विदेशी मुद्रा व्यापार प्रणाली

50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी

50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी

Stock Market शेयर बाजार में बढ़ गया जोखिम

मुंबई : वैश्विक बाजारों संग भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में 22 महीने तक चले रिकार्ड तेजी के दौर (बुल रन) के अब खत्म होने के संकेत हैं। जिस तरह भारी उतार-चढ़ाव के साथ सभी मुख्य शेयर इंडेक्स (Sensex, Nifty, Midcap) ‘लोअर टॉप, लोअर बॉटम’ (Lower Top, Lower Bottom) दिखा रहे हैं। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका और अमेरिका में रिकार्ड महंगाई से 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी वैश्विक बाजारों में मंदी आने लगी है। क्रुड ऑयल (Crude Oil) 13 वर्षों की ऊंचाई पर यानी 95 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।

अमेरिका में ब्याज दरों (Interest Rates) में वृद्धि से वैश्विक इक्विटी बाजारों में लिक्विडिटी कम होने की आशंका है। ग्लोबल फंड भारत सहित अन्य बाजारों से पैसा निकाल कर सुरक्षित यूएस बॉन्ड मार्केट (US Bond Market) में निवेश कर रहे हैं। भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) अक्टूबर 2021 से अब तक पिछले 5 महीनों में 86,000 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेच चुके हैं, जो मार्च-नवंबर 2008 की वैश्विक मंदी के बाद सर्वाधिक विक्री (Capital Outflow) है। बाजार में अब तेजड़ियों की पकड़ कमजोर हो रही है और मंदड़ियों की पकड़ मजबूत हो रही है। फिलहाल कोई नया ट्रिगर भी नहीं है, जिससे कि बाजार में तेजी आ सके।

इन सब कारणों को देखते हुए एकबारगी तेजी का दौर समाप्त होने और फिर मंदी आने की संभावना अधिक लग रही है। कुल मिलाकर बाजार में जोखिम बढ़ गया है और निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है। हालांकि विश्लेषक ज्यादा गिरावट की आशंका नहीं जता रहे हैं, उनका कहना है कि डोमेस्टिक फैक्टर मजबूत हैं। इसलिए अधिकतम 5 से 7% की गिरावट संभव है, लेकिन ग्लोबल फैक्टर के साथ यूपी के चुनावी नतीजों पर भी बाजार की दिशा काफी हद निर्भर होगी।

शॉर्ट टर्म आउटलुक निगेटिव : राकेश मेहता

मेहता इक्विटीज लिमिटेड (Mehta Equities Ltd.) के अध्यक्ष राकेश मेहता का कहना है कि शॉर्ट टर्म में यानी अगले एक-दो माह भारी घट-बढ़ के साथ मार्केट का आउटलुक निगेटिव ही दिख रहा है। अमेरिका-रूस के बीच बढ़ता तनाव और रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध का डर विश्व स्तर पर चिंता 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी का कारण बन गया है। इसका सीधा इम्पैक्ट पेट्रोलियम कीमतों पर पड़ रहा है। जिससे महंगाई दर (Inflation Rate) बेकाबू हो रही है। और ज्यादा महंगाई हमेशा इक्विटी मार्केट के लिए निगेटिव होती है। इसके अलावा अगले माह एलआईसी (LIC) का मेगा आईपीओ आ रहा है। इसमें सभी निवेश करना चाहेंगे। यदि इसे दोगुना सब्सक्रिप्शन भी मिलता है तो मार्केट से करीब 2 लाख करोड़ रुपए की लिक्विडिटी कम हो जाएगी। मार्च में अमेरिकी केंद्रीय बैंक (Federal Reserve) महंगाई कंट्रोल करने के लिए ब्याज दर करीब 25 बेसिस पॉइंट बढ़ाएगा और इस बात की पूरी संभावना है कि अप्रैल में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी 25 बेसिस पॉइंट की वृद्धि करेगा। ब्याज दरों में वृद्धि भी मार्केट के लिए निगेटिव न्यूज होगी। ऐसे में फिलहाल नए निवेश में जोखिम दिख रहा है।

इथेनॉल, झ बैंक, इलेक्ट्रिक व्हिकल्स शेयर आकर्षक

पूंजी बाजार विशेषज्ञ राकेश मेहता ने कहा कि हमारी रिटेल इन्वेस्टर (Retail investors) के लिए यही सलाह है कि यदि पोर्टफोलियो में किन्हीं शेयरों में प्रॉफिट है तो उन्हें बेचकर कैश पर आ जाना चाहिए क्योंकि गिरावट में नए निवेश अवसर अवश्य मिलेंगे। ‘वेट एंड वाच’ (Wait and Watch) की पॉलिसी अपनाना उचित है। गिरावट में निवेश अवसरों की बात करें तो शुगर-इथेनॉल, छोटे पीएसयू बैंक और इलेक्ट्रिक व्हिकल्स शेयर आकर्षक लग रहे हैं। धामपुर शुगर, बलरामपुर चीनी, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक, टाटा पावर, टाटा मोटर्स में गिरावट आने पर चरणबद्ध तरीके से निवेश करना मीडियम टू लॉन्ग टर्म में फायदेमंद होगा।

सर्वोच्च स्तरों से किसमें कितनी गिरावट

50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी
इंडेक्स उच्च स्तर मौजूदा स्तर गिरावट
सेंसेक्स 62,245 57,833 अंक -7.1%
निफ्टी 18,604 17,276 अंक -7.1%
मिडकैप 27,246 23,772 अंक -12.8%
स्मालकैप 31,304 27,748 अंक -11.3%

यूपी के चुनावी नतीजों का इंतजार : श्रीकांत चौहान

कोटक सिक्युरिटीज लिमिटेड (Kotak Securities Ltd.) के रिसर्च हैड श्रीकांत चौहान का कहना है कि ऐसा है कि बहुत सारे निगेटिव फैक्टर एक साथ आ गए हैं। विश्व स्तर पर रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की आशंका, क्रूड ऑयल कीमतों में भारी तेजी, अमेरिका में महंगाई दर 40 वर्षों की ऊंचाई पर पहुंचना, यूस बॉन्ड यील्ड 1।60 से बढ़कर 2% होना तथा ब्याज दरों में 25 से 50 बेसिस पॉइंट वृद्धि की संभावना जैसे बड़े निगेटिव फैक्टर पैदा हो गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा चिंता अमेरिका-रूस के बीच बढ़ते तनाव और युद्ध की आशंका को लेकर है। जिस पर सभी निवेशकों की निगाहें टिकी हैं। हालांकि युद्ध की आशंका बहुत कम है और ईरान के साथ अमेरिका की न्यूक्लियर डील हो जाती है तो क्रुड ऑयल के दाम स्थिर होने की उम्मीद जगेगी। जबकि घरेलू स्तर पर खास निगेटिव फैक्टर नहीं है। एलआईसी के आईपीओ से शॉर्ट टर्म में लिक्विडिटी अवश्य कम होगी, लेकिन इस मेगा आईपीओ से बाजार में बड़ी संख्या में नए निवेशक भी 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी आएंगे। फिलहाल विदेशी निवेशकों को यूपी के चुनावी नतीजों (UP Election 2022 Results) का इंतजार है, क्योंकि इनका बाजार पर बड़ा असर होगा। यदि वहां फिर बीजेपी आती है तो 2024 के आम चुनाव में केंद्र में फिर मोदी सरकार बनने की उम्मीद बन जाएगी। इससे ‘इंडिया ग्रोथ स्टोरी’ (India Growth Story) के प्रति विदेशी निवेशकों का आकर्षण फिर बढ़ जाएगा और मार्च में नतीजों के बाद विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दौर समाप्त हो सकता है।

कार्पोरेट कमाई उम्मीद से अधिक

ग्लोबल फैक्टर निगेटिव होने के बावजूद भारतीय बाजार में ज्यादा गिरावट की आशंका नहीं है और बाजार एक सीमित रेंज में रहने के आसार हैं। मार्च तक निफ्टी नीचे में अधिकतम 16,000 अंक गिर सकता है और ऊंचे में 18,000 अंक तक जा सकता है। सबसे बड़ा पॉजिटिव फैक्टर कार्पोरेट अर्निंग (Corporate Earnings) उम्मीद से अधिक बढ़ना है। तभी डोमेस्टिक निवेशक निचले स्तरों पर खरीद कर लगातार बाजार को सपोर्ट दे रहे हैं। तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2021) में रॉ मैटेरियल कीमतें बढ़ने के बावजूद निफ्टी-50 कंपनियों की अर्निंग (कमाई) 20% बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन पिछले वर्ष के मुकाबले अर्निंग 24% अधिक रही और आगे भी बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि सरकार के आर्थिक सुधारों व प्रोत्साहनों से अर्थव्यवस्था तेज ग्रोथ दर्ज कर रही है।

ऑटो, फाइनेंशियल, मेटल, रिन्यूएबल एनर्जी शेयरों में करे फोकस

बाजार विशेषज्ञ श्रीकांत चौहान ने कहा कि ऐसे हालात में रिटेल निवेशकों के लिए हमारी यही सलाह है कि गिरावट के इस दौर में निफ्टी के 16,000-16500 की रेंज में आने पर ऑटो, फाइनेंशियल, मेटल और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर के अच्छे शेयरों में खरीद करनी चाहिए। जिनमें टाटा मोटर्स, बजाज ऑटो, महिंद्रा (ऑटो), SBI, केनरा बैंक, एक्सिस बैंक, ICICI, चोला फाइनेंस, LIC हाउसिंग (फाइनेंशियल), टाटा स्टील, जिंदल, वेदांता, हिंडाल्को, NMDC (मेटल) और रिलांयस, अडानी ग्रीन (रिन्यूएबल एनर्जी) मुख्य है।

COVID-19: ब्रिटेन में 7 महीने बाद कोरोना से सर्वाधिक मौतें, डॉक्टरों ने की लॉकडाउन लगाने की मांग

ब्रिटेन में सभी यूरोपीय देशों के मुकाबले सबसे अधिक कोरोना केस दर्ज किए गए

ब्रिटेन के हॉस्पिटल एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की नई लहर के चलते फुल होने वाले है, ऐसे में देश में कड़े प्रतिबंध लागू करने की जरूरत है। यह दावा बुधवार को ब्रिटेन के हेल्थ सर्विस लॉबी ग्रुप ने किया। हालांकि ब्रिटिश सरकार का कहना 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी कि यह फिर से लॉकडाउन लागू करने का सही समय नहीं है।

ब्रिटेन में पिछले 24 घंटे में कोरोना से 223 नई मौतें दर्ज हुई हैं, जो पिछले सात महीने का उच्चतम स्तर है। साथ ही ब्रिटेन में सभी यूरोपीय देशों के मुकाबले सबसे अधिक कोरोना केस भी दर्ज किए गए हैं। ब्रिटेन में कोरोना से अब तक 139,000 मौतें हो चुकी हैं और यह कोरोना से सबसे अधिक मौतों के मामले में पूरी दुनिया में आठवें नंबर पर है।


ट्विटर CEO जैक डॉर्सी ने ट्वीट किया 6 अंकों का नंबर, बिटकॉइन प्रेमियों में मच गई हलचल

यह भी 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी ध्यान दिया जाना चाहिए ब्रिटेन उन शुरुआती देशों में है, जहां सबसे पहले कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हुआ था, जिसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों को हटा लिया था।

जॉनसन ने फिर से लॉकडाउन लगाए जाने की किसी संभावना से इनकार किया है। इंग्लैंड बिजनेस सेक्रेटरी क्वॉसी क्वॉर्टेंग ने बताया, "कोरोना मामलों में कुछ बढ़ोतरी देखी जा रही है और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने विंटर सीजन के मुश्किल भरे होने की चेतावनी दी है। हालांकि ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था पर कोई लॉकडाउन नहीं लगेगा।"

आम बजट के बाद सेंसेक्स फिर 50,000 के पार, निफ्टी 450 अंक उछला

बजट के बाद देश के शेयर बाजार (Share Market) में बहार लौटी है। घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी लगातार दूसरे दिन मजबूत बढ़त के साथ खुला और सेंसेक्स (Sensex) कारोबर के शुरुआती घंटे के भीतर 50,000 के पार सर्वाधिक ऊंचाई के करीब पहुंच गया और निफ्टी (Nifty) भी 14,700 के ऊपर चला गया।

February 2, 2021

नई दिल्ली। बजट के बाद देश के शेयर बाजार (Share Market) में बहार लौटी है। घरेलू शेयर बाजार मंगलवार को लगातार दूसरे दिन मजबूत बढ़त के साथ खुला और सेंसेक्स (Sensex) कारोबर के शुरुआती घंटे के भीतर 50,000 के पार सर्वाधिक ऊंचाई के करीब पहुंच गया और निफ्टी (Nifty) भी 14,700 के ऊपर चला गया। आरंभिक कारोबार के दौरान सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 1,500 अंकों से ज्यादा उछला और निफ्टी में 450 अंकों की तेजी दर्ज की गई। बैंकिंग, वित्तीय, औद्योगिक समेत तमाम सेक्टरों में जोरदार लिवाली बनी हुई थी।

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सेंसेक्स पूर्वाह्न् 11.02 बजे पिछले सत्र से 1067.93 अंकों यानी 2.20 फीसदी की तेजी के साथ 49,668.54 पर कारोबार कर रहा था जबकि निफ्टी 314.05 अंकों यानी 2.20 फीसदी की तेजी के साथ 14,595.25 पर बना हुआ था।

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बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले 592.65 अंकों की तेजी के साथ 49,193.26 पर खुला और 50,154.48 तक उछला जबकि इस दौरान इसका निचला स्तर 49,193.26 रहा। नेशनल स्टॉक 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र से 199.90 अंकों की बढ़त के साथ 14,481.10 पर खुला और कारोबार के दौरान 14,731.70 तक उछला जबकि इस दौरान निफ्टी का निचला स्तर 14,469.15 रहा।

बाजार के जानकार बताते हैं कि आम बजट से बाजार खुश हुआ है इसलिए निवेशकों की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है और विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली फिर लौटी है। वहीं, वैश्विक संकेत भी मजबूत रहने से बाजार को सपोर्ट मिला। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को आम बजट 2021-22 संसद में पेश किया। निवेश सलाहकार शोमेश कुमार ने आईएएनएस को बताया शेयर बाजार ने इसलिए इस बजट पर सकारात्मक प्रतिक्रिया जाहिर की है क्योंकि इससे देश 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी के आर्थिक विकास में तेजी आने की उम्मीद की जा रही है। उन्होंने कहा कि बाजार में इस समय लिवाली का रुख एक बार फिर बन गया है।

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वहीं, बजट के संबंध में आईएमसी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसीडेंट राजीव पोद्दार ने बताया कि आगामी वित्त वर्ष का बजट विकासोन्मुखी है और कोरोना महामारी की मार से चरमराई देश की अर्थव्यवस्था को इससे पटरी पर लाने में मदद मिलेगी।

50 के इन शेयरों में 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी दिखी सर्वाधिक तेजी

शेयर बाजारों में तेजी, सेंसेक्स 133 अंक ऊपर

मुंबई: देश के शेयर बाजारों में शुक्रवार को तेजी दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 133.13 अंकों की तेजी के साथ 21,120.12 पर और निफ्टी 38.15 अंकों की तेजी के साथ पर 6,276.95 बंद हुआ।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 8.40 अंकों की तेजी के साथ 20,995.39 पर खुला और 133.13 अंकों या 0.63 फीसदी की तेजी के साथ 21,120.12 पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 21,140.51 के ऊपरी और 20,989.66 के निचले स्तर को छुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 18 शेयरों में तेजी दर्ज की गई। हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (6.86 फीसदी), टाटा मोटर्स (4.15 फीसदी), टीसीएस (4.14 फीसदी), भेल (3.18 फीसदी) और ओएनजीसी (2.68 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई।

सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे मारूति सुजुकी (4.54 फीसदी), एनटीपीसी (2.51 फीसदी), टाटा स्टील (1.49 फीसदी), आरआईएल (1.39 फीसदी) और एचडीएफसी बैंक (1.32 फीसदी)।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 10.35 अंकों की गिरावट के साथ 6,228.45 पर खुला और 38.15 अंकों या 0.61 फीसदी की तेजी के साथ 6,276.95 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 6,282.70 के ऊपरी और 6,228.10 के निचले स्तर को छुआ।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी दर्ज की गई। मिडकैप सूचकांक 31.39 अंकों की तेजी के साथ 6,500.42 पर और स्मॉलकैप 8.77 अंकों की तेजी के साथ 6,445.04 पर बंद हुआ।

बीएसई के 12 में से नौ सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई। स्वास्थ्य सेवाएं (2.27 फीसदी), सूचना प्रौद्योगिकी (1.44 फीसदी), वाहन (1.37 फीसदी), प्रौद्योगिकी (1.33 फीसदी) और पूंजीगत वस्तुएं (1.18 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही।

बीएसई के तीन सेक्टरों उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं (0.67 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तुएं (0.33 फीसदी) और तेल एंव गैस (0.02 फीसदी) में गिरावट दर्ज की गई।
बीएसई में कारोबार का रूझान नकारात्मक रहा। कुल 1,314 शेयरों में तेजी और 1,357 में गिरावट दर्ज की गई, जबकि 162 शेयरों 50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी के भाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।

Sensex Opening Bell: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में मजबूती, सेंसेक्स 300 अंक चढ़ा, निफ्टी 18221 पर

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ग्लोबल मार्केट में तेजी के बीच घरेलू शेयर बाजार भी मजबूती के साथ खुला है। सोमवार को बाजार में सेंटिमेंट और ट्रेंड फिलहाल पॉजिटिव नजर आ रहे हैं। सेंसेक्स 237 अंकों की तेजी के साथ 61118 अंकों पर खुला है। निफ्टी में तेजी दिख रही है। फिलहाल सेंसेक्स 311.50 के इन शेयरों में दिखी सर्वाधिक तेजी 70 (0.51%) की मजबूती के साथ 61,262.06 अंकों पर कारोबार कर कर रहा है। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 101.90 अंकों (0.56%) की मजबूती के साथ 18,219.05 अंकों पर कारोबार कर रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स इंडेक्स के 30 शेयरों में से 25 शेयरों में तेजी दिख रही है। इस दौरान ब्रिटानिया के शेयरों में छह प्रतिशत जबकि एसबीआई के शेयरों में तीन प्रतिशत की तेजी आई है।

ग्लोबल मार्केट में तेजी के बीच घरेलू शेयर बाजार भी मजबूती के साथ खुला है। सोमवार को बाजार में सेंटिमेंट और ट्रेंड फिलहाल पॉजिटिव नजर आ रहे हैं। सेंसेक्स 237 अंकों की तेजी के साथ 61118 अंकों पर खुला है। निफ्टी में तेजी दिख रही है। फिलहाल सेंसेक्स 311.70 (0.51%) की मजबूती के साथ 61,262.06 अंकों पर कारोबार कर कर रहा है। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 101.90 अंकों (0.56%) की मजबूती के साथ 18,219.05 अंकों पर कारोबार कर रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स इंडेक्स के 30 शेयरों में से 25 शेयरों में तेजी दिख रही है। इस दौरान ब्रिटानिया के शेयरों में छह प्रतिशत जबकि एसबीआई के शेयरों में तीन प्रतिशत की तेजी आई है।

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