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वैश्विक संकेत

वैश्विक संकेत
सेंसेक्स पहली बार 63 हजार के शिखर पर

Power Breakfast: आज कैसे हैं Global संकेत?

Zee Business का यह सेगमेंट आपको एक दृष्टिकोण देता है कि आज वैश्विक बाजार के प्रदर्शन की उम्मीद कैसे की जाती है। इसके अलावा, उन प्रमुख ट्रिगर्स के बारे में जानें जो आज बाजार के लिए मायने रखते हैं और जिन शेयरों के बेहतर प्रदर्शन की संभावना है।

Nifty Lifetime High: सेंसेक्स, निफ्टी ने बनाया नया रिकॉर्ड हाई, ये रहे ताजा अपडेट

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Nifty Lifetime High: पिछले सत्र से लाभ बढ़ाते हुए, भारतीय शेयर सूचकांक आज सुबह उठे और नए जीवनकाल के उच्च स्तर पर पहुंच गए. विदेशी निधियों के मजबूत प्रवाह, रुपये की सापेक्ष मजबूती, और यूएस फेड द्वारा नीतिगत दरों में मंदी के संकेत ने भारतीय शेयर बाजारों को समर्थन दिया. इस रिपोर्ट को लिखने के समय, सेंसेक्स 201.93 अंक या 0.32 प्रतिशत ऊपर 62,706.73 अंक पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 63.95 अंक या 0.34 प्रतिशत ऊपर 18,626.70 अंक पर कारोबार कर रहा था.

यूएस फेडरल रिजर्व की नवीनतम मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के कार्यवृत्त ने दिखाया कि सदस्यों के एक बड़े बहुमत ने फैसला किया कि नीतिगत दरों में वृद्धि की गति धीमी होने की संभावना “जल्द ही उचित होगी”. एनएसडीएल के आंकड़ों से पता चलता है कि विदेशी फंडों ने नवंबर में अब तक भारत में 31,000 करोड़ रुपये से अधिक की इक्विटी खरीदी है.

निफ्टी 50 कंपनियों में, अपोलो हॉस्पिटल्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, डॉ रेड्डीज, हिंडाल्को और टाटा स्टील शीर्ष लाभार्थी हैं, जबकि बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, बीपीसीएल, एलएंडटी और मारुति सुजुकी शीर्ष हारे हुए हैं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों से पता चला है.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, “निफ्टी का एक नए रिकॉर्ड की ओर बढ़ना… बाजार में अंतर्निहित तेजी का संकेत है. लेकिन वैश्विक बाजार का निर्माण रैली के बेरोकटोक जारी रहने के लिए बहुत अनुकूल नहीं है. साथ ही, भारत में उच्च मूल्यांकन चिंता का विषय बन रहा है. बैंकिंग स्टॉक रिकॉर्ड स्तर के बावजूद लचीले रह सकते हैं. अमेरिकी ब्याज दरों के प्रक्षेपवक्र पर टिप्पणियां और संकेत वैश्विक इक्विटी बाजारों को किसी भी चीज़ से अधिक प्रभावित करने की संभावना रखते हैं.”

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ, धीरज रेली के अनुसार, “वैश्विक विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भारतीय बाजार वैश्विक संकेत में तेजी बनी हुई है. भारतीय बाजार आगामी केंद्रीय बजट तक कुछ रुक-रुक कर सुधार के साथ अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं.”

Stock Market: अर्थव्यवस्था में शुभ संकेत, सेंसेक्स पहली बार 63 हजार के शिखर पर

आज पहली बार 63 हजार अंक के उच्चतम शिखर पर पहुंच गया।बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 417.81 अंक अर्थात 0.67 प्रतिशत की उड़ान भरकर पहली बार 63 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

सेंसेक्स पहली बार 63 हजार के शिखर पर

सेंसेक्स पहली बार 63 हजार के शिखर पर

मुंबई: अमेरिकी फेड रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के होने वाले वक्तव्य में अर्थव्यवस्था को लेकर शुभ संकेत मिलने की उम्मीद में वैश्विक बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की अंतिम समय में हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत सेंसेक्स आज पहली बार 63 हजार अंक के उच्चतम शिखर पर पहुंच गया।

बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 417.81 अंक अर्थात 0.67 प्रतिशत की उड़ान भरकर पहली बार 63 हजार वैश्विक संकेत अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 63099.65 अंक पर रहा। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 140.30 की तेजी लेकर अबतक के रिकॉर्ड 18758.35 अंक पर पहुंच गया।

इसी तरह बीएसई की दग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के प्रति भी निवेशकों की निवेश धारणा मजबूत रही। इसकी बदौलत मिडकैप 1.06 प्रतिशत मजबूत होकर 25,950.89 अंक और स्मॉलकैप 0.61 प्रतिशत की छलांग लगाकर 29,519.61 अंक पर रहा।बीएसई के सभी 19 समूह तेजी पर रहे। सर्वाधिक मुनाफा यूटिलिटीज समूह के शेयरों ने कमाया।

इसी तरह पावर 2.35, वैश्विक संकेत कमाेडिटीज 1.62, सीडी 1.25, ऊर्जा 0.76, एफएमसीजी 0.86, वित्तीय सेवाएं 0.57, इंडस्ट्रियल्स 0.84, दूरसंचार 1.44, ऑटो 1.74, कैपिटल गुड्स 0.62, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 0.68, धातु 1.96, तेल एवं गैस 0.83, रियल्टी 1.54 और टेक समूह के शेयर 0.39 प्रतिशत उछल गए।विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवले की बैंक की दिसंबर की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से पहले होने वाली बैठक में अर्थव्यवस्था को लेकर शुभ संकेत दिये जाने की उम्मीद में वैश्विक बाजार में तेजी आई, जिसका असर घरेलू शेयर बाजार में देखा जा रहा है।

इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.45, जर्मनी का डैक्स, हांगकांग का हैंगसेंग 2.16 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.05 प्रतिशत चढ़ गया जबकि जापान के निक्केई में 0.21 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।(वार्ता)

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वैश्विक संकेतों से चाल पकड़ेगा घरेलू शेयर बाजार, आर्थिक आंकड़ों पर टिकी रहेगी नजर

Stock market will catch pace with global signals, economic data

नई दिल्ली। घरेलू वैश्विक संकेत शेयर बाजार इस सप्ताह भी विदेशी बाजारों से मिलने वाले संकेतों से चाल पकड़ेगा। हालांकि सप्ताह के आखिर में जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर निवेशकों की नजर टिकी रहेगी। कच्चे तेल के दाम, फेड की बैठक के नतीजे, डॉलर के मुकाबले देसी करेंसी रुपये की चाल और बांड बाजार के रुखों से भी देश के शेयर बाजार की दिशा तय होगी। अमरीका में रोजगार के अच्छे आंकड़े आने के बाद बीते सप्ताह वैश्विक शेयर बाजार में जोरदार तेजी रही, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार में इस सप्ताह के आरंभिक सत्र में देखने को मिलेगा। अमरीका में बीते सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में 3.79 लाख लोगों को नई नौकरियां मिलीं, जिससे बेरोजगारी दर में घटकर 6.2 फीसदी रह वैश्विक संकेत गई, जोकि अर्थव्यवस्था की सेहत में सुधार के अच्छे संकेत हैं।

अमरीकी हलचलों से बाजार में रहेगी उठापठक
हालांकि, अमरीकी बांड की यील्ड में आगे किसी तेजी से शेयर बाजार फिर सकते में आ सकता है। अमेरिका में बांड वैश्विक संकेत से अच्छे रिटर्न मिलने की उम्मीदों में विदेशी निवेशक भारत जैसी उभरती हुई अर्थव्यवस्था के बाजार से अपने पैसे निकालने लगते हैं। लिहाजा, विदेशी वैश्विक संकेत संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली बढऩे से बाजार में कारोबारी रुझान सुस्त पड़ सकता है। वहीं, अमरीकी केंद्रीय बैंक-फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजे बुधवार को आएंगे जिसका बाजार को इंतजार रहेगा। इस बैठक के नतीजों की घोषणा के बाद मौद्रिक नीति के मोर्चे पर फेड के रुख को लेकर बाजार की असमंजस की स्थिति दूर होगी। इसके एक दिन बाद वैश्विक संकेत गुरुवार को यूरोपियन सेंट्रल बैंक ब्याज दरों को लेकर अपने फैसले की घोषणा करेगा।

घरेलू आंकड़ें पर भी रहेगी नजरें
भारतीय शेयर बाजार में इस सप्ताह गुरुवार को महाशिवरात्रि पर अवकाश होने के कारण कारोबार बंद रहेगा। अगले दिन शुक्रवार को औद्योगिक उत्पादन और विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन के आंकड़ों के साथ-साथ उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई दर के फरवरी के आंकड़े भी जारी होंगे। इन प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर बाजार की निगाहें टिकी रहेंगी। वहीं, विदेशी मोर्चे पर जारी होने वाले आंकड़ों का भी असर देश-विदेश के शेयर बाजारों पर देखने को मिलेगा। इस सप्ताह के दौरान बुधवार को चीन में फरवरी महीने की महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। इसी दिन अमेरिका में भी फरवरी महीने की महंगाई के आंकड़े जारी होंगे। जानकार बताते हैं कि देश-दुनिया की आर्थिक गतिवधियों के अलावा भारत में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान की प्रगति और पांच राज्यों के विधानसभा चुनावाओं को लेकर चल रही राजनीतिक गहमा-गहमी पर भी बाजार की नजर बनी हुई है।

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