वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें

- आपके वित्तीय लक्ष्य आपकी आर्थिक स्थिति के अनुसार हो।
- अगर लक्ष्य काल्पनिक होगें तो फाइनेंशयल प्लान कारगार नहीं होगा।
- आपके वित्तीय लक्ष्यों को आपके जीवन के अन्य और पहलुओं पर क्या प्रभाव पढ़ेगा उसका सही मुल्यांकन करें।
- समय-समय पर अपनी वित्तीय स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करें
- जितनी जल्दी हो सके प्लान बनाना शुरू करें
- जितनी जल्दी हो सके आप अपने व्यावसायिक जीवन में बचत करना शुरु करें
- अपने खर्चों को समझदारी से विनियमित करें, खर्चों को पूरा करने के लिए आय बढ़ाने से पहले अपने खर्चों की योजना बनाना बेहतर होगा क्योंकि यह आपके हाथ पर अधिक नियंत्रित है।
वित्तीय स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें ?
कई बार हम ढेर सारे कर्ज में डूबे रहते है और वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने का कोई रास्ता नहीं सूझता क्योकि जो कुछ हमारे पास होता है उसे हम खोना नहीं चाहते और इस डर से वित्तीय स्वतंत्रता की ओर कदम नहीं बड़ पाते | आज हम आपको एक रियल स्टोरी से वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने का रास्ता दिखाएंगे |
मेरी एक दोस्त है शिवांगी जिसका एक पति और एक ११ महीने का बच्चा था | एक दिन नव वर्ष की पूर्व संध्या की सुबह, उसे खबर मिली कि उसके वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें पति का निधन हो गया है और उसने उसे और उसके ग्यारह महीने के बेटे को 5,000,000 रुपए के कर्ज के साथ छोड़ दिया।
यह खबर सुनकर वह फर्श पर गिर पड़ी । उस वक्त उसका 11 महीने का बच्चा पहली बार अपने पैरों पर खड़ा होकरअपनी माँ की आंसुओं को साफ़ करने के लिए अपनी छोटी उंगलियों का इस्तेमाल करता है इस बात का एहसास लिए बिना की उसने अपने पिता को खो दिया है, और उसकी माँ ने अभी अपना सबसे अच्छा दोस्त खो दिया है ।
एक दिन उसकी माँ को एक नया पति मिल सकता है, लेकिन कोई भी कभी अपने पिता को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है। लेकिन वो अनजान बालक ने खुद के बारे में नहीं सोचा, केवल अपनी मां को बेहतर महसूस करने के तरीके के बारे में सोचा। उसकी इसी हरकत से शिवांगी बहुत प्रभावित हुयी और उसकी हरकत से सीख लेते हुए उसे उसके लिए उसे मजबूती से खड़ा होना था और भविष्य में उसको सारे ऋण से मुक्त करना था | शिवांगी ने सोचा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरे साथ क्या हुआ बस मुझे तो अब ये सोचा है की अपने बच्चे को इस कर्ज/ऋण से कैसे मुक्त रखूँ |
इसी संकल्प को लेकर शिवांगी ने २ साल में अपने सारे 5,000,000 रुपए के कर्ज से अपने आप को मुक्त कर लिया | लोग आम तौर पर उससे पूछते हैं कि उसने इतना कर्ज चुकाया कैसे, तो उसने लोगो को बंदर और मूंगफली की कहानी सुनाई:
“जब एक किसान एक बंदर पकड़ना चाहता है, तो वह एक मटके के खली जगह को मूंगफली के साथ भर देता है और उसे ले जाकर बन्दर पकडने वाली जगह पर रेख देता है | आखिरकार, एक बंदर साथ आता है, मूंगफली चाहता है, और उन्हें पाने के लिए अपना हाथ मटके के अंदर डालता है| मटके में खली हाथ जाने भर की जगह तो है पर बंद मुट्ठी को वापस खींचने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। अगर अब बन्दर को हाथ बहार निकलना है तो केवल इतना करना है की मूंगफली को मुक्त होने देना है, लेकिन ऐसा नहीं है। बंदर मूंगफली की इच्छा वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें से कैद हो जाता है, और बंदर की इच्छा को छोड़ने में असमर्थता ही उसको किसान के बनाये जाल में उसको फसा देती है और वो स्वतंत्र बन्दर अब किसान के बनाये जाल में फस जाता है |
हमारे जीवन में कितनी बार हम इसी तरह की इच्छाओ को पकड़ के रखते हैं जो हमें उस चीज को खोने देने का कारण बनते हैं जो हम चाहते हैं?
आखिरकार, मैं अपने सभी कर्ज चुकाने, ऋण मुक्त होने और ऋण के बदले पैसे कमाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सबकुछ छोड़ने के लिए तैयार हो गयी थी। मैंने अपनी सारी संपत्तियों, भूमि, कंपनियों और शेयरों को जो भी कीमत मिली उस पर बेचा। आप किसी भी समय कुछ भी बेच सकते हैं, जब तक कि आप यह स्वीकार करने के लिए तैयार हों कि खरीदारों के मांग पर आप सहमत है।
अजीब चीज यह है कि जब आप पकड़ने की कोशिश करते हैं, तो आप हार जाते हैं, लेकिन जब आपका दिमाग निस्संदेह और जाने के लिए तैयार होता है, तो आप लाभ प्राप्त करते हैं। चीजें आपके पक्ष में होने लगती हैं और मेरे साथ हुआ यही जिससे मैं २ साल में अपने सारे कर्ज से मुक्त हो गयी और मेरा सारा ध्यान पैसे को कमाने पर लगने लगा |”
तो रहस्य यह है की आप आपको अपने दिमाग को देखना जारी रखना है। जब भी आप किसी चीज़ से बहुत जुड़े होते हैं, जैसे बंदर अपने मूंगफली के लिए होता था, तो बस अपने दिमाग को देखें ऐसे सोचें की जैसे कि यह समस्या किसी और से संबंधित है और मै उनको क्या राय दूँगा इस समस्या से उबरने का।
जिस क्षण आप देखते हैं, आप अपने विचारों, भावनाओं और यहां तक कि आसक्ति या इच्छा की भावना को भी अलग करते हैं। उस पल में आप स्वतंत्र हैं और जब आप अंदर से मुक्त होते हैं, तो आप भी बाहर मुक्त हो सकते हैं।
वित्तीय स्वतंत्रता और खुशी आपका जन्मजात अधिकार है। आज से ही आप अपने दिमाग को देखना शुरू करें और अभी से ही वित्तीय स्वतंत्रताके लिए अपना अभ्यास शुरू करें।
Financial Freedom: स्वतंत्रता दिवस पर वित्तीय आजादी के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स, कभी वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें नहीं होगी पैसे की किल्लत
Financial Freedom: स्वतंत्रता दिवस पर वित्तीय आजादी के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स, कभी नहीं होगी पैसे की किल्लत Financial Freedom: Follow these 5 tips for financial freedom on Independence Day, there will never be a shortage of money
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Published on: August 15, 2022 17:17 IST
Photo:FILE Financial Freedom
Financial Freedom: देश आज आजादी के 75 साल पूरे होने पर धूमधाम से स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। अगर आजादी को सही मायने में हम सेलिब्रेट करना चाहते हैं तो इसके लिए बहुत जरूरी है कि हम वित्तीय रूप से स्वतंत्र बने। वित्तीय स्वतंत्रता से मतलब है कि आपके पास पर्याप्त पैसा हो, जिससे आप अपने मौजूदा और भावी खर्चों को पूरा कर पाएं। आज स्वतंत्रता दिवस के इस माके पर हम आपको उन कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दे रहे हैं जिनको फॉलो कर आप आसानी से अपने और परिवार के लिए वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं।
1. आय और खर्च का आकलन करें
वित्तीय स्वतंत्रता के लिए सबसे पहले अपने मौजूदा वित्तीय स्थिति का आकलन करें। इसमें आप अपनी कुल आय, जिसमें नौकरी, मकान का किराया आदि को शामिल करें। इसके बाद अपने वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें सारे खर्च जैसे लोन का रीपेमेंट, फोन का बिल, खाने-पीने का खर्च आदि के अलावा निकट भविष्य में होने वाले खर्च को भी शामिल करें। आमदनी में से कुल खर्च घटाने के बाद बची राशि अगर कुल आय का 5-10 फीसदी है तो आपको अपने पैसों के प्रबंधन के लिए गंभीरतापूर्वक विचार करने की जरुरत है।
2. निवेश से पहले लक्ष्य निर्धारित करें
आय से बचे अमाउंट को कहीं निवेश करने से पहले अपना गोल तय करें। इसके लिए अगले पांच साल में घर खरीदने का या इमरजेंसी फंड बनाने का या तीन वर्ष बाद कार खरीदने का आदि का गोल शामिल हो सकता है। एक बार इस तरह के गोल निर्धारित करने से आपमें बचत की प्रवृत्ति विकसित होती है। गोल हमेशा ही एक समय-सीमा के साथ निर्धारित की जानी चाहिए। अचानक होने वाले हेल्थ प्रॉब्लम एवं दुर्घटनाओं के लिए इमरजेंसी फंड बनाना जरूरी है। ऐसा करने से आपको पता होगा कि आपको इतने साल के बाद कितने पैसे की जरूरत होगी।
3. इस तरह चुनें इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट
इन्वेस्टमेंट के लिए मार्केट में उपलब्ध प्रोडक्ट्स में रिस्क का लेवल अलग-अलग होता है। अगर, आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो वहां रिस्क अधिक होता है जबकि फिक्स्ड डिपॉजिट में रिस्क न के बारबार होता है। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति जितना अधिक रिस्क उठाता है उसको उसी अनुपात में तेज रिटर्न मिलता है। हालांकि, घाटा भी उसी अनुपात में होने का चांस होता है। इसलिए निवेश के विकल्प से संबंधित सभी प्रकार के रिस्क के बारे में पहले ही जान लें। यह जानना आपके लिए जरूरती है कि मार्केट के रिस्क, ब्याज दर के रिस्क, लिक्विडिटी का रिस्क, महंगाई आदि निवेश को प्रभावित करते हैं। इनका सीधा प्रभाव आपकी इन्वेस्टमेंट पर पड़ता है। इससे बचने के लिए प्रोपर रिसर्च करें। इसके बाद अपने इनकम और गोल के अनुसार इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट का चयन करें और निवेश करें।
4. इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं
अगर, आपने अभी तक इमरजेंसी फंड नहीं बनाया वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें है तो अब देर न करें। ऐसा इसलिए करें कि बुरा वक्त कब शुरू हो जाता है, यह किसी को पता नहीं होता है। बुरे वक्त से पार पाने के लिए एक इमरजेंसी फंड बनाएं। इसके लिए अपने फिजूलखर्ची पर रोक लगाएं और इस पैसे को इमरजेंसी फंड में डाले। यह आपके बुड़े वक्त में मदद करेगा।
5. प्रर्याप्त लाइफ इंश्योरेंस जरूर लें
अगर, आपके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी है तो प्रर्याप्त लाइफ इंश्योरेंस,टर्म इंश्योरेंस खरीद लें। लाइफ इंश्योंरेस के साथ हेल्थ इंश्योरेंस भी जरूर लें। हेल्थ इंश्योरेंस पूरे परिवार के लिए लें। ऐसा कर आप अपने परिवार को फाइंनेंशियली सिक्योर कर सकते हैं। इसके साथ ही एक्स्ट्रा इनकम जेनरेट करने के विकल्प पर काम करें।
Financial Freedom: स्वतंत्रता दिवस पर आर्थिक आजादी के लिए इन 5 बातों का रखें ध्यान, सभी वित्तीय चिंताओं से मिलेगा छुटकारा
आप साधारण जीवन शैली अपनाकर भी आर्थिक आजादी हासिल कर सकते हैं. इससे आपके हाथ में पैसा बचेगा जिसे बेहतर भविष्य के लिए बचाया जा सकता है.
आर्थिक आजादी (Financial freedom) हम सभी लोगों के लिए एक सपने के सच होने जैसा है.
Financial Freedom: आर्थिक आजादी (Financial freedom) हम सभी लोगों के लिए एक सपने के सच होने जैसा है. वित्तीय स्वतंत्रता का मतलब है कि आपको अपनी आजीविका और भविष्य को लेकर चिंता न करनी पड़े. आपके सभी शौक पूरे हों और जीवन का आप पूरी तरह से आनंद ले सकें. अगर आप धनी परिवार से जुड़े नहीं हैं तो आपको अपने भविष्य को लेकर एक सही योजना बनाना चाहिए और वित्तीय स्वतंत्रता के लिए इस प्लान के मुताबिक काम करना चाहिए.
क्या है एक्सपर्ट्स की राय
ट्रेडस्मार्ट के CEO विकास सिंघानिया कहते हैं, “अलग-अलग लोगों के लिए फाइनेंशियल फ्रीडम का एक अलग मतलब हो सकता है. कुछ के लिए इसका मतलब कर्ज मुक्त होना हो सकता है. कुछ लोगों को ऐसा भी लग सकता है कि पैसा कमाने के लिए हर दिन काम करने की जरूरत न हो. हालांकि, वित्तीय स्वतंत्रता तब प्राप्त होती है जब आपके पास ब्याज या डिविडेंड या बिजनेस से मुनाफे के रूप में जीवन भर के लिए पैसे की व्यवस्था हो. ताकि आपकी सभी जरूरतें पूरी हो सके.”
उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में कमाई की उम्मीद करके कोई वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने की बात नहीं कर सकता. वित्तीय स्वतंत्रता या तो बैंक में पैसा होने या नकदी प्रवाह से प्राप्त होती है, जिससे किसी भी परिस्थिति में आपकी जरूरतें पूरी होती हैं. दोनों ही मामलों में, जल्दी योजना बनाना शुरू करना अहम है. बिना योजना के आर्थिक आजादी हासिल करने का सपना सपना ही रहेगा. सिंघानिया के मुताबिक आप इन पांच स्टेप्स को फॉलो करके आर्थिक आजादी पा सकते हैं.
Bank RD vs Post Office RD: 10 साल में जमा करना है 10 लाख, हर महीने कितना करें निवेश, ये हैं बेस्ट आरडी प्लान
LIC New Endowment Plan: एलआईसी के इस प्लान में रोज बचाएं सिर्फ 71 रुपये, मैच्योरिटी पर मिलेंगे 48.75 लाख रुपये
जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, प्लानिंग के बिना आर्थिक आजादी केवल एक सपना बनकर रह जाएगी. वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए एक विवेकपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है. आप प्लानिंग के तहत आर्थिक आजादी के अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं.
साधारण जीवन शैली
एक साधारण जीवन शैली जीने से आपके हाथ में पैसा बचेगा जिसे बेहतर भविष्य के लिए बचाया जा सकता है. फिजूलखर्ची से आपको अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में दिक्कत होगी. साधारण जीवन शैली के तहत आपको कमाए गए हर संभव रुपये को बचाने में मदद मिलेगी.
इंश्योरेंस पॉलिसी
जब आपकी उम्र कम होती है तो आपको बीमा पॉलिसी होने के महत्व का एहसास नहीं होता है. एक दुर्घटना या कोई अप्रिय घटना न केवल उस व्यक्ति का बल्कि उसके परिवार का भी जीवन बर्बाद कर सकती है. अपनी सुरक्षा के लिए, आपको कंप्रिहेंसिव मेडिकल इंश्योरेंस और एक टर्म पॉलिसी लेने की जरूरत है. कम उम्र में आपको इसके लिए प्रीमियम भी कम देना होगा.
जल्दी करें निवेश की शुरुआत
जीवन में जल्दी वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए, आपको कंपाउंडिंग का फॉर्मूला सीखना होगा और इस पर भरोसा करना होगा. आपके धन के कंपाउंडिंग में दो कंपोनेंट होते हैं – समय और निवेश पर रिटर्न. आप जितनी देर तक क्वालिटी इन्वेस्टमेंट में निवेशित रहेंगे, आपको उतना ही अधिक रिटर्न मिलेगा. इसलिए जरूरी है कि जीवन में जल्दी बचत शुरू कर दी जाए. इसके लिए आपको पहले बचत करनी चाहिए वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें और फिर खर्च करना चाहिए.
निवेश की निगरानी है जरूरी
प्लानिंग के साथ निवेश की शुरुआत के बावजूद विभिन्न कारणों से आपको नुकसान हो सकता है. यह पूरी तरह से आपके नियंत्रण में नहीं होता है. इसके लिए जरूरी है कि आप समय-समय पर अपने निवेश की निगरानी करते रहें. समय के साथ निवेश विकल्प और उनपर रिटर्न बदलते रहते हैं. इसलिए सही समय पर सही जगह निवेश जरूरी है. ताकि अधिकतम रिटर्न जनरेट किया जा सके.
Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.
बेहतर वित्तीय स्वतंत्रता के लिए जरूरी है प्लानिंग, मिलती है परेशानियों वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें से मुक्ति
उचित आर्थिक प्रबंधन के माध्यम से एक व्यवस्थित और योजनाबद्ध तरीके से अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने की प्रक्रिया है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के वित्तीय लक्ष्य भिन्न-भिन्न होते हैं जैसे कि घर खरीदना, अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए बचत, सेवानिवृत्ति की योजना या किसी विदेशी यात्रा की योजना, लेकिन बुनियादी सिद्धांत और प्रक्रिया लगभग सभी के लिए समान रहती है ।
आर्थिक प्रबंधन हर व्यक्ति के जीवन की वित्तीय स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण है और इसके फायदे निम्नलिखित है। फाइनेंशियल प्लानिंग आपके वित्तीय निर्णयों को दिशा और अर्थ प्रदान करती है। यह आपको और आपके परिवार को किसी भी अदृश्य या वित्तीय आपदाओं से बचाता है।
इससे प्रभावित होते हैं जीवन के अन्य क्षेत्र
यह आपको समझने में मदद करता है कि आपके द्वारा लिए गए प्रत्येक वित्तीय निर्णय से आपके जीवन के अन्य क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, आपके एक विशेष निवेश उत्पाद खरीदने से आप अपनी गिरवी रखी वस्तु का भुगतान करने में मदद कर सकते हैं या इससे आपकी सेवानिवृत्ति में काफी देरी हो सकती है।
आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग के पूरे हिस्से को एक रूप में देखकर अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें के छोटे और दीर्घकालिक प्रभावों पर विचार कर सकते हैं। आप आसानी से अधिक सुरक्षित और अनुकूलित तरीके से अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते है।
फाइनेंशियल प्लानिंग के माध्यम से आप अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का आंकलन, आपके भविष्य के लक्ष्य और उन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आवश्यक चरणों का सरल लेखा - जोखा बना सकते है। इसके लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने पड़ेंगेः-
- उचित वर्तमान वित्तीय जानकारी इकट्ठा करना
- जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को निर्धारित करना
- वर्तमान वित्तीय और भविष्य की जरूरतों का मूल्यांकन करना
- एक्शन प्लान बनाना
- योजना को कार्यान्वित करना
- समय-समय पर योजना की निगरानी और समीक्षा करना
- आपके वित्तीय लक्ष्य आपकी आर्थिक स्थिति के अनुसार हो।
- अगर लक्ष्य काल्पनिक होगें तो फाइनेंशयल प्लान कारगार नहीं होगा।
- आपके वित्तीय लक्ष्यों को आपके जीवन के अन्य और पहलुओं पर क्या प्रभाव पढ़ेगा उसका सही मुल्यांकन करें।
- समय-समय पर अपनी वित्तीय स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करें
- जितनी जल्दी हो सके प्लान बनाना शुरू करें
- जितनी जल्दी हो सके आप अपने व्यावसायिक जीवन में बचत करना शुरु करें
- अपने खर्चों को समझदारी से विनियमित करें, खर्चों को पूरा करने के लिए आय बढ़ाने से पहले अपने खर्चों की योजना बनाना बेहतर होगा क्योंकि यह आपके हाथ पर अधिक नियंत्रित है।
- अपने कैश फ्लो का सही इस्तेमाल करें
- बुद्धिमता करते हुए अपने ऋण का प्रबंधन करें
- अपने वित्तीय रिस्क को पूरी तरह कवर करें
फाइनेंशियल प्लानर की लें मदद
वित्तीय नियोजन का मतलब केवल निवेश योजना, सेवानिवृत्ति योजना या कर योजना नहीं है, यह पूरे जीवन में आपके पूरे वित्तीय स्थिति को कवर करने वाली एक सतत प्रक्रिया है। कुछ पर्सनल फाइनेंस वेबसाइट, पत्रिकाएं या स्वयं सहायता किताबें आपको अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग बनाने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, आप एक पेशेवर फाइनेंशयल प्लानर की सुविधायें लें तो आपका फाइनेंशयल प्लान ज्यादा प्रभावी होगा।
(राहुल अग्रवाल, डायरेक्टर वेल्थ डिस्कवरी / ईजी वेल्थ)
उचित आर्थिक प्रबंधन के माध्यम से एक व्यवस्थित और योजनाबद्ध तरीके से अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने की प्रक्रिया है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के वित्तीय लक्ष्य भिन्न-भिन्न होते हैं जैसे कि घर खरीदना, अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए बचत, सेवानिवृत्ति की योजना या किसी विदेशी यात्रा की योजना, लेकिन बुनियादी सिद्धांत और प्रक्रिया लगभग सभी के लिए समान रहती है ।
आर्थिक प्रबंधन हर व्यक्ति के जीवन की वित्तीय स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण है और इसके फायदे निम्नलिखित है। फाइनेंशियल प्लानिंग आपके वित्तीय निर्णयों को दिशा और अर्थ प्रदान करती है। यह आपको और आपके परिवार को किसी भी अदृश्य या वित्तीय आपदाओं से बचाता है।
इससे प्रभावित होते हैं जीवन के अन्य क्षेत्र
यह आपको समझने में मदद करता है कि आपके द्वारा लिए गए प्रत्येक वित्तीय निर्णय से आपके जीवन के अन्य क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, आपके एक विशेष निवेश उत्पाद खरीदने से आप अपनी गिरवी रखी वस्तु का भुगतान करने में मदद कर सकते हैं या इससे आपकी सेवानिवृत्ति में काफी देरी हो सकती है।
आप अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग के पूरे हिस्से को एक रूप में देखकर अपने जीवन के वित्तीय लक्ष्यों के छोटे और दीर्घकालिक प्रभावों पर विचार कर सकते हैं। आप आसानी से अधिक सुरक्षित और अनुकूलित तरीके से अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते है।
फाइनेंशियल प्लानिंग के माध्यम से आप अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का आंकलन, आपके भविष्य के लक्ष्य और उन लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए आवश्यक चरणों का सरल लेखा - जोखा बना सकते है। इसके लिए आपको निम्नलिखित कदम उठाने पड़ेंगेः-
- उचित वर्तमान वित्तीय जानकारी इकट्ठा करना
- जीवन के वित्तीय लक्ष्यों को निर्धारित करना
- वर्तमान वित्तीय और भविष्य की जरूरतों का मूल्यांकन करना
- एक्शन प्लान बनाना
- योजना को कार्यान्वित करना
- समय-समय पर योजना की निगरानी और समीक्षा करना
अपने फाइनेंशियल प्लान को प्रभावी बनाने के लिए निम्नलिखिल चीजों को खास ध्यान रखें :
- आपके वित्तीय लक्ष्य आपकी आर्थिक स्थिति के अनुसार हो।
- अगर लक्ष्य काल्पनिक होगें तो फाइनेंशयल प्लान कारगार नहीं होगा।
- आपके वित्तीय लक्ष्यों को आपके जीवन के अन्य और पहलुओं पर क्या प्रभाव पढ़ेगा उसका सही मुल्यांकन करें।
- समय-समय पर अपनी वित्तीय स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करें
- जितनी जल्दी हो सके प्लान बनाना शुरू करें
- जितनी जल्दी हो सके आप अपने व्यावसायिक जीवन में बचत करना शुरु करें
- अपने खर्चों को वित्तीय स्वतंत्रता और स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें समझदारी से विनियमित करें, खर्चों को पूरा करने के लिए आय बढ़ाने से पहले अपने खर्चों की योजना बनाना बेहतर होगा क्योंकि यह आपके हाथ पर अधिक नियंत्रित है।
फाइनेंशियल प्लानर की लें मदद
वित्तीय नियोजन का मतलब केवल निवेश योजना, सेवानिवृत्ति योजना या कर योजना नहीं है, यह पूरे जीवन में आपके पूरे वित्तीय स्थिति को कवर करने वाली एक सतत प्रक्रिया है। कुछ पर्सनल फाइनेंस वेबसाइट, पत्रिकाएं या स्वयं सहायता किताबें आपको अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग बनाने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, आप एक पेशेवर फाइनेंशयल प्लानर की सुविधायें लें तो आपका फाइनेंशयल प्लान ज्यादा प्रभावी होगा।