विदेशी मुद्रा व्यापार प्रणाली

निवेशक सुरक्षा क्या है?

निवेशक सुरक्षा क्या है?
4. स्टोक ब्रोकर के पास सही ईमेल आईडी और फोन नंबर को अंकित करवाएं। यदि आपको एक्सचेंज/डिपॉजिटरी से समय-समय निवेशक सुरक्षा क्या है? पर संदेश नहीं मिल रहे हैं, तो आपको स्टॉक ब्रोकर/एक्सचेंज के पास इस मामले को उठाना होगा।

 सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) उन लोगों की मदद के लिए है जो 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं और उन्हें किसी भी तरह की मासिक पेंशन नहीं मिलती या फिर किसी अन्य माध्यम से उनके पास पैसा आने का जरिया नहीं है. ऐसे लोग 15 लाख रुपये तक की राशि SCSS अकाउंट में जमा कर हर तिमाही पर ब्याज का लाभ पा सकते हैं. इस स्कीम में निवेश करने वाले सिटिजन ब्याज की रकम अपने लिंक खाते से निकाल सकते हैं. इस स्कीम में निवेश की गई मूल रकम मैच्योरिटी पूरी होने के बाद रिटर्न कर दी जाती है. सीनियर सिटिजन चाहें तो उस रकम को नए सिरे से दोबारा इसी स्कीम में निवेश कर नया अकाउंट ले सकते हैं.

भारत में आरईआईटी निवेशकों के लिए पसंदीदा विकल्प क्या है?

ऐसे समय में जब कोरोनोवायरस महामारी के बाद कार्यालय अंतरिक्ष विभागों पर बहुत सारे प्रश्न चिह्न हैं, जिसने कंपनियों को वर्क-फ्रॉम-होम (डब्ल्यूएफएच) मॉडल, रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स (आरईआईटी) की सफलता और निवेशकों की भूख को चुनने के लिए मजबूर किया है। ) जो मुख्य रूप से भारत में ऑफिस स्पेस सेगमेंट में काम करता है, कई आशंकाओं को सुलझाता है। आमतौर पर यह माना जाता है कि कोरोनोवायरस मंदी के बाद कार्यालय अंतरिक्ष खंड ठीक होने वाला अंतिम होगा। फिर आरईआईटी इतनी बड़ी सफलता क्यों है? तथ्य यह है कि आज खुदरा निवेशकों के लिए शेयर बाजार एक पसंदीदा विकल्प है और स्टॉक विकल्पों में सबसे सुरक्षित आरईआईटी निवेशक सुरक्षा क्या है? हैं। एचएनआई, पेंशन फंड, सॉवरेन फंड और संस्थागत निवेशक, आरईआईटी पर पकड़ बना रहे हैं, प्रतिफल की तलाश कर रहे हैं, इस तथ्य के प्रति सचेत हैं कि ऑफिस स्पेस की लंबी अवधि की वृद्धि बरकरार है।

Polls

  • Property Tax in Delhi
  • Value of Property
  • BBMP Property Tax
  • Property Tax in Mumbai
  • PCMC Property Tax
  • Staircase Vastu
  • Vastu for Main Door
  • Vastu Shastra for Temple in Home
  • Vastu for North Facing House
  • Kitchen Vastu
  • Bhu Naksha UP
  • Bhu Naksha Rajasthan
  • Bhu Naksha Jharkhand
  • Bhu Naksha Maharashtra
  • Bhu Naksha CG
  • Griha Pravesh Muhurat
  • IGRS UP
  • IGRS AP
  • Delhi Circle Rates
  • IGRS Telangana
  • Square Meter to Square Feet
  • Hectare to Acre
  • Square Feet to Cent
  • Bigha to Acre
  • Square Meter to Cent

स्‍वास्‍थ्‍य, सुरक्षा एवं पर्यावरण (एचएसई)

Share

Health, Safety and Environmental

हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्‍वीकृत सर्वोत्तम प्रणालियों को अपनाने और लागू स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण (एच एस ई) कानूनों और अन्य अपेक्षाओं का विभिन्‍न क्षेत्राधिकारों में अपने प्रचालनों में अनुपालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। ईआईएल की ओएचएसएमएस (व्यावसायिक स्‍वास्‍थ्‍य और सुरक्षा प्रबन्धन प्रणाली) ओएचएसएएस 18001 से प्रमाणित है और ईएमएस (पर्यावरणीय प्रबन्ध प्रणाली) आईएसओ 14001 से प्रमाणित है। ईआईएल में कार्पोरेट स्‍तर पर एक समर्पित एचएसई नीति है जिसकी निम्नलिखित मुख्य विशेषताएं हैं:

स्‍वास्‍थ्‍य, सुरक्षा एवं पर्यावरण नीति

  • लागू राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय संहिताओं, मानकों, कार्यविधियों, इंजीनियरी पद्धतियों और ग्राहकों की अपेक्षाओं सहित विधिक/सांविधिक अपेक्षाओं के अनुरूप उत्पादों/सेवाओं का डिजाइन और सुपुर्दगी के दौरान स्वास्थ्य, सुरक्षा और पर्यावरण(एचएसई) की अपेक्षाओं का अनुपालन सुनिश्चित करना।
  • अपने कार्यकलापों के एचएसई जोखिमों का पता लगाना और अपने कार्मिकों तथा अपने कार्यालयों व साइटों पर हमारी गतिविधियों में शामिल लोगों के दुर्घटनाग्रस्‍त व अस्‍वस्‍थ होने की घटनाओं में कमी लाना।
  • अपने कार्यस्‍थलों पर सभी कार्यकलापों में संसाधनों का संरक्षण करके, अपशिष्‍ट उत्‍पादन में कमी लाकर और प्रदूषण निवारण उपायों द्वारा पर्यावरणीय दुष्प्रभावों को न्‍यूनतम करना।
  • समय-समय पर अपने कार्य निष्‍पादन की समीक्षा करके तथा आवश्यक परिवर्तन करते हुए अपनी एचएसई प्रबंधन प्रणाली में निरंतर सुधार के लिए प्रयास करना।
  • पूरे संगठन में एचएसई पहलुओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना और एक ऐसी कार्य संस्‍कृति विकसित करना, जहां सभी कर्मचारी एचएसई के लिए प्रतिबद्ध हों।

शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया

  1. अज्ञात/छद्म नाम वाली शिकायतों पर विचार नहीं किया जाएगा।
  2. शिाकायत से संबंधित विषय(सामग्री) ध्‍यानपूर्वक तैयार की जानी चाहिए, ताकि उसमें शिकायतकर्ता की पहचान का ब्‍यौरा या सुराग प्रकट न हो। हालांकि, शिकायत का विवरण सुस्‍पष्‍ट तथा प्रमाणनीय/सत्‍यापनीय होना चाहिए।
  3. शिकायतकर्ता की पहचान सुरक्षित रखने के क्रम में, कोई भी पावती जारी नहीं की जाएगी और सूचना प्रदाता(व्‍हिसल ब्लोअर) को सलाह दी जाती है कि वह अपने हित को ध्‍यान में रखते हुए कंपनी के साथ आगे के पत्राचार में शामिल न हो। कंपनी यह सुनिश्चित करती है कि मामले के तथ्‍यों के सत्‍यापनीय होने की दशा में, कंपनी आवश्‍यक कार्रवाई करेगी, जैसा कि भारत सरकार के संकल्‍प में बताया गया है। यदि कोई भावी स्‍पष्‍टीकरण अपेक्षित होगा तो कंपनी शिकायतकर्ता के साथ संपर्क करेगी।

कोई भी निवेशक सुरक्षा क्या है? शिकायत जो कि सूचना प्रदाता(व्‍हिसल ब्लोअर) नीति के अंतर्गत की गई है, निम्‍नलिखित पहलुओं का अनुपालन करना चाहिए :-

अन्‍य पहलू :

  1. सूचना प्रदाता(व्‍हिसल ब्लोअर) की पहचान को गोपनीय(आवृत) रखने के क्रम में, सूचना प्रदाता(व्‍हिसल ब्लोअर) को सलाह दी जाती है कि यदि वह अनुस्‍मारक भेजने के लिए प्रवृत्‍त है तो उसे ठीक वही पत्राचार की प्रविधि का अनुपालन करना चाहिए जैसा कि ऊपर बताया गया है।
  2. इस नीति के अंतर्गत एक कर्मचारी(सूचना प्रदाता(व्‍हिसल ब्लोअर) के द्वारा शिकायत करने पर बदले के भाव उसके खिलाफ कोई भी विपरीत कार्मिक कार्रवाई संस्‍तुत अथवा क्रियान्वित नहीं की जाएगी। हालांकि, उसे अपने दुर्व्‍यवहार के लिए संरक्षित नहीं किया जाएगा। जिसको उसके एक सूचना प्रदाता(व्‍हिसल ब्लोअर) के रूप प्रकटीकरण से नहीं जोड़ा जाए।
  3. यदि एक कर्मचारी जानबूझ कर अनैतिक एवं अनुचित व्‍यवहार के साथ गलत दोषारोपण करता है या गलत व्‍यवहार के लिए दोषी है, तो वह अनुशासनात्‍मक कार्यवाही का मामला है और इस नीति के अंतर्गत संरक्षित नहीं किया जाएगा।

ये 5 स्मॉल सेविंग स्कीम आपको देती हैं सुरक्षा के साथ शानदार रिटर्न, क्या है इनकी खासियत?

  • News18Hindi Last Updated : September 11, 2022, 12:55 IST

 पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश पर आपको किसी भी तरह का टैक्स नहीं देना होता है. इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश रकम, ब्याज, और स्कीम के मैच्योर हो जाने पर टैक्स से छूट दिया जाता है. फिलहाल इस स्कीम में निवेश करने पर ग्राहकों को 7.1% ब्याज मिलता है. मौजूदा समय में PPF पर मिल रहा ब्याज काफी ज्यादा है. इतना ब्याज किसी भी बैंक द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर ऑफर नहीं किया जा रहा है.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश पर आपको निवेशक सुरक्षा क्या है? किसी भी तरह का टैक्स नहीं देना होता है. इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश रकम, ब्याज, और स्कीम के मैच्योर हो जाने पर टैक्स से छूट दिया जाता है. फिलहाल इस स्कीम में निवेश करने पर ग्राहकों को 7.1% ब्याज मिलता है. मौजूदा समय में PPF पर मिल रहा ब्याज काफी ज्यादा निवेशक सुरक्षा क्या है? है. इतना ब्याज किसी भी बैंक द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर ऑफर नहीं किया जा रहा है.

SEBI ने निवेशकों को दिए निर्देश, कहा-इन 10 बातों का रखें खास ख्याल

sebi

नई दिल्ली। निवेशक सुरक्षा क्या है? सेबी (SEBI Securities and Exchange Board of India) ने निवेशकों की सुरक्षा को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सेबी ने निवेशक सुरक्षा क्या है? एक सर्कुलर में कहा कि निवेशक इन निर्देशों को अनिवार्य रूप से पालन करें नहीं तो उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।

दरअसल सेबी ने हाल ही में कई नियमों में बदलाव किए हैं। ऐसे में इसे जानना निवेशकों के लिए जरूरी हो जाता है। सेबी ने 10 प्वाइंट में इन बातों को विस्तार पूर्वक बताया है।

निवेशक क्या करें और क्या न करें

1.सेबी का कहना है कि केवल रेजिस्टर्ड स्टॉक ब्रोकर निवेशक सुरक्षा क्या है? निवेशक सुरक्षा क्या है? के साथ ही व्यवहार या अनुबंध करें। किसी ब्रोकर को चुनने से पहले उसके रेजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट को पूरी तरह से जांच लें।

रेटिंग: 4.34
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 815
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *