एनालिसिस और मूलभूत चीजों को एक साथ मिलाकर इस्तेमाल करते है।
डिलीवर ट्रेडिंग क्या है?
इस प्रकार की ट्रेडिंग में इन्वेस्टर स्टॉक को होल्ड कर सकता है अर्थात वह डिमैट अकाउंट में स्टॉक को होल्ड करके रख सकता है।
इस प्रकार की ट्रेडिंग में कोई भी टाइम लिमिट नहीं होती है जिसका मतलब यह होता है कि व्यक्ति जब चाहे तब स्टॉक की सेलिंग कर सकता है। डिलीवर ट्रेडिंग में व्यक्ति के पास यह अधिकार होता है कि वह अपनी इच्छा के अनुसार शेयर को होल्ड कर सके।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?
ट्रेडिंग के मुख्य 4 प्रकार हैं जिनके नाम और जानकारी निम्नानुसार है।
Intraday trading
शेयर मार्केट जब ओपन होता है और जब बंद होता है तो इसके बीच के दरमियान आप जो शेयर खरीद लेते हैं या फिर जिस शेयर को आप बेच देते हैं उसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है।
यह ट्रेडिंग सेम डे में होती है। जैसे कि आपने किसी शेयर को सोमवार को खरीदा और आपने सोमवार को ही शेयर मार्केट बंद होने से पहले उसे बेच दिया तो यह इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाएगा।
Swing trading
ट्रेडिंग के ऐसे प्रकार जिसमें स्टोक को खरीद कर उसे कुछ ही दिनों में या फिर कुछ ही सप्ताह में बेच सकते हो उसे ही स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है। स्विंग ट्रेडिंग को ट्रेडिंग किंग भी कहते हैं।
Short term trading
ऐसी ट्रेडिंग जो छोटी अवधि के लिए होती है उसे ही शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है। यह ट्रेडिंग कुछ सप्ताह के लिए होती है या फिर कुछ महीने के लिए होती है।
इस प्रकार के ट्रेडिंग में व्यक्ति को अपने स्टॉक पर नजर बनाकर रखनी होती है तभी वह अपने स्टोक को मिनिमाइज कर सकता है।
Long term trading
लोंग टर्म ट्रेडिंग लंबे समय के लिए होती है। जैसे कि 1 साल, 5 साल, 10 साल इत्यादि।
ट्रेडिंग कैसे सीखे?
ट्रेडिंग सीखने के लिए आप ऑनलाइन यूट्यूब वीडियो देख सकते हैं, ऑनलाइन कोर्स कर सकते हैं, ट्रेडिंग से संबंधित ब्लाग को पढ़ सकते हैं अथवा ट्रेनिंग से संबंधित किताबों को पढ़ सकते हैं। यूट्यूब पर बहुत सारे ट्रेडिंग वीडियो मौजूद है, आप उन्हें देख कर के ट्रेडिंग के बारे में सीख सकते हैं।
इसके अलावा ऑनलाइन बहुत सारे कोर्स भी है जिसे करके आप ट्रेडिंग की अच्छी जानकारी हासिल कर सकते हैं, साथ ही आप ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी पाने के लिए किसी ट्रेडिंग ब्लॉग को जाकर के विजिट कर सकते हैं।
इसके अलावा ट्रेडिंग सीखने के लिए आप शेयर मार्केट के एक्सपर्ट से मिल सकते हैं या फिर जो व्यक्ति शेयर मार्केट में काम कर रहा है उसके साथ कुछ दिन तक काम कर सकते हैं।
ट्रेडिंग कैसे करते हैं यह कैसे काम करती है?
ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग के विभिन्न प्रकारों में से आप जिस प्रकार की ट्रेडिंग करना चाहते हैं उसका सिलेक्शन करना होता है।
इसके पश्चात आपको ट्रेडिंग एप्लीकेशन अथवा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर अपना डिमैट अकाउंट बनाना होता है। इसके बाद आप ट्रेडिंग की प्रक्रिया का पालन करते हुए ट्रेडिंग कर सकते हैं।
बेस्ट ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
इंडिया में विभिन्न ट्रेडिंग कंपनी और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो कस्टमर को आसान सी प्रक्रिया का पालन करते हुए ट्रेडिंग करने की सुविधा देते हैं।
आपको बस उन ट्रेडिंग कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट अथवा और एप्लीकेशन पर जा करके अपना ट्रेडिंग अकाउंट और डिमैट अकाउंट बनाना होता है, उसके पश्चात आप जिस प्रकार की ट्रेडिंग करना चाहते हैं उस प्रकार की ट्रेडिंग कर सकते हैं।
नीचे भारत में मौजूद कुछ प्रमुख और बेस्ट ट्रेडिंग कंपनी की लिस्ट आपको दी गई है। इनमें से किसी भी कंपनी के साथ अटैच हो करके आप ट्रेडिंग कर सकते हैं।
ट्रेडिंग करके पैसा कैसे कमाएं?
ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए आप किसी भी कंपनी के शेयर को कम दाम में खरीदे और जब उस कंपनी के शेयर के दामों में बढ़ोतरी हो तब आप उस कंपनी के शेयर को बेच दें। इस प्रकार से आप मुनाफा कमा सकते हैं।
हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि आपको किसी भी कंपनी के शेयर को खरीद लेना है बल्कि पूरी सावधानी के साथ आपको इस बात का एनालिसिस करना है। कि कौन सी कंपनी भविष्य में तरक्की कर सकती है और कौन सी कंपनी के शेयर भविष्य में बढ़ सकते हैं।
आपको उसी कंपनी के शेयर को खरीदना चाहिए जो कंपनी लगातार तरक्की कर रही है क्योंकि अगर आप बिना सोचे समझे किसी भी कंपनी में पैसा लगा देंगे तो हो सकता है कि कंपनी की परफॉर्मेंस अच्छी ना हो और कंपनी घाटे में चली जाए।
इससे आपके पैसे डूब जाएंगे। स्टार्टिंग में शेयर बाजार से पैसा कमाने के लिए आप किसी ट्रेडर की सहायता ले सकते हैं जो अनुभवी हो।
ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट में क्या अंतर होता है?
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कर के आप काफी अधिक पैसे कमा सकते हैं क्योंकि यहां पर पैसे कमाने की कोई भी लिमिट नहीं होती है। ट्रेडिंग 1 साल से कम की अवधि के लिए की जाती है।
कुछ ट्रेडिंग रोजाना होती है तो कुछ ट्रेडिंग कुछ महीने के लिए या फिर कुछ सप्ताह के लिए होती है, वही जो इन्वेस्टमेंट होता है वह 1 साल से अधिक के लिए होता है और लंबे समय के लिए होता है। इन्वेस्टमेंट को लंबे समय के लिए होल्ड करके रखा जाता है।
एक अच्छा ट्रेडर कैसे बनें?
कहा जाता है कि किसी काम को अगर सीखना है तो उस काम के साथ जुड़ना पड़ता है या फिर उस काम को कर चुके अथवा कर रहे व्यक्ति के साथ दैनिक तौर पर कुछ समय व्यतीत करने होते हैं।
इसलिए एक बेहतरीन ट्रेडर बनने के लिए आपको पहले से ही शेयर मार्केट में काम कर रहे अनुभवी लोगों का साथ करना है और उनके साथ लगातार शेयर मार्केट की बारीकियों को सीखना है।
क्योंकि जो व्यक्ति पहले से ही इस फील्ड में है उससे बेहतर आपको शेयर मार्केट की जानकारी अन्य कोई भी व्यक्ति नहीं दे सकता है।
आप अपने एक्स्ट्रा समय में चाहे तो यूट्यूब वीडियो अथवा ब्लॉग के द्वारा अपने शेयर मार्केट के ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है आपके मन मे भी ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर स्टॉक मार्केट में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है. मै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading. ये चार प्रकार की ट्रेडिंग कैसे की जाती है ये हम आज आपको बतायेंगे तो चलीये जानते है.शेअर मार्केट मे ट्रेडिंग कैसे होती है. और कितने प्रकार की होती है.
Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग
जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में Trading क्या है? शुरू होता है. और 3 बजकर 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है Trading क्या है? और Trading क्या है? बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग
Swing trading स्विंग ट्रेडिंग
इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके
Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे
शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान
अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो
Long term trading लॉंग टर्म ट्रेडिंग
अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के नुकसान और फायदे
इसमे अगर आप कोई अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नही कर पाओगे तो आपको नुकसान होगा .और रिसर्च करके अगर सिलेक्ट करोगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है
दोस्तो आशा करता हु आपको यह आर्टिकल देहत पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे नीचे comment मे जरूर बताये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
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FAQ
ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है
ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है
1, Intraday trading
2, Swing trading
3, Short term trading
4, Long term trading
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