ट्रेंड रिवर्सल

कॉटन में तेजी बनी रहने के आसार, विदेशी बाजार में तेजी से आयात पड़ते महंगे
नई दिल्ली, 13 अप्रैल (कमोडिटीज कंट्रोल) कॉटन की कीमतों में अभी तेजी बनी रहने का ट्रेंड रिवर्सल अनुमान है। चालू सीजन में कपास के घरेलू बाजार में उत्पादन अनुमान में कमी के साथ ही नई फसल की आवक बनने में अभी छह महीने का समय शेष है। उधर विश्व बाजार में कॉटन की कीमतें लगातार तेज हो रही है, जिससे आयात पड़ते भी महंगे हैं। ऐसे में जानकारों का मानना है कि घरेलू वायदा बाजार में कॉटन के दाम बढ़कर 50 हजार रुपये प्रति गांठ, एक गांठ-170 किलो के आंकड़े को छू जाये तो कोई बड़ी बात नहीं।
घरेलू बाजार में इस समय में कॉटन की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रही है। वहीं जानकार भी उत्पादन में कमी और मांग में भारी बढ़ोतरी की वजह से कॉटन की कीमतों में और तेजी की संभावना जता रहे हैं। ओरिगो ई-मंडी (Origo e-Mandi) के असिस्टेंट जनरल मैनेजर (कमोडिटी रिसर्च) तरुण सत्संगी के मुताबिक घरेलू वायदा बाजार यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कॉटन का भाव जल्द ही 50 हजार रुपये के ऊपरी स्तर को छू सकता है। उनका कहना है कि एमसीएक्स पर कॉटन का भाव जब तक ट्रेंड रिवर्सल प्वाइंट यानी टीआरपी- 42,320 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है तब तक कीमतों में तेजी का रुझान बना रहेगा।
विदेशी बाजार में साढ़े दस साल की ऊंचाई के पार पहुंच सकता है भाव
तरुण सत्संगी का कहना है कि सोमवार को पुरानी फसल -आईसीई कॉटन जुलाई वायदा के भाव को 130.25 पर सपोर्ट मिलने के बाद तेजी का रुझान बन गया है। बता दें कि कपड़ा और स्टॉकिस्टों की ट्रेंड रिवर्सल खरीद की वजह से पुरानी फसल के कारोबार में तेजी बनी हुई है। कॉटन का भाव एक बार फिर साढ़े दस साल की ऊंचाई 141.80 सेंट प्रति पाउंड को छूने के बाद उसके पार भी पहुंच सकता है। आने वाले दिनों में कॉटन का भाव 158-173 सेंट प्रति पाउंड के ऊपरी स्तर तक पहुंच सकता है। मालूम हो कि 28 ट्रेंड रिवर्सल मार्च 2022 को भाव ने साढ़े दस साल की ऊंचाई 141.80 सेंट प्रति पाउंड के स्तर को छू लिया था।
सूखे की वजह से अमेरिका में फसल पर खतरा
दूसरी ओर नई फसल आईसीई कॉटन दिसंबर वायदा ने भी रिकॉर्ड ऊंचाई 120.29 सेंट प्रति पाउंड के स्तर को छू लिया है। उनका कहना है कि गंभीर शुष्क परिस्थितियों की वजह से अमेरिका के टेक्सास में नई फसल के ऊपर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में ट्रेंड रिवर्सल कॉटन की कीमतों में आने वाले दिनों में और तेजी देखने को मिल सकती है।
देश में कपास के उत्पादन अनुमान में भारी गिरावट
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने मार्च की रिपोर्ट में 2021-22 सीजन के लिए कपास की फसल के अनुमान में संशोधित करते हुए कटौती कर दी है। सीएआई ने कपास की फसल के अनुमान को 8 लाख गांठ घटाकर 335.13 लाख गांठ (1 गांठ 170 किलोग्राम) कर दिया है। सीएआई ने इसके पहले 343.13 लाख गांठ का अनुमान जारी किया था। 2021-22 में देश में 353 ट्रेंड रिवर्सल लाख गांठ कपास का उत्पादन हुआ था।
अमेरिका में बुआई के आंकड़े
यूएसडीए-एनएएसएस (नेशनल एग्रीकल्चरल स्टैटिस्टिक्स सर्विस) के मुताबिक 10 अप्रैल 2022 तक फसल वर्ष 2022-23 के लिए कपास की बुआई 7 फीसदी हो चुकी है, पिछले हफ्ते 4 फीसदी बुआई हुई थी। पिछले साल की समान अवधि में 8 फीसदी बुआई पूरी हो चुकी थी। अमेरिका में पिछले साल की तुलना में ट्रेंड रिवर्सल 2022-23 में कुल कपास का रकबा 9 फीसदी बढ़कर 12.2 मिलियन एकड़ होने का अनुमान है, वहीं 2021 की तुलना में अपलैंड एरिया 9 फीसदी बढ़कर 12.1 मिलियन ट्रेंड रिवर्सल एकड़ और अमेरिकी पीमा एरिया 39 फीसदी बढ़कर 1,76,000 एकड़ होने का अनुमान है।
डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम बढ़कर 90 रुपये पहुंचा
दिल्ली: डीसीएक्स सिस्टम्स आईपीओ का शेयर अलॉटमेंट अनाउंस हो गया है। अब इनवेस्टर्स का पूरा ध्यान कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग डेट और लिस्टिंग प्रीमियम पर है। डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ को ग्रे मार्केट में तगड़ा रिस्पॉन्स मिल रहा है। डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) शुरुआत के 55 रुपये से बढ़कर बुधवार को 90 रुपये पर पहुंच गया है। डीसीएक्स सिस्टम्स का आईपीओ करीब 70 गुना सब्सक्राइब हुआ है।
11 नवंबर को लिस्ट हो सकते हैं कंपनी के शेयर: बाजार पर नजर रखने वाले लोगों के मुताबिक, डीसीएक्स सिस्टम्स के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम बुधवार को बढ़कर 90 रुपये पहुंच गया है। कंपनी के शेयरों का ग्रे मार्केट प्रीमियम मंगलवार को 82 रुपये के स्तर पर था। यानी, ग्रे मार्केट में कंपनी के शेयरों का प्रीमियम 8 रुपये बढ़ गया है। बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि दलाल स्ट्रीट पर ट्रेंड रिवर्सल के कारण 3 दिन के भीतर DCX Systems के आईपीओ का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) 55 रुपये से 90 रुपये पर पहुंच गया है। उनका कहना है कि अगर बुलिश ट्रेंड जारी रहता है तो प्रीमियम ट्रेंड रिवर्सल 100 रुपये तक जा सकता है। कंपनी के शेयर 11 नवंबर 2022 को एक्सचेंज में लिस्ट हो सकते हैं।
300 रुपये के करीब लिस्ट हो सकते हैं कंपनी के शेयर: बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि डीसीएक्स सिस्टम्स के शेयरों का प्रीमियम बुधवार को 90 रुपये है। कंपनी के आईपीओ का प्राइस बैंड 197-207 रुपये है। उनका कहना है कि कंपनी के शेयर 297 रुपये के करीब बाजार में लिस्ट हो सकते हैं। ग्रे ट्रेंड रिवर्सल मार्केट से लिस्टिंग वाले दिन मजूबत लिस्टिंग प्रीमियम का संकेत मिल रहा है। डीसीएक्स सिस्टम्स का आईपीओ 69.79 गुना सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ का रिटेल कोटा 61.77 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, QIB कैटेगरी 84.32 गुना सब्सक्राइब हुई थी।
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रेनबो चिल्ड्रनज़ मेडिकेयर IPO: क्या चल रहा है ग्रे-मार्केट प्रीमियम? चेक करें डिटेल्स
रेनबो चिल्ड्रनज़ मेडिकेयर आईपीओ (Rainbow Children's Medicare IPO) दो दिन बाद सब्सक्रिप्शन के लिए खुल जाएगा. बाजार पर नज . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : April 25, 2022, 12:01 IST
नई दिल्ली. रेनबो ट्रेंड रिवर्सल चिल्ड्रनज़ मेडिकेयर आईपीओ (Rainbow Children’s Medicare IPO) दो दिन बाद सब्सक्रिप्शन के लिए खुल जाएगा. मतलब 27 अप्रैल से आप इसे खरीदने के लिए अपनी बिड अथवा बोली लगा सकते हैं. बोली लगाने की प्रक्रिया 3 दिन तक चलेगी अर्थात 29 अप्रैल 2022 तक निवेशक इसके लिए अप्लाई कर पाएंगे.
ज्यादातर निवेशक फिलहाल (आईपीओ के लिए अप्लाई करने से पहले) स्टॉक का ग्रे-मार्केट में प्रीमियम देखना चाहते हैं. तो आपको बता दें कि बाजार पर नजर रखने वाले लोगों का कहना है कि ग्रे-मार्केट में रेनबो के प्राइस पर 50 रुपये तक का प्रीमियम चल रहा है. और ये प्रीमियम पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहा है.
लाइव मिंट की एक खबर के अनुसार, बाजार के जानकार बताते हैं कि रेनबो चिल्ड्रनज़ मेडिकेयर आईपीओ का ग्रे-मार्केट प्रीमियम (GMP) आज 50 रुपये है, जो रविवार के ग्रे-मार्केट प्रीमियम 35 रुपये से 15 रुपये अधिक है. उन्होंने बताया कि जीएमपी में वृद्धि को ग्रे-मार्केट में एक अच्छे संकेत के रूप में लिया जा सकता है, क्योंकि पिछले दो सत्रों से सेकंडरी मार्केट की धारणा नकारात्मक रही है और आज शेयर बाजार निगेटिव ही खुला था. उन्होंने कहा कि सेकंडरी मार्केट में ट्रेंड रिवर्सल होने पर ग्रे-मार्केट में रेनबो चिल्ड्रनज़ मेडिकेयर शेयर की कीमत में तेज उछाल आने की संभावना है. पिछले कुछ दिनों में, रेनबो चिल्ड्रन मेडिकेयर IPO जीएमपी ₹53 से गिरकर ₹35 हो गया था. ऐसे में आज की बढ़त से उन लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है, जो पब्लिक इश्यू में निवेश करने की योजना बना रहे हैं.
क्या है GMP का मतलब?
कंपनी ने इश्यू प्राइस का ऊपरी बैंड 542 रुपये प्रति शेयर रखा है और रेनबो चिल्ड्रनज़ मेडिकेयर आईपीओ का जीएमपी आज ₹50 है, मतलब 50 रुपये का प्रीमियम है. इश्यू प्राइस के ऊपरी बैंड और प्रीमियम को जोड़ देने से पता चलेगा कि स्टॉक किस प्राइस के आसपास लिस्ट हो सकता है. इसी उदाहरण को लें तो ₹542 + ₹50 मिलकर ₹592 बनते हैं. यदि यही प्रीमियम अंत तक रहा तो यह शेयर 592 रुपये के आसपास ही लिस्ट होगा.
एक निवेशक के तौर पर आपको ये बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि ग्रे-मार्केट प्रीमियम एक अन-ऑफिशियल डेटा है और इसे रेगुलेट नहीं किया जाता है. ऐसे में आंखें मूंदकर केवल इसी प्रीमिमय के सहारे निवेश करना जोखिमभरा हो सकता है. विशेषज्ञ कहते हैं कि आपको निवेश करने से पहले कंपनी के फंडामेंटल्स चेक कर लेने चाहिएं.
कैसे हैं रेनबो के फंडामेंटल्स?
लाइव मिंट ने अनलिस्टेड अरीना डॉट कॉम (UnlistedArena.com) के फाउंडर अभय दोषी के हवाले से छापा है कि रेनबो चिल्ड्रनज़ मेडिकेयर लिमिटेड भारत की एक बड़ी मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल सीरीज है, जो मुख्य रूप से हब-एंड-स्पोक मॉडल पर चलते हुए 6 शहरों में 1500 बिस्तरों की कुल बिस्तर क्षमता के साथ काम कर रही है. ऑपरेशन्स की ट्रेंड रिवर्सल बात करें तो कंपनी ने स्टेबल टॉप और बॉटम लाइन नंबर पोस्ट किए हैं, हालांकि, 9MFY22 का प्रदर्शन बहुत अच्छा नजर आता है.
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