Cryptocurrency मार्केट क्या है?

संसद टीवी संवाद
क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान वित्तीय दुनिया में हो रहे बहुत सारे तकनीकी परिवर्तनों में से एक का उदाहरण है और अब नई चुनौतियों को स्वीकार करने के साथ-साथ प्रतिभूति बाज़ार सहित मुद्रा बाज़ारों के लिये एक नए एकीकृत विनियमन की अनुमति देने का मौका है।
यह डिजिटल तकनीक में एक नई क्रांति पैदा कर सकती है जिसे भारत खोना नहीं चाहेगा, लेकिन साथ ही वह आंतरिक सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों को लेकर भी जोखिम नहीं उठा सकता है।
विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
“ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी” के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2020)
थम नहीं रही Cryptocurrency मार्केट की गिरावट, Bitcoin और Ether 4 पर्सेंट तक लुढ़के
हिन्दुस्तान 5 दिन पहले लाइव मिंट
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए बीते कुछ दिन अच्छे नहीं रहे हैं। दुनिया की सबसे चर्चित और बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) गुरुवार को 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 16,588 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। जबकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी और चर्चित क्रिप्टो करेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर (Ether) भी गुरुवार को 4 पर्सेंट गिरकर 1,208 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। दूसरी ओर ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप गुरुवार को 1 ट्रिलियन डॉलर से नीचे रहा। CoinGecko के अनुसार पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1 पर्सेंट से अधिक की गिरावट के साथ 870 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है। आइए जानते हैं क्या है दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का हाल।
डॉगकॉइन और शीबा इनु में भी 2 पर्सेंट तक गिरावट
दूसरी क्रिप्टोकरेंसी जैसे डॉगकॉइन (Dogecoin) भी गुरुवार को 2 पर्सेंट की गिरावट के साथ 0.08 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। जबकि शीबा इनु (shiba inu) गुरुवार को 1 पर्सेंट गिरकर 0.00009 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। वहीं पिछले 24 घंटों में सोलोना, टीथर, एक्सआरपी, ट्रॉन, लिटकॉइन, यूनिस्वैप, एपीकॉइन, पॉलीगॉन, कार्डानो, स्टेलर, चेनलिंक और पोल्काडॉट भी गिरावट के साथ ट्रेड कर रही हैं। इससे कुछ दिन पहले बाइनैंस (Binance) की FTX के साथ डील वापस लेने के कारण अगले कुछ दिनों तक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में लगातार गिरावट देखी गई थी।
ईथर जा सकता है 1,100 डॉलर के नीचे
ग्लोबल क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Mudrex के सीईओ और को-फाउंडर इदुल पटेल कहते हैं कि मार्केट में जारी इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह क्रिप्टो ब्रोकरेज जेनेसिक (Genesic) का विड्रॉल को सस्पेंड कर देना है। इदुल पटेल कहते हैं कि अगर बिटकॉइन 17,622 डॉलर के नीचे ट्रेड करेगा तो यह जल्द ही गिरकर 15,588 डॉलर से नीचे चला जाएगा। वहीं पिछले 24 घंटों में एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर में 3 पर्सेंट की गिरावट आई है। यह मार्केट में सेलर्स की Cryptocurrency मार्केट क्या है? मजबूती को दिखाता है। अगर सेलर्स ऐसे ही मजबूत बने रहे तो हम ईथर को 1,100 डॉलर के नीचे ट्रेड करते हुए देख सकते हैं।
Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें
Cryptocurrency:क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है. यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता.
- Paurav Joshi
- Publish Date - August 11, 2021 / 02:48 PM IST
बिटकॉइन एक किस्म की वर्चुअल करेंसी है. जो 2009 मं शुरू हुई थी. फिलहाल बिटकॉइन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.
एक वक्त था, जब दुनिया में कोई मुद्रा (Currency) नहीं थी. सिर्फ वस्तुओं के बदले वस्तुओं का लेन-देन होता था. लेकिन उसके बाद नोट और सिक्के अस्तित्व में आए. आज यही नोट और सिक्के हमारी मुख्य Currency हैं. लेकिन इसके अलावा भी एक करेंसी है, जो पूरी तरह Digital है. इसे Cryptocurrency कहा जाता है.
आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी?
क्रिप्टो करेंसी Cryptocurrency एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है. यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका कोई मालिक नहीं होता. यह करेंसी किसी भी एक अथॉरिटी के काबू में भी नहीं होती. अमूमन रुपया, डॉलर, यूरो या अन्य मुद्राओं की तरह ही इस मुद्रा Cryptocurrency मार्केट क्या है? का संचालन किसी राज्य, देश, संस्था या सरकार द्वारा नहीं किया जाता. सबसे ज्यादा पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन, इथीरियम और डॉजकॉइन जैसे कुछ और कॉइन्स हैं. आज की तारीख में बिटकॉइन का बाजार 4 ट्रिलियन डॉलर के आसपास है. अब सवाल है कि जब पूरा मामला कंप्यूटर आधारित है तो इसे कैसे सुरक्षित बनाएं?
1-छोटी बचत से शुरुआत
शुरू में उतना ही निवेश करें जितना घाटा सहने की क्षमता हो. यानी कि निवेश पर कुछ न भी मिले तो आपकी आर्थिक स्थिति डांवाडोल नहीं होनी चाहिए. ठीक स्टॉक मार्केट की तरह ही cryptocurrency को भी लें कि बाजार में गिरावट आई तो मिनटों में कमाई जा सकती है. अपनी कमाई का एक हिस्सा क्रिप्टोकरंसी के लिए पहले ही बाहर निकाल दें जिसे सुविधा के हिसाब से खरीद बिक्री कर सकें.
2- एक ही क्रिप्टो में निवेश करें
निवेश की शुरुआत में एक ही क्रिप्टो (Cryptocurrency) में निवेश करें. और ऐसा ही क्रिप्टोकॉइन या टोकन चुनें, जिसमें निवेश को लेकर आप पूरी तरह से श्योर हों. निवेश के बाद अपने फैसले पर अडिग रहें और फिर अपना प्रोग्रेस मॉनिटर करें. इसके बाद ही अपना पोर्टफोलियो बढ़ाने के बारे में सोचें.
3- क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज का चयन
क्रिप्टो में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको सबसे बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ढूंढना होगा. भारत में फिलहाल बहुत सारे एक्सचेंज काम कर रहे हैं, जिसमें CoinSwitch Kuber, WazirX, BuyUCoin सहित कई अन्य हैं.
4-सुरक्षित वॉलेट की जरूरत
क्रिप्टोकरंसी को सुरक्षित रखने के लिए सबसे जरूरी होती है एक सुरक्षित वॉलेट की. इस वॉलेट में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कुंजी (key) को रखा जाता है. यही वॉलेट आपकी करंसी और ब्लॉकचेन के बीच लिंक करता है.
5- पेमेंट का तरीका
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) लेने से पहले उसका पेमेंट करने का तरीका जरूर जान लें. कई क्रिप्टो एक्सचेंज क्रेडिट कार्ड या Cryptocurrency मार्केट क्या है? बैंक ट्रांसफर की इजाजत देते हैं.
6- अपना ट्रेडिंग ऑर्डर डालना
एक्सचेंज के पास डॉक्यूमेंट और पैसे डिपॉजिट करने के बाद जरूरी नहीं है कि आप तुरंत ट्रेडिंग शुरू कर पाएंगे. इसके बाद वो एक्सचेंज आपकी डिटेल्स को वेरिफाई करेगा, इसमें थोड़ा टाइम लग सकता है. जब केवाईसी प्रोसेस पूरा हो जाता है तो एक्सचेंज अपने यूजर को इसे लेकर नोटिफाई कर देता है. रही बात कि ट्रेडिंग की तो क्रिप्टो मार्केट 24/7 खुला रहता है, आप कभी-कभी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं.
7- जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करना
क्रिप्टो एक्सचेंज पर ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड वगैरह जैसे डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आपका अकाउंट वैध और सही हो. इसके अलावा आपको अपना पेमेंट ऑप्शन भी देना होगा.
Cryptocurrency के नुकसान
Cryptocurrency में एक बार transaction पूर्ण हो जाने पर उसे reverse कर पाना असंभव होता है क्यूंकि इसमें वैसे कोई options ही नहीं होती है.
अगर आपका Wallet के ID खो जाती है तब वो हमेशा के लिए खो जाती है क्यूंकि इसे दुबारा प्राप्त करना संभव नहीं है.
Cryptocurrency का भारत में भविष्य क्या?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का भविष्य क्या होगा. ये संसद में आने वाले बिल के बाद तय होगा. क्योंकि बहुत जल्द सरकार संसद में क्रिप्टो करेंसी रेगुलेशन बिल पेश करने वाली है. ऐसे में निवेशकों के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि क्या क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लग गया तो उनके पैसे का क्या होगा. तो हम आपको पूरी रिसर्च के बात बताते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर आगे की राह क्या होगी. ऐसे में अगर बैन लग गया तो बैंक और आपके क्रिप्टो एक्सचेंज के बीच लेनदेन बंद हो जाएगा. क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए रुपये को डॉलर या दूसरी करेंसी में कन्वर्ट नहीं कर पाएंगे. साथ ही दूसरी करेंसी में खरीदे गए क्रिप्टो कॉ़इन को बेचकर रुपये में ट्रांजेक्शन नहीं होगा.
भारत में कितना बड़ा है क्रिप्टो मार्केट?
आपको बता दें कि फिलहाल भारत में 10 करोड़ ऐसे निवेशक हैं. जिनका पैसा क्रिप्टोमार्केट में लगा है. दावा है कि करीब 6 लाख करोड़ रुपया इस वक्त भारतीयों का क्रिप्टो मार्केट में लगा है. इसमें औसतन हर निवेशख का 9 हजार रुपये का इनवेस्टमेंट है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार की चिंता इसलिए है, क्योंकि 60 फीसदी निवेशक ऐसे हैं, जो छोटे शहरों से आते हैं। इसके अलावा निवेशकों की औसत उम्र 24 साल है. मतलब ज्यादातर युवा इस नए तरह के इनवेस्टमेंट मार्केट से जुड़े हैं.
क्रिप्टोकरेंसी और डिजिटल करेंसी में क्या फर्क?
क्रिप्टोकरेंसी आम करेंसी से अलग है. इसे न तो छू सकते हैं, न ही इससे कुछ खरीद सकते हैं, बल्कि इसे सिर्फ ऑनलाइन रख सकते हैं. चिंता की वजह ये है कि इस करेंसी को लेकर कोई रेग्युलेटर नहीं है. दुनिया की किसी सरकार का इस पर कंट्रोल नहीं है. इस वक्त दुनिया में 1,000 से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी चलन में है और 308 से ज्यादा क्रिप्टो एक्सचेंज हैं. इस मार्केट की शुरुआत 2009 में हुई थी. इस करेंसी की कीमतों में उतार-चढ़ाव काफी ज्यादा होता है. कोरोना काल में तो भारत में क्रिप्टो मार्केट काफी ऊंचाई पर पहुंच चुका है, जबकि डिजिटिल करेंसी केंद्रीय बैंक की देनदारी होती है. इसे केंद्रीय बैंक ही जारी करता है, इसीलिए इसकी कीमतों पर केंद्रीय बैंक का कंट्रोल रहता है.
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर कब क्या हुआ?
2018 में भारत में आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा दिया, लेकिन मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचा तो कोर्ट ने बैन हटा दिया, लेकिन क्रिप्टोमार्केट को लेकर चिंता जारी रहीं. 11 नवंबर 2021 को आरबीआई गवर्नर ने क्रिप्टो करेंसी पर गंभीर चिंताएं जाहिर की. इसके बाद 13 नवंबर 2021 को Cryptocurrency मार्केट क्या है? पहली बार पीएम मोदी ने क्रिप्टो मार्केट पर बैठक की. इस बैठक के बाद क्रिप्टो करेंसी पर लगातार सवाल उठने लगे. 15 नवंबर 2021 को संसदीय समिति में क्रिप्टो पर चर्चा की गई और संसदीय समिति में बैन की बजाय रेगुलेट करने पर बातचीत हुई. इसके बाद 18 नवंबर 2021 को सिडनी संवाद में पीएम मोदी ने क्रिप्टो पर एक बार फिर चिंता जाहिर की.
क्रिप्टो पर किस देश का क्या रुख
भारत में क्रिप्टो को लेकर गंभीर चिंताएं हैं, लेकिन अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन को लीगर टेंडर घोषित कर दिया, जबकि अमेरिका क्रिप्टोकरेंसी के हिसाब से अपनी नीतियां बना रहा है. दक्षिण कोरिया भी इस करेंसी को रेगुलेट करने के लिए कानून बनाने पर विचार कर रहा है. हालांकि चीन इस करेंसी का लगातार विरोध कर रहा है.
किन-किन क्रिप्टोकरेंसी के प्राइवेट होने का डर
जानकारों के मुताबिक कुछ प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं, जिनकी गतिविधियां संदिग्ध रही है. इसीलिए इन क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने की बात चल रही है. इसमें कुछ नाम इस तरह हैं. Monero(XMR), Dash Coin, Zcash(ZEC), Verge(XVG), Beam, Grin, Horizen(ZEN), Firo(FIRO), Byte Coin(BCN), UCoin और Delta. हालांकि 2019 में सरकार के पेश किए गए विधेयक के नाम में क्रिप्टोकरेंसी Cryptocurrency मार्केट क्या है? को बैन करना का जिक्र था, लेकिन 2021 आते आते विधेयक के नाम में से बैन शब्द हट गया है, जिसके बाद क्रिप्टो करेंसी के निवेशकों को उम्मीद जगी है. अब कुल मिलाकर अब इंतजार संसद में पेश होने वाले मसौदे का है, जिसमें ये तस्वीर साफ हो पाएगी, कि भारत में क्रिप्टो मार्केट चलता रहेगा या फिर निवेशकों की गाड़ी कमाई डूब जाएगी.
Crypto और Stocks में क्या अंतर है? Difference Between Crypto and Stocks in Hindi
जैसे जैसे भारत में Crypto निवेशकों की संख्या बढ़ती जा रही है। वैसे वैसे लोगों के बीच में ये उत्सुकता भी बनी हुई है की “What are the Differences Between Crypto and Stocks in Hindi”. तो साथियों हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे की Crypto और Stocks के बीच में क्या अंतर है।
इसके अलावा अगर आप इंटरनेट के ढूंढ रहें हो जैसे की Difference Between Crypto and Stocks in Hindi, Crypto aur Stocks me anter, Crypto Stocks se kaise alag hai, Crypto aur Stocks ke fayde nuksan, Which is Best out of Crypto and Stocks in Hindi, आदि।
तो आपको इन बातों के बारे में जानने के लिए कहीं ओर नहीं जाना पड़ेगा क्योंकि हम आपको इन सभी सवालों का जवाब बड़ी ही आसान भाषा में देंगे ताकि आपको भी पता चल सके कि आपके लिए कौन सी Investment बेहतर रहेगी।
Crypto और Stocks में क्या अंतर है? Difference Cryptocurrency मार्केट क्या है? Between Crypto and Stocks in Hindi
यदि हम बात करें Cryptocurrency की तो एक प्रकार की Digital Assets हैं जो Blockchain Technology के ऊपर काम करती है।
वहीं दूसरी ओर Stocks किसी कम्पनी की हिस्सेदारी होती है। जिसमें आपके द्वारा खरीदे हुए शेयर्स के बदले आपको उस कम्पनी में हिस्सेदारी मिलती है। ये दोनो ही अलग अलग Asset Class हैं। मगर हम इन दोनो को ही Trade कर सकते हैं, तथा लंबी अवधि के लिए निवेश भी कर सकते हैं।
अगर हम इन दोनो ही Assets की बात करें तो दोनों से ही निवेशक पैसा कमाना चाहते हैं। मगर दोनों में निवेश करने का तरीका भिन्न भिन्न है। यदि आप Crypto में निवेश करते हैं तो आपको न ही यहां Stocks की तरह कम्पनी में हिस्सेदारी मिलती है और ना ही यहां कोई डिविडेंट मिलता है।
इसकी बजाय आप Crypto में Lending और Staking के द्वारा Passive Income कमा सकते हैं।
इन सबके अलावा आप Cryptocurrency में आप किसी भी Crypto Exchange पर दिन के 24 घंटों में कभी भी ट्रेडिंग कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर Share Market में आप Opnening और Closing Time के बीच में ही Trades ले सकते हैं। तथा इस मार्केट में Weekends की छुट्टियां होती हैं, जिसके दौड़ा मार्केट बंद रहती है। और Crypto currency Market में कभी भी कोई छुट्टी नहीं होती है।
Cryptocurrency क्या है? What is Cryptocurrency in Hindi?
अगर साधारण शब्दों में कहें तो Crypto currency एक Digital Currency है जो Blockchain Technology के ऊपर काम करती है। इसमें Cryptography तकनीक का उपयोग कर इसे सुरक्षित बनाया जाता है। इसकी सभी लेनदेन अच्छे से वेरिफाई की जाती हैं तभी ये पूरी हो पाती हैं। तथा हमे ट्रांजेक्शन के लिए किसी Exchange का उपयोग करना होता है। और यहां पर दो प्रकार के Crypto Exchanges होते हैं। जो की Centralized Crypto Exchanges और Decentralized Crypto Exchanges होते हैं।
Stocks क्या होते हैं? What are Stocks in Hindi?
Stocks का मतलब होता है Cryptocurrency मार्केट क्या है? किसी भी बिजनेस में खरीदे हुए Stocks के अनुसार मालिकाना हक मिलना, यहां पर आपको कम्पनी में उतनी ही हिस्सेदारी मिलती है जीतने प्रतिशत अपने Stocks खरीदे हैं। इसमें शेयरधारकों को उनकी हिस्सेदारी के अनुसार ही मुनाफा और घाटा होता है। शेयर बाजार में Stocks का मूल्य कंपनी के प्रदर्शन पर तथा बाजार में कुछ नई घोषणा या किसी खबर के हिसाब से ऊपर नीचे होता है।
Main Differences Between Crypto and Stocks in Hindi
अगर हम इन दोनों में अंतर की बात करें तो यहां पर ऐसी काफी भिन्नताएं हैं जो हमे देखने को मिलती हैं, तथा आपको भी इन्हें अवश्य जानना चाहिए।
Exchanges
यदि हम Crypto Exchanges की बात करें तो ये Stock Market Exchanges की Cryptocurrency मार्केट क्या है? तुलना में काफी नए हैं। यहां पर दुनिया का सबसे बड़ा Crypto Exchange, Binance ही वर्ष 2017 में लॉन्च हुआ था। 2021 के मध्य में इसके ऊपर Cryptocurrency मार्केट क्या है? Daily Trading Volume $50 Billion थी।
अगर हम बात करें Share Market Exchanges की तो ये सैंकड़ों साल पुराने हैं, और NASDAQ की एक दिन की कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम का जिक्र करें तो Binance से 5 गुणा अधिक है। और ये तो सिर्फ एक देश का Stock Exchange है। इसी तरह हर देश में अलग अलग Stock Exchanges Cryptocurrency मार्केट क्या है? हैं।
Ownership
यदि आप Crypto currency में निवेश करते हो तो यहां पर आपकी पहचान छुपी रह सकती है। जो की अधिकतर निवेशकों को ये खूबी काफी पसंद आती है। जब आप Crypto खरीद लेते हैं उसके बाद आप उसे किसी Digital Wallet, Software wallet or Hardware Wallet में भी रख सकते हैं।
Crypto में गुमनाम रहना एक अच्छा फीचर है, मगर कभी कभार ये ही खूबी आपके लिए मुसीबत बन सकती है जैसे की कभी आपका Wallet Hack हो जाए, या फिर आप आपने वॉलेट की Key Phrase भूल जाए या खो दे, इसके अलावा आपका Hardware Wallet गुम हो जाए या चोरी हो जाए तो आपकी सारी निवेश की हुई पूंजी डूब सकती है।
वहीं Stock Market में निवेश करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होगी। आपका ये अकाउंट पूरी तरह से वेरिफाई होता है। इसमें आपकी KYC आवश्यक होती है। इसलिए आपका सारा रिकॉर्ड सरकार और स्टॉक एक्सचेंज के पास रहता है। यहां पर आपके साथ धोखाधडी होने की संभावना काफी कम है। और इन एक्सचेंज के ऊपर आप अपना पासवर्ड भूल जाए तो आप उसे फिर से नए पासवर्ड बना सकते हैं जिससे आपका निवेश सुरक्षित रहता है।
Volatility
यदि आप Crypto और Stocks खरीदना चाहते हैं तो हम आपको ये बता देते हैं की ये दोनों ही काफी Volatile होते हैं। तथा दोनों के अंदर ही काफी रिस्क होता है।
वैसे तो Stock Market भी काफ़ी Volatile है, मगर ये अब पहले से काफी सही हो गई है। क्योंकि वर्तमान समय में लोगों को खबरों की जानकारी बड़ी जल्दी से हो जाती है। इसी कारण लोग पता लगा लेते हैं की उन्हें पैसा निवेश करना चाहिए या नहीं।
अगर हम बात करें Crypto की तो ये Stocks से कहीं अधिक Volatile होते हैं। क्योंकि इस मार्केट में एकदम से उतार चढ़ाव आते हैं। जिससे आपको नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए आप अपने नुकसान सहने की क्षमता के हिसाब से ही निवेश का निर्णय लें।
Trading Hours
यदि आप एक Crypto Investor हैं तो आपके लिए Crypto को खरीदना और बेचना बेहद आसान होगा क्योंकि Crypto Market 24 घंटे खुली रहती है। इस मार्केट में कभी भी कोई Closing नहीं होती है।
इसके विपरित Stock Market में रोजाना की Opening और Closing होती है। इसी के साथ इस बाजार में सरकारी छुट्टियों के हिसाब से मार्केट की भी छुट्टी होती है। इन बाजारों में मार्केट के खुलने और बंद होने का समय हर देश के समय सारणी के हिसाब से तय होता है।