व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा

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ब्रेकिंग: छत्तीसगढ़ में कल रहेगा तगड़ा बन्द……कांग्रेस ने भी दिया व्यापारियों के बन्द को समर्थन
रायपुर 25 फरवरी 2021। देश के आठ करोड़ से अधिक व्यापारियों ने कल यानी 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है. व्यापारियों ने जीएसटी व्यवस्था को सरल बनाने सहित कई व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा अन्य मांगों के लिए भारत बंद का आह्वान किया है. व्यापारी संगठन के द्वारा जीएसटी के खिलाफ आहूत भारत बंद का कांग्रेस ने […]
रायपुर 25 फरवरी 2021। देश के आठ करोड़ से अधिक व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा व्यापारियों ने कल यानी 26 फरवरी को भारत बंद का आह्वान किया है. व्यापारियों ने जीएसटी व्यवस्था को सरल बनाने सहित कई अन्य मांगों के लिए भारत बंद का आह्वान किया है.
व्यापारी संगठन के द्वारा जीएसटी के खिलाफ आहूत भारत बंद का कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम नेे सभी जिला और ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को व्यापारियों के बंद के आव्हान को समर्थन देने के निर्देश दिए हैै।
बिहार में समर्थन मूल्य से अधिक कीमत पर व्यापारी खरीद रहे गेहूं, प्रदेश में अब तक नाममात्र की हुई खरीदारी
बिहार में संभवत: पहली बार स्थानीय बाजार में गेहूं के दाम घोषित समर्थन मूल्य 2015रुपये से अधिक हैं. खरीद के लिए स्थानीय व्यापारी किसान के दरवाजे पर पहुंच रहे हैं. देश की कुछ बड़ी निर्यातक कंपनियों ने गेहूं खरीद करने के लिए स्थानीय व्यापारियों को वित्तीय मदद भी दी है. दरअसल व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से दुनिया में गेहूं की कमी है. इस कमी को पूरा करने के लिए निर्यातक पूरी ताकत लगा कर गेहूं खरीद करवा रहे हैं. व्यापारियों से अच्छी दर मिलने की वजह से 20 अप्रैल से शुरू हुई खरीद में समर्थन मूल्य पर किसानों ने अभी तक करीब दो हजार टन गेहूं बेचा है.
जानें अभी तक की खरीदारी
10 लाख टन के लक्ष्य के विरुद्ध यह खरीदी नगण्य है. पिछले सीजन में करीब साढ़े चार लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी. प्रभात खबर की फील्ड रिपोर्ट के मुताबिक गया जिले में कुल खरीद लक्ष्य 37 हजार टन के विरुद्ध अब तक केवल 105 टन खरीद की गयी है. यहां व्यापारी दर दो हजार से 2200 रुपये प्रति क्विंटल है. औरंगाबाद अभी तक केवल 250 क्विंटल खरीद हुई है. यहां गेहूं का बाजार मूल्य 2070 से 2150 रुपये प्रति क्विंटल है. मोतिहारी में बाहर के व्यापारी किसान से प्रति क्विंटल 2050 पर खरीद कर रहे हैं. कमोबेश यही स्थिति अन्य जिलों में है. सीतामढ़ी में जरूर 1950 रुपये में खरीद हुई है.
गुलाबबाग मंडी (पूर्णिया ) में गेहूं का बाजार मूल्य 22 से 24 सौ रुपये और भागलपुर मंडी में 21 से 23 सौ रुपये है.
तीन मई तक गेहूं खरीद का एक्चुअल डाटा 1815 टन है.
तीन मई तक 339 किसानों ने अपना गेहूं समर्थन मूल्य पर बेचा है.
गेहूं निर्यात में भारत के लिए अवसर
यूएन के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ)की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के टॉप फाइव गेहूं निर्यातक देशों में रूस 37.3 लाख टन निर्यात करके पहले और 18.1 मिलियन टन निर्यात कर यूक्रेन पांच वे स्थान पर है. चूंकि दोनों देश युद्धग्रस्त हैं. इसलिए उनका निर्यात ठप है. इससे गेहूं की कमी हो गयी है. भारत इसका फायदा उठा कर गेहूं का बड़ा निर्यातक बनने की ओर है.
अब तक समर्थन मूल्य पर गेहूं की व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा खरीद उल्लेखनीय नहीं हो सकी है. दरअसल किसान को गेहूं का बाजार मूल्य समर्थन मूल्य से अधिक मिल रहा है. बाजार में गेहूं का बाजार मूल्य अधिक होने की सबसे बड़ी वजह रूस व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा और यूक्रेन का युद्ध है. - विनय कुमार, सचिव ,खाद्य संरक्षण एवं आपूर्ति विभाग
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व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा
Weekly Newsletter of CSC e-Governance Services India Limited, February 16, 2018 | CSC network is one of the largest Government approved online service delivery channels in the world
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड( सीबीएससी ), परीक्षा प्राधिकरण ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा 2018 के आवेदन पत्र पंजीकरण करने के लिए उम्मीदवारों का समर्थन करने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) बनाया है। उम्मीदवार अब पूरे देश में स्थित सीएससी के माध्यम से एनईईटी आवेदन व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा फॉर्म 2018 भर सकते हैं
परीक्षा की तारीख - 6 मई 2018 ( रविवार)
माननीय मंत्री - "एक करोड़ व्यापारियों को सक्षम किया जाएगा और सीएससी के माध्यम से बीएचआईएम क्यूआर कोड प्रदान किया जाएगा"
डॉ आरबी भांडवलकर का ब्लॉग: भारतीय चिकित्सा शिक्षा में अवसर और समस्या
Highlights मांग और आपूर्ति के बीच की कमी का अंतर चिकित्सा शिक्षा की सीमांत लागत को बढ़ा देता है। भारत का मित्र होने के कारण रूस में 1932 से भारतीय विद्यार्थी मेडिकल एजुकेशन लेते देखे जा सकते हैं।
भारत जैसे 135 करोड़ की आबादी वाले व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा देश में बड़े पैमाने पर डॉक्टरों की मांग है। ठीक उसी तरह से भारत में चिकित्सा शिक्षा हासिल करने वाले डॉक्टरों की भी विदेश में बहुत मांग है। फरवरी 2022 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कुल 604 मेडिकल कॉलेज हैं और इनमें 90 हजार सीटें उपलब्ध हैं। इनमें से 60 प्रतिशत एमबीबीएस और 40 प्रतिशत डेंटल शिक्षा के लिए होती हैं। जबकि चीन के मेडिकल कॉलेजों में 286000 सीटें उपलब्ध हैं। भारत में मेडिकल कॉलेज में प्रवेश नीट यूजी स्कोर के आधार पर किया जाता है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की दम पर करेगा भारत विश्व का नेतृत्व : उच्च शिक्षामंत्री
विद्याभारती ने #MyNEPcompetition अभियान का शुभारंभ किया
भोपाल। जब हिमालय से व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा गंगा का अवतरण हुआ तो उसने बुराईयों को अपने में बहा कर एवं अच्छाईयों को लोगों तक पहुँचाकर समाज का कल्याण किया। इसी प्रकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 न केवल भारतवर्ष के लिए अपितु सम्पूर्ण विश्व के लिए धरोहर बनेगी। उक्त उद्गार उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने विद्याभारतीद्वारा #MyNEPcompetition अभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि इस नीति में किए गए प्रावधानों के अनुवर्तन से भारत विश्व का नेतृत्व करेगा। स्वामी विवेकानंद के स्वप्न को साकार करने की दिशा में यह शिक्षा नीति कारगर सिद्ध व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा होगी। वहीं स्कूली शिक्षा मंत्री इन्दरसिंह परमार ने कहा कि स्वतंत्रता के पश्चात यदि देश के नागरिकों के साथ संवाद करके शिक्षा नीति बनाई जाती तो शिक्षा की जो वर्तमान स्थिति है वह नहीं होती । वर्तमान केन्द्र सरकार ने व्यापक संविमर्श के बाद इस नीति का प्रारुप बनाया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लॉर्ड मैकाले पुत्रों की अंतिम विदाई के रुप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने मध्यपद्रेश में शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन की चर्चा में यह भी कहा कि स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन की आवश्यकता है, इसके लिए सरकार टॉस्क फोर्स का गठन कर इसे लागू कराएगी।