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क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है?

क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है?

क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट करने से पहले जान लें, क्या हैं आंख बंद कर निवेश करने के खतरे

भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में जब क्रिप्टोकरेंसी से हुई इनकम को आयकर के दायरे में लाने की घोषणा की, तब से डिजिटल करेंसी की चर्चा हो रही है. डिजिटल संपत्तियों को टैक्स की जांच के दायरे में लाकर सरकार ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है कि वह इस मुद्रा पर प्रतिबंध लगाने के मूड में नहीं है. हालांकि, यह देखना बाकी है कि इसे कब कानूनी मान्यता दी जाएगी. आर्थिक क्षेत्र में नई डिजिटल करेंसी के आने के बाद जरूरी है कि हम डिजिटल करेंसी में निवेश करने के तौर तरीकों को सही से समझें.

हैदराबाद: लोगों के फाइनेंशियल स्टेटस को बेहतर बनाने और कुछ ग्लोबल इनवेस्टर्स के फॉल में डिजिटल करेंसी का बड़ा योगदान रहा है. उदाहरण के लिए, लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन दो बार ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया. पिछले साल मई में बिटकॉइन के एक सिक्के की कीमत 51 लाख रुपये तक पहुंच गई थी, जिसके बाद इसमें तेजी से गिरावट आई. नवंबर में यह फिर से बढ़कर 54 लाख रुपये का हो गया. फिलहाल इसकी कीमत 35 लाख रुपये के करीब है. चूंकि बिटकॉइन सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है, इसलिए इसकी कीमत में उतार-चढ़ाव अन्य क्रिप्टोकरेंसी को भी प्रभावित करता है. कई फाइनेंशियल एक्सपर्ट क्रिप्टो को 'बुलबुला' बताकर खारिज कर दिया. इसके बावजूद कई लोगों का मानना ​​है कि उन्होंने बड़ी रकम कमाने का एक अच्छा मौका गंवा दिया. क्या आपके विचार भी ऐसे ही हैं.

एक संपत्ति के रूप में क्रिप्टो करेंसी (As an asset)

वर्तमान में हमारे देश भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी संपत्ति के रूप में मान्यता नहीं है. इन सिक्कों से अर्थव्यवस्था के लिए खतरा पैदा होने की आशंका है. कई भारतीय निवेशक इसमें निवेश करना चाहते हैं. कई लोगों का मानना है कि इसके जरिये लेन-देन भी किया जाए. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कुछ देशों के व्यापारी क्रिप्टोकरेंसी से भुगतान स्वीकार करते हैं. पर सच यह है कि बतौर संपत्ति क्रिप्टोकरेंसी की कोई कीमत नहीं होती है. ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी की ओर से संचालित इस करेंसी में निवेश सट्टे की तरह है, जिसमें आप भरोसा करते हैं कि वह आपके इन्वेस्टमेंट का अधिक भुगतान करेगा. क्रिप्टो से व्यापार के लिए कई एक्सचेंज उपलब्ध हैं. आप उनमें से किसी के साथ रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और इसे भारतीय रुपये में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके जरिये आप क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग भी शुरू कर सकते हैं. क्रिप्टो में निवेश करना आसान है, लेकिन इसके लिए सतर्क रहना भी जरूरी है.

पर्सनल रिसर्च (Personal research)

इन दिनों वर्चुअल बाजार में हजारों क्रिप्टो करेंसी उपलब्ध हैं. हर क्रिप्टो करेंसी जटिलता और अस्पष्टता से भरी हुई है. जब आप क्रिप्टो में निवेश करना चाहते हैं, तो अपनी मेहनत की कमाई को लगाने से पहले इसका डिटेल स्टडी करें. क्रिप्टो फोरम में भाग लेने के साथ-साथ इस पर उपलब्ध अधिक से अधिक सामग्री का अध्ययन करें. एक ओर, लोगों के पास किसी भी क्रिप्टो के बारे में 100 प्रतिशत विश्वसनीय जानकारी नहीं है, दूसरी ओर, कुछ क्रिप्टोकरेंसी निवेशक के साथ धोखाधड़ी भी कर रहे हैं. ऐसे में विश्वसनीय क्रिप्टो की तलाश करना जरूरी है. इसके अलावा इसमें शामिल हाई रिस्क को ध्यान में रखते हुए डिजिटल करेंसी में निवेश करना शुरू करें.

क्रिप्टो में निवेश कम से कम करें (Minimise investment)

यह सबको पता है कि हमारा इन्वेस्टमेंट व्यापक होना चाहिए. अपने निश्चित फाइनेंशियल गोल को हासिल करने के लिए, अचल संपत्ति, सोना, इक्विटी, म्यूचुअल फंड, छोटी बचत योजनाओं, बैंक डिपोजिट में मिला-जुलाकर इनवेस्ट करना चाहिए. निवेश मोटे तौर पर लाइफ गोल, रिस्क लेने की क्षमता और होने वाली इनकम पर आधारित होता है. यह आपको क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? तय करना होता है कि किस फोलियो में कितना निवेश किया जाएगा. जीवन में इन्वेस्टमेंट की शुरुआत करने वालों और छोटे निवेशकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी से दूर रहना बेहतर है. क्रिप्टोकरेंसी के लिए अपने इन्वेस्टमेंट बजट का एक प्रतिशत ही क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? निवेश करें ताकि नुकसान होने की स्थिति में इसकी भरपाई आसानी हो जाए.

काफी अस्थिर है क्रिप्टो ( Quite unstable)

रिपोर्टस के अनुसार, क्रिप्टो करेंसी का बाजार दो ट्रिलियन डॉलर का है. इसकी कीमतों में हर दिन हर पल बदलाव होता है, इसलिए यह सबसे अधिक अस्थिर संपत्ति में से एक माना जाता है. इसके अस्थिर होने का दूसरा कारण यह है कि अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी सट्टेबाजों द्वारा चलाई जाती हैं. अगर कुछ दिनों के लिए इन्वेस्टमेंट चेन में गड़बड़ी होती है तो निवेशकों को बड़ा नुकसान हो जाता है. यह उन लोगों के लिए नहीं है, जो उतार-चढ़ाव और नुकसान को सहन नहीं कर सकते. यह ऐसे निवेशकों के लिए भी नहीं है, जो अपने-अपने जीवन में कुछ लक्ष्यों को पूरा करने के लिए इन्वेस्टमेंट और बचत कर रहे हैं. डिजिटल करेंसी में निवेश करने के लिए कभी भी पैसे उधार नहीं ले. क्योंकि बैंकों में फिक्स डिपॉजिट का 5 लाख रुपये तक बीमा किया जाता है, लेकिन क्रिप्टो निवेश के लिए ऐसी सुरक्षा की गारंटी नहीं है.

लालच से बचें (Avoid greediness.)

क्रिप्टो बाजार किसी भी रूल-रेगुलेशन से बंधे नहीं हैं. इसमें निवेश के जरिये पैसे को दोगुना करना जितना आसान है, वैसे ही आपके इनवेस्ट की गई रकम का हवा में गायब होना भी आसान है.

एक्सपर्ट बताते हैं कि हाई रिस्क वाले बाजार में काम करते समय लालच और भय से बचें. यदि आप प्लानिंग के अनुसार अपने निवेश का 50% कमाते हैं, तो बाजार से बाहर निकल जाएं, क्योंकि इसमें बेशुमार फायदा की गारंटी गारंटी नहीं है या पूरी राशि के खोने की संभावना भी ज्यादा है. इसमें कोई शक नहीं, क्रिप्टो इन दिनों अच्छा रिटर्न दे रहा है. कुछ नए निवेशक बाजार में उपलब्ध छोटी क्रिप्टो करेंसी में भी निवेश कर रहे हैं, मगर ध्यान रखें इसमें मोटी कमाई के साथ बड़ा जोखिम भी जुड़ा है. 1 अप्रैल से क्रिप्टोक्यूरेंसी लेनदेन पर लाभ पर बिना किसी छूट के 30 प्रतिशत इनकम टैक्स लगेगा. Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी का कहना है कि टैक्स से बचने के लिए अवैध तरीकों का सहारा न लें, जिससे और मुश्किलें आ सकती हैं.

Cryptocurrency Tax: क्या तोहफे में बिटकॉइन मिलने पर भी सरकार को देना होगा टैक्स? जानें 10 अहम सवालों के जवाब

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में वर्चुअल डिजिटल संपत्ति के लेनदेन से होने वाले मुनाफे पर 30 फीसदी टैक्स और एक फीसदी टीडीएस लगाने का एलान किया। कई विशेषज्ञ इसे क्रिप्टोकरेंसी को वैध करने की ओर एक कदम मान रहे हैं।

Tax on Cryptocurrency

विस्तार

आखिर, क्रिप्टोकरेंसी क्या है? जब ये वैध नहीं है तो भारत में इसका लेन-देन किस तरह होता है? क्रिप्टो और अधिकृत डिजिटल करेंसी में क्या फर्क है? सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर जो टैक्स लगाने की बात कही है वो लगेगा कैसे? आइये समझते हैं…

1. क्रिप्टोकरेंसी है क्या?

क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की वर्चुअल डिजिटल करेंसी है। चलन के लिहाज से ये रुपया, डॉलर या पाउंड जैसी ही होती है। क्रिप्टोग्राफी के सिद्धांत पर काम करने वाली ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से यह वर्चुअल करेंसी बनी है। इसी वजह से इसे क्रिप्टोकरेंसी कहते हैं। फर्क ये है कि रुपया, डॉलर या पाउंड को देश के केंद्रीय बैंक जारी और नियंत्रित करते हैं, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी पर किसी का कोई कंट्रोल नहीं होता है। यह पूरी तरह से विकेंद्रीकृत व्यवस्था है। कोई भी सरकार या कंपनी इस पर नियंत्रण नहीं करती। इसी वजह से इसमें अस्थिरता भी है। यह जिस डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है, उसे न तो कोई हैक क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? कर सकता है और न ही किसी तरह की छेड़छाड़ कर सकता है।

2. भारत में अभी किस तरह इसका लेन-देन होता है?

दुनियाभर में कई क्रिप्टोकरेंसी हैं, जिनका लेनदेन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और एक्सचेंज पर किया जा सकता है। इनमें सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। अगर आप क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का सोच रहे हैं तो आपको क्रिप्टो वॉलेट खोलना पड़ेगा। यह वैसा ही है, जैसा आप स्टॉक ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट अकाउंट खोलते हैं। क्वॉइनस्विच कुबेर, उनोकॉइन, वजीरएक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर कोई भी क्रिप्टो वॉलेट खोल सकता है। इसके लिए KYC समेत अन्य औपचारिकताओं को पूरा करना होगा। इसके बाद आपको क्रिप्टो में निवेश करने के लिए अपने बैंक से पैसा डिपॉजिट करना होगा।

भारत में कुछ प्लेटफॉर्म ऐसे हैं जो 100 रुपये से वॉलेट खोलने की अनुमति देते हैं। वहीं, कुछ क्रिप्टो वॉलेट फ्री ट्रेडिंग की अनुमति देते हैं, तो कुछ इसके लिए कम से कम 100 रुपये मेंटेनेंस चार्ज वसूल सकते हैं। यह क्रिप्टो एक्सचेंज पर निर्भर करता है।

3. क्रिप्टो और अधिकृत डिजिटल करेंसी में क्या फर्क है?

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रिजर्व बैंक डिजिटल करेंसी जारी करेगा। कोई भी मुद्रा 'करेंसी' तभी कहलाती है, जब केंद्रीय बैंक उसे जारी करता है। जो भी केंद्रीय बैंक के दायरे से बाहर है, उसे हम करेंसी नहीं कहेंगे। हम ऐसी 'करेंसी' पर टैक्स नहीं लगा रहे हैं, जिसे अभी जारी होना बाकी है। डिजिटल रुपये को RBI जारी करेगा, यही डिजिटल करेंसी कहलाएगी। इसके अलावा वर्चुअल डिजिटल दुनिया में जो कुछ है, वो संपत्तियां हैं। इसी तरह वित्त सचिव टीवी सोमनाथन कहते हैं कि भले ही क्रिप्टो पर टैक्स लेने का नियम बना है, तब भी ये वैध मुद्रा नहीं होगी।
आसान भाषा में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी पर किसी भी देश के केंद्रीय बैंक का नियंत्रण नहीं है। वहीं, भारत में जारी होने वाली डिजिटल करेंसी को भारतीय रिजर्व बैंक नियंत्रित करेगा।

4. क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगेगा कैसे?

वित्त मंत्री ने मंगलवार को साफ किया कि आरबीआई के डिजिटल रुपये के अलावा क्रिप्टो वर्ल्ड में मौजूद सभी क्वाइन वर्चुअल असेट्स में गिने जाएंगे। इनके लेनदेन में अगर किसी को मुनाफा होता है तो हम उस पर 30 फीसदी टैक्स लगाएंगे। उदाहण के लिए, यदि आपको बिटकॉइन बेचने पर 100 रुपये की कमाई होती है, तो आपको 30 रुपये टैक्स के रूप में सरकार को देना होगा। इसी तरह क्रिप्टो की दुनिया में होने वाले हर लेनदेन पर एक फीसदी TDS भी लगेगा। TDS से सरकार को क्रिप्टो के लेनदेन का पता लग जाएगा और वह टैक्स वसूल सकेगी।

5. तो क्या क्रिप्टो में किए पूरे निवेश पर टैक्स देना होगा?

ऐसा नहीं है। आपको केवल क्रिप्टोकरेंसी से होने वाले मुनाफे पर टैक्स देना होगा। उदाहरण के लिए अगर आपने पांच हजार रुपये की क्रिप्टोकरेंसी खरीदी और उसे पांच हजार 500 रुपये में बेच दिया, तो आपको केवल 500 रुपये पर 30 फीसदी यानी 150 रुपये टैक्स देना होगा।

6. अगर मैं किसी को क्रिप्टो करेंसी तोहफे में देता हूं तो क्या मुझे भी टैक्स देना होगा?

नहीं। वित्त मंत्री ने साफ कहा है कि जिसे क्रिप्टोकरेंसी मिलेगी उसे टैक्स देना होगा। यानी, अगर आप अपने किसी मित्र को एक बिटकॉइन गिफ्ट करेंगे तो उसे टैक्स देना होगा। हालांकि, अभी ये साफ नहीं है कि विरासत में मिली क्रिप्टोकरेंसी पर ये टैक्स लगेगा या नहीं। कुछ विशेषज्ञ कह रहे हैं कि यह नियम गिफ्ट टैक्स के तहत लगेगा। गिफ्ट टैक्स के नियम साफ हैं कि निकट रिश्तेदार यानी भाई-बहन को दिये तोहफे पर टैक्स नहीं चुकाना होता।

7. 1% टीडीएस की बात भी तो कही गई है वो कैसे लगेगा?

वित्त मंत्री ने बजट पेश करने बाद की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हर क्रिप्टो ट्रांजेक्शन पर 1% का टीडीएस लगेगा। ये टीडीएस ट्रांसफर करने वाले को देना होगा।

8. टैक्स लगाकर सरकार क्रिप्टो को मान रही है, इसे बढ़ावा दे रही है या इसे हतोत्साहित कर रही है?

दरअसल, सरकार इतना टैक्स लगाकर कर क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले निवेश को हतोत्साहित करना चाहती है। हालांकि, क्रिप्टो वर्ल्ड से जुड़े लोग सरकार के इस कदम को डिजिटल असेट को मुख्यधारा में शामिल करने के एक कदम के रूप में देख रहे हैं। वहीं, कॉइनस्विच के आशीष सिंघल इसे पूरे क्रिप्टो वर्ल्ड के लिए एक सकारात्मक कदम मानते हैं।

9. क्या मैं एक डिजिटल असेट में हुए नुकसान की भरपाई दूसरे से कर सकूंगा?

अगर इथेरियम में नुकसान हुआ, तो इसकी भरपाई बिटक्वाइन में हुए लाभ से नहीं कर सकेंगे। हर असेट यानी यूनिट अलग काम करेगी, उस पर हुए मुनाफे पर टैक्स लगेगा। नुकसान की भरपाई नहीं हो सकेगी।

10. क्या यह क्रिप्टोकरेंसी खरीदने का सही समय है?

नहीं। टैक्सेशन की दरें अगले वित्त वर्ष से लागू होगी। ऐसे में टैक्स से बचने के लिए 31 मार्च से पहले बड़े स्तर पर बिकवाली निकल सकती है। अगर ऐसा हुआ तो क्रिप्टो करेंसी में अस्थिरता आएगी। सरकार की ओर से क्रिप्टो करेंसी की वैधता को लेकर अब तक कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है और रिजर्व बैंक इसके खिलाफ है। ऐसे में वर्चुअल रुपये को लाकर क्रिप्टो को पूरी तरह बैन करने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। क्रिप्टो में निवेश पर अगर घाटा होता है तो इसकी कोई जवाबदारी सरकार की नहीं क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? होगी।

बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है (Bitcoin Kya Hai)

Bitcoin क्या है?

BITCOIN KYA HAI – आजकल लोग बिटकॉइन के बारे में बहुत सारी बातें करते हैं, बिटकॉइन वास्तव में क्या है, यह कैसे काम करता है, बिटकॉइन कैसे खरीदें और बिटकॉइन किस देश की मुद्रा है?

बिटकॉइन क्या है (BITCOIN KYA HAI IN HINDI)

BITCOIN – एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल CURRENCY है जिसे आप बैंक जैसे मध्यस्थ के बिना सीधे ऑनलाइन खरीद, बेच और विनिमय कर सकते हैं। बिटकॉइन के निर्माता, सतोशी नाकामोतो है, बिटकॉइन को मूल रूप से “An Electronic Payment System Based on Cryptographic Evidence Rather than Trust” की आवश्यकता का वर्णन किया था।

BITCOIN KYA HAI IN HINDI – बिटकॉइन विकेंद्रीकृत है, यह किसी भी बैंक या सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं है, और क्रिप्टोक्यूरेंसी या बिटकॉइन को वर्ष 2008 में पेश किया गया था। बिटकॉइन इसलिए बनाया गया था ताकि लोग ऑनलाइन या कंप्यूटर नेटवर्किंग के आधार पर भुगतान कर सकें।

बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है, एक वर्चुअल करेंसी है जिसे लोग देख नहीं सकते, छू नहीं सकते हैं. इसे केवल डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है, जिसे कोई भी लोग खरीद सकते हैं और एक दूसरे से भेज सकते हैं।

बिटकॉइन कैसे काम करता है?

बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है – बिटकॉइन मूल रूप से एक “COMPUTER FILE” है जिसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर “DIGITAL WALLET APP” में स्टोर किया जाता है। लोग आपके डिजिटल वॉलेट में बिटकॉइन भेज सकते हैं, और आप भी अपनी बिटकॉइन को अन्य लोगों के वॉलेट में भेज सकते हैं। इस लेन-देन को ब्लॉकचेन कहा जाता है और हर एक लेन-देन एक सार्वजनिक सूची में दर्ज किया जाता है।

बिटकॉइन कितने प्रकार के होते हैं?

जानें आखिर बिटकॉइन कितने प्रकार की होते हैं.

बाजार में 18,000 से अधिक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं। इन क्रिप्टो सिक्कों का उपयोग निवेश वाहनों, मूल्य के भंडार के रूप में किया जाता है जिन्हें क्रिप्टो एक्सचेंजों पर खरीदा, बेचा या कारोबार किया जा सकता है।

उनमे से कुछ पॉपुलर बिटकॉइन का नाम हैं जैसे १. Bitcoin (BTC), २. Ethereum (ETH), ३. Tether (USDT)

सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टोकोर्रेंसी कौन सी है

इस मार्केट में Bitcoin सबसे ज्यादा पॉपुलर कॉइन है और इसकी कीमत दूसरे कॉइन से ज्यादा है. लेकिन इसके अलावा कई क्रिप्टो हैं जो आजकल बहु पॉपुलर है. उनकी लिस्ट निचे दिया गया है.

  1. Bitcoin (BTC)
  2. Bitcoin Cash
  3. Ethereum (ETH)
  4. Tether (USDT)
  5. Cardano (ADA)
  6. Binance Coin (BNB)
  7. XRP (XRP)
  8. Solana (SOL)
  9. USD Coin (USDC)
  10. Ripple

यह है 10 क्रिप्टो करेंसी, सबसे ज्यादा निवेश किए जाने वाले कॉइन, सबसे ज्यादा पॉपुलर इसलिए है क्योंकि पूरी दुनिया के लोग इन कॉइन में इन्वेस्ट करना पसंद करते हैं।

बिटकॉइन की शुरुआती कीमत क्या थी?

Bitcoin की कीमत 50 लाख तक पहुंच गई है, लेकिन इसकी कीमत हमेशा बदलती रहती है।

बिटकॉइन की शुरुआती कीमत लगभग 1 डॉलर या उससे कम थी. बिटकॉइन के बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं थी और बिटकॉइन पर ज्यादा भरोसा नहीं थी. क्योंकि कई बार कई देशों में सरकार द्वारा बिटकॉइन को रॉक भी लग चुकी थी.

FAQs: बिटकॉइन क्या है और कैसे काम करता है

Bitcoin को लेकर के लोगों को मन में जो सवाल उठता है क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? उसका Answer देने की कोशिश की है.

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

बिटकॉइन को सबसे पहले जापान के एक व्यक्ति ने बनाया था। लेकिन बिटकॉइन को किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जाता है। क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है और इसे किसी देश के भी व्यक्ति ऑनलाइन खरीद और बेच सकता है।

Cryptocurrency Kaise Kharide?

Bitcoin खरीदना और भेजना बहुत आसान हो चुकी है, मोबाइल से बिटकॉइन खरीद सकते हैं, उसके लिए Bitcoin Trading App मोबाइल में इंसटाल करना है और अकाउंट बनाना है.

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है

बिटकॉइन को किसी एक देश की मुद्रा नहीं कहा जा सकता क्योंकि यह एक डिजिटल मुद्रा है और इसे ऑनलाइन खरीदा या बेचा जा सकता है और इसे कोई भी ऑनलाइन इस्तेमाल कर सकता है। बिटकॉइन के मालिक जापान के सातोशी नाकामोतो हैं। उनका जन्म 5 अप्रैल 1975 को जापान में हुआ था।

बिटकॉइन के नुकसान

बिटकॉइन किसी भी प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं है और इसका उपयोग अवैध चीजें खरीदने के लिए किया जा सकता है। बिटकॉइन उन लोगों के लिए एक अच्छा निवेश है जो फिनटेक पर एक मौका लेना चाहते हैं जिसमें दुनिया को बदलने की क्षमता है और उन लोगों के लिए अच्छा नहीं है जो इसमें अपनी छोटी राशि का निवेश करना चाहते हैं।

बिटकॉइन का भविष्य 2022

क्रिप्टोक्यूरेंसी बाजार का कुल मार्केट कैप $ 2.36 ट्रिलियन है, जिसमें बिटकॉइन का कुल मूल्य $ 900 बिलियन है। 2023-24 बिटकॉइन के लिए बहुत अच्छा साल साबित होना चाहिए। लेकिन 2022 में भारत में क्रिप्टो से जुड़े कुछ नए नियम भी लागू हुए हैं जो कि टैक्स है। क्रिप्टो लेनदेन में क्रिप्टो आयकर 30 प्रतिशत और 1 प्रतिशत टीडीएस का प्रावधान।

Summary: इस पोस्ट में मैं बिटकॉइन के बारे में जानकारी देने की खोशिस क्या बिटकॉइन में इन्वेस्ट करना सही है? की है. क्योंकि आजकल लोग बिटकॉइन के बारे में ज्यादा चर्चा करते हैं. जैसे Bitcoin Kya Hai, वास्तव में बिटकॉइन क्या है? कैसे काम करता है? बिटकोइन को कैसे खरीदे? बिटकॉइन कौन से देश की मुद्रा है? बिटकॉइन कितने प्रकार की होती है?

अगर बिटकॉइन और क्रिप्टोकोर्रेंसी के बारे में कोई सवाल है और जानकारी पाना चाहते हैं तो जरूर कमेंट करें।

बिटकॉइन क्या है Bitcoin कैसे खरीदें और बेंचे

Bitcoin


आप यकीन नही मानेगे आपसे यह कहे कि 10 साल पहले ₹1000 निवेश किए होते तो आज की डेट में करोड़ों बन जाते हमें पता है इन चीजों पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल है पर यह बात पूरी तरह से सच है आज से करीब 10 साल पहले 1 बिटकॉइन की कीमत ₹5 से ₹6 के बीच में थी लेकिन वही आज 1 बिटकॉइन की कीमत 40 लाख के ऊपर है अब आप में से कई लोग सोच रहे होंगे कि अरे वाह यह तो खजाना है हमें भी इसमें निवेश करना चाहिए तो दोस्तो जरा ठहर जाइए क्योंकि निवेश करने से पहले एक बार ये जान लीजिए कि आखिर ये बिटकॉइन क्या है कैसे काम करता है और क्या इसमें इन्वेस्टमेंट करना सही है

Bitcoin क्या है

सबसे पहले सवाल आता है कि आखिर बिटकॉइन है क्या तो आसान शब्दों में कहा जाए ये एक डिजिटल या फिर कहें वर्चुअल करंसी है जो Cryptocurrency के अंतर्गत आती है अब करेंसी के बारे में तो आप जानते ही होंगे जैसे हमारे इंडिया की करेंसी रुपीस है यूएस की करेंसी डॉलर है ठीक उसी तरह बिटकॉइन भी एक करेंसी है बस फर्क सिर्फ इतना है कि आप डॉलर या फिर रुपए को छू सकते हैं पर इसे छू नहीं सकते बाकी इसका पूरा इस्तेमाल पैसे की तरह ही होता है फिर कहें चीजों का लेन-देन हो या फिर ऑनलाइन पेमेंट करनी हो या कोई और चीज यानी कि जिस तरह आप पैसों का इस्तेमाल करते हैं ठीक उसी तरह बिटकॉइन भी इस्तेमाल कर सकते हैं अब यह पर सवाल यह है कि भला यह कैसे होगा तो दोस्तों इसे जानने के लिए हम आपको बता दें कि Cryptocurrency यानी कि bitcoin का अविष्कार करीब 2008 के पास हुआ और उस वक्त एक बिटकॉइन की वैल्यू लगभग 0 थी हालांकि बात करे कि बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया तो यह चीज एक रहस्य बनी हुई है पर फिर भी एक नाम सामने आता है (सतोसी नाका मोतो) जिसके बारे में कहा जाता है इन्होंने ही Bitcoin को इनवेंट किया लेकिन अभी ये कौन है कहां रहते हैं किस तरह दिखते हैं यह किसी को नहीं पता पर पर ज्यादा इंट्रस्टिंग चीज तो यह है कि बिटकॉइन का मार्केट इतना ज्यादा बड़ा होने के बावजूद ये decentralized currency है यानी कि ना ही कोई कंपनी से कंट्रोल करती है ना ही किसी देश की गवर्नमेंट यही कारण है कि आप बिटकॉइन कि तरह अपना कोई भी क्रिप्टोकरंसी डेवलप कर सकते हैं और बिटकॉइन के अलावा भी कई सारी डिजिटल करंसी तैयार की गई है

Bitcoin wallet

अब कई लोगों के दिमाग में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर बिटकॉइन काम कैसे करता है अब आसान भाषा में बताएं तो नॉर्मली आपका जो ट्रांजैक्शन होता है वह बैंक के जरिए होता है यानी आप कोई ट्रांजैक्शन नंबर मिलता है उससे बैंक आप का लेखा-जोखा देख सकती हैं लेकिन जब कभी भी आप बिटकॉइन खरीदते हो या बेचते हो इनके जो ट्रांजैक्शन हो बड़े-बड़े डिस्प्यूटेड कंप्यूटर नेटवर्क से होती है ऐसे में दोस्तों जो डिस्ट्रीब्यूटेड कंप्यूटर नेटवर्क होता है वह सैंडर और रिसीवर के बिटकॉइन रिट्रेस को एक लेजर जिसे आप रिकॉर्ड फाइल भी कहते हैं उसमें ऐड कर देता है ऐसे मिली जो लेजर फाइल है यह एक तरह का वॉलेट है इसमें आपकी बिटकॉइन की जितनी भी ट्रांजैक्शन होती है उसे इसी में रिकॉर्ड किया जाता है दोस्तों इन्ही मल्टीपल लेकर फाइलिंग रिकॉर्ड बन जाती है और कई सारे मल्टीपल ब्लॉक बन जाते हैं यही कारण है कि इस टेक्नोलॉजी को ब्लॉकचेन कहा जाता है दोस्त जितने भी ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड होते हैं यह सारे पब्लिक कीई से इंक्रिप्टेड होता है और बिना कीई के इस पर एक्सेस करना पॉसिबल नहीं है और अगर ये कीई खो जाता है तो फिर ब्लॉक भी खो जाएगा और इसलिए इंटरनेट पर पूरे बिटकॉइन का करीब 25% लॉस हो चुका है

अब कई लोगों को दिमाग में यह सवाल आ सकते हैं कि ये कौन चेक करेगा कि रिकॉर्ड सही है या नहीं तो दोस्तो यहीं पर काम आते हैं - miners एग्जांपल के तौर पर एक इंसान है जो बिटकॉइन बेच रहा है और उस इंसान के पास असल में बिटकॉइन है या नहीं इसको वेरीफाई करने का काम miners - करते हैं जिन्हें बिटकॉइन miners - कहते हैं दोस्तों इनका काम ट्रैंजेक्शन को ठीक तरह से वेरीफाई करना होता है जिसके लिए इनके पास हाई प्रोसेसिंग कंप्यूटर होते हैं जो कि बहुत बड़े-बड़े और कॉम्प्लिकेटेड मैथमेटिक्स क्वेश्चन को सॉल्व करते हैं और इसी से बिटकॉइन miners, miners सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं और सबसे इंट्रस्टिंग चीज यह है कि यह miners फ़्री में ऐसा नहीं करते बल्कि जब लोग ट्रैंजेक्शन को वेरीफाई करते हैं तब एक नया बिटकॉइन जनरेट होता है जिस पर miners हक होता है अब तो आपको यह सब तो समझ में आ गया होगा कि बिटकॉइन काम कैसे करता है

Bitcoin की क़ीमत

क्या आपको पता है इसकी कीमत इतनी ज्यादा क्यों बढ़ रही है असल में दोस्तों पूरा खेल डिमांड और सप्लाई का है

दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में अब तक केवल 21 मिलियन बिटकॉइन नहीं है यानी कि यह इसकी लास्ट लिमिट है अभी तक 18 मिलियन बिटकॉइन को extract कर लिया गया है अब डिमांड और सप्लाई के बारे में आप जान होंगे किसी भी चीज की जितनी ज्यादा डिमांड होती है उसका प्राइस भी बढ़ने लगता है और बिटकॉइन की डिमांड भी पिछले कुछ सालों में बहुत ज्यादा बढ़ गई है इसी वजह से बिटकॉइन का प्राइस लगातार बढ़ता जा रहा है और यही समय है बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने का यहां तक की दुनिया के सबसे अमीर आदमी Elon Musk भी बिटकॉइन में इन्वेस्ट करते हैं क्योंकि उन्हें पता है आने वाले समय में ये इंसान को राजा बना देगी और बिटकॉइन ने ऐसा किया भी है कई लोगों ने जब Bitcoin की शुरुआत में इस पर मजाक मजाक में इन्वेस्ट किया था वह आज करोड़पति है और ठीक ऐसे ही आपके साथ भी हो सकता है आपको बस जरूरत है सही जगह पर इन्वेस्ट करने की

Bitcoin कैसे खरीदे और बेचें

तो दोस्तों चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है जैसे हम शेयर बाजार में निवेश करने के लिए ब्रोकर कंपनियों के साथ डीमेट अकाउंट खोलते हैं वैसे ही Bitcoin में निवेश करने के लिए आपको कई अलग-अलग ब्रोकर्स मिल जाएंगे मैं कोई ब्रोकर का अपनी पोस्ट में नाम नहीं लेना चाहता हूं अगर आप इसे इंटरनेट पर ढूंढेंगे तो आपको यह बहुत आसानी से मिल जाएंगे अगर आप शेयर बाजार का थोड़ा भी ज्ञान रखते हैं डिमैट अकाउंट को चलाना जानते हैं शेर खरीदना और बेचना जानते हैं तो आपको कोई भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा इसी तरह ऐसा ही आप क्रिप्टोकरेंसी के ट्रेडिंग अकाउंट में कर सकते हैं बिटकॉइन में आप ₹100 से भी अपना निवेश सुरु कर सकते हैं

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